ओलम्पिक खिलाडी तैयार करने का लक्ष्य
शिव छत्रपति अवार्ड विजेता सांजलि वानखडे का कहना

* अंतर्राष्ट्रीय वॉटर पोलो प्लेयर
अमरावती/ दि. 22- राज्य शासन के खेल व सांस्कृतिक विभाग के सर्वोच्च शिव छत्रपति अवार्ड विजेता सांजलि राजेंद्र वानखडे ने कहा कि भारत में भी ओलम्पिक खेलों की प्रतिभाएं तैयार की जा सकती है. बल्कि उन्होंने अपने लिए अब क्षेत्र के युवा खेल प्रतिभाओं को तराशने का कार्य तय कर लिया है. ओलम्पिक खिलाडी तैयार करना लक्ष्य रहने की बात सांजलि ने अमरावती मंडल से खास बातचीत में कही. सांजलि वॉटर पोलो की राष्ट्रीय खिलाडी रही है. फिलहाल वर्धा में खेल अधिकारी के रूप में पिछले वर्ष भर से कार्यरत हैं. सांजलि ने बताया कि निश्चित ही प्रदेश का बडा अवार्ड प्राप्त होने से वे और उनके परिजन अर्थात माता -पिता राजेंद्र और सारिका एवं छोटा भाई जयेश व सभी अत्यंत प्रसन्न है.
* हव्याप्रम के तरणताल से अभ्यास
सांजलि वानखडे ने हनुमान अखाडे के तरणताल पर दो दशकों तक तैराकी का अभ्यास करने की जानकारी देते हुए बताया कि अंबागेट के भीतर विदर्भ केसरी रहे प्रा. डॉ. संजय तीरथकर की प्रेरणा से उन्होंने हनुमान अखाडे में तैराकी का प्रशिक्षण प्राप्त किया. परिश्रम और प्रतिभा के बूते वे आगे बढी. अनेक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धा में सांजलि ने क्षेत्र और देश का नाम अपने प्रदर्शन से उंचा किया.
* श्रीलंका में जीता सोना
सांजलि ने बताया कि श्रीलंका में दक्षिण एशिया तैराकी स्पर्धा में गोल्ड मेडल प्राप्त करना उनकी टीम की पहली बडी सफलता रही. उसी प्रकार बैंकांक में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया. महाराष्ट्र को राष्ट्रीय स्तर पर वॉटर पोलो में अव्वल बनाया.
* नैशनल गैम्स में चमकी
सांजलि ने बताया कि पिछले दिनों उत्तराखंड में हुए राष्ट्रीय खेलों में भी उनकी टीम ने महाराष्ट्र को वॉटर पोलो में रजत पदक दिलाया. वरिष्ठ और कनिष्ठ स्तर की अनेक खेल स्पर्धाओं में राज्य, देश का प्रतिनिधित्व करनेवाली सांजलि राज्य के खेल व युवा निदेशालय अंतर्गत वर्धा में कार्यरत हैं.
* युवाओं को खेलों को चुनना होगा
थोक सब्जी विक्रेता राजेंद्र उर्फ गजानन वानखडे की लाडली सांजलि ने युवाओं से पढाई के साथ- साथ खेल के मैदान पर भी चमक बिखेरने का आवाहन किया. सांजलि ने कहा कि आज के दौर में युवा बेशक पढाई को लेकर जागरूक है. मैदान में बहाया गया पसीना भी व्यर्थ नहीं जाता. सांजलि ने युवा व युवतियों से शिक्षा के साथ अदर करक्युलर एक्टीविटिज में भी अवश्य रूचि लेने का आवाहन किया. सांजलि ने कहा कि प्रतिभा और परिश्रम के बूते खेल की दुनिया में नाम- दाम दोनों कमा सकते हैं. सांजलि के छोटे भाई जयेश शासकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय में प्रथम वर्ष े छात्र हैं.