श्री सरयुपारीण ब्राह्मण सभा की एकजुटता रंग लाई
ब्राह्मण समाज भवन के लिए जमीन की हुई रजिस्ट्री

विप्र बंधुओं में व्याप्त हुई हर्ष की लहर
अमरावती- /दि.30 गत रोज स्थानीय श्री सरयुपारीण ब्राह्मण सभा ने समाज भवन के लिए प्रस्तावित भूमि की खरीदी करते हुए अपने नाम रजिस्ट्री कर ली. जिसकी जानकारी मिलते ही अमरावती शहर में रहनेवाले सभी सरयुपारीण ब्राह्मण समाज बंधूओं सहित सभी विप्र बंधूओं में हर्ष की लहर व्याप्त हो गई है. साथ ही कहा जा रहा है कि, श्री सरयुपारीण ब्राह्मण सभा तथा समाज की एकजुटता के चलते ऐसा करना संभव हो पाया है.
बता दें कि, विगत कई वर्षों से श्री सरयुपारीण ब्राह्मण सभा द्वारा अमरावती शहर में समाज भवन का निर्माण करने हेतु जमीन खरीदने का विचार किया जा रहा था. परंतु इस हेतु लगनेवाले लाखों रूपयों का इंतजाम कहां से होगा, इसी उधेडबूंद में यह संकल्प अधूरा पडा था. ऐसे में श्री सरयुपारीण ब्राह्मण सभा के तत्कालीन अध्यक्ष स्व. सूरजकिशोर चौबे तथा तत्कालीन महासचिव स्व. देवनारायण दुबे की अगुआई में सभी के पदाधिकारियों व सदस्यों ने जमीन की खरीदी के लिए समाजबंधुओं से आर्थिक सहयोग लेने का विचार किया. साथ ही एमआयडीसी में पुराना बायपास रोड के निकट गुप्ता पेट्रोल पंप के पीछे मौजे बडनेरा, सर्वे नंबर 15/2 में 10 हजार वर्ग फीट की जगह पसंद करते हुए जमीन की बयाना रकम दी गई और जमीन की खरीदी हेतु समाज बंधुओं से आर्थिक सहयोग लेना शुरू किया गया. जिसे समाज की ओर से अपेक्षित व सकारात्मक प्रतिसाद मिला. जिसके तहत सभी समाजबंधूओं ने अपनी-अपनी क्षमता के अनुसार आर्थिक सहयोग प्रदान किया. जिसकी बदौलत श्री सरयुपारीण ब्राह्मण सभा ने समाज भवन के निर्माण हेतु अपनी मिल्कीयतवाली जमीन की खरीदी की.
गत रोज स्थानीय निबंधक कार्यालय में जमीनी खरीदी की रजिस्ट्री करते समय श्री सरयुपारीण ब्राह्मण सभा के सर्वश्री मुकेश तिवारी, वीरेंद्र तिवारी, आनंद मिश्रा, रामनारायण पांडे, रज्जन तिवारी, जगदीश दुबे, रूपेश तिवारी, डॉ. मनीष दुबे, कृष्णदेव तिवारी, शाकाल तिवारी, मनोज मिश्रा, शैलेंद्र मिश्रा, जुगल ओझा व उमेश पांडे आदि उपस्थित थे और खरीदी की प्रक्रिया पूर्ण होते ही सभी सरयुपारीण ब्राह्मण समाज बंधुओं हर्षित होकर एक-दूसरे को गले लगाया और समाज के पुरोधाओं द्वारा देखे गये स्वप्न के पहले अध्याय की पूर्ति पर एक-दूसरे को शुभकामनाएं देने के साथ ही अब जल्द से जल्द इस जमीन पर समाज भवन का निर्माण शुरू करने का संकल्प लिया.





