नीरज मल्टीपर्पज बैंक के अध्यक्ष व संचालक पर धोखाधडी का मामला दर्ज
एजेंटों और निवेशकों को 1.4 करोड की लगाई चपत

* ब्रांच मैनेजर ने पुलिस में दी शिकायत
चांदूर रेल्वे/दि.21–चांदूर रेलवे में डेढ साल पूर्व बडे ही धूमधाम से शुरू की गई नीरज मल्टीपर्पज निधि लि. नामक इस बैंक के एजेंटों और निवेशकों को 1 करोड 4 लाख रुपए की चपत लगने की चौंकाने वाली घटना 11 सितंबर 2023 से 20 मई 2025 के बीच हुई. इस मामले में शाखा प्रबंधक की ही शिकायत के आधार पर 20 मई को स्थानीय पुलिस थाने में बैंक के अध्यक्ष और संचालकों के खिलाफ धोखाधडी का मामला दर्ज किया गया. इससे बैंकिंग क्षेत्र में हलचल मच गई है.
शहर के गाडगे बाबा मार्केट स्थित नीरज मल्टीपर्पज निधि लि.शाखा चांदूर रेल्वे की शिकायतकर्ता शाखा प्रबंधक सुधा श्रीकृष्ण हिवराले की शिकायत के अनुसार, नीरज मल्टीपर्पज निधि लि. चांदूर रेलवे शाखा गाडगे बाबा मार्केट में 11 सितंबर 2023 को शुरू की गई थी. नीरज बैंक के संस्थापक अध्यक्ष युवराज गिर्हे हैं और उन्होंने संचालकों के साथ मिलकर नीरज मल्टीपर्पज निधि लि. अमरावती की स्थापना की. युवराज गिहे स्वयं बैंक के सभी काम देखते थे. जब वह बैंक में रहते थे तो उनके साथ अमरावती का आकाश बोबडे हमेशा उनके साथ में रहता था. बैंक की पॉलिसी के अनुसार डेलीजमा करने का काम था. इसके लिए चांदूर रेलवे की शाखा में कुल 19 9 एजेंट डेली कलेक्शन करते थे. और बैंक में जमा किए गए पैसे समय-समय पर संचालक मंडल अपने साथ लेकर जाता था. इस बैंक में शिकायतकर्ता ब्रांच मैनेजर ने स्वयं व अपने रिश्तेदारों के नाम पर 13 लाख 91 हजार 234 रुपए की एफडी करवाई थी. इसके साथ ही सेविंग अकाउंट में 48 हजार 965 रुपए इसी प्रकार पति श्रीकृष्ण हिवराले के सेविंग खाते में 3 लाख 19 हजार 88 रुपए, लडके प्रणय हिवराले के सेविंग अकाउंट में 20 हजार 600 रुपए का निवेश किया था. इसके अलावा अब तक 1500 से 1800 खातों में आरडी, एफडी, डेली कलेक्शन मिलाकर कुल कलेक्शन 1 करोड 4 लाख 10 हजार 952 रुपए निवेश हुआ है.
फरवरी 2025 से शिकायतकर्ता को जमा रकम वापस करने में दिक्कतें आने लगी. तब उसने बैंक के मुख्य कार्यालय के अधिकारी व अध्यक्ष युवराज गिर्हे से लिखित और मौखिक स्वरूप में पैसों की मांग की. परंतु बैंक के अध्यक्ष ने आज-कल करते हुए टालना जारी रखा. एजेंट व निवेशकों को जवाब देना मुश्किल होने पर शिकायतकर्ता ने 15 अप्रैल से बैंक की ब्रांच को बंद रखा और चांदूर पुलिस थाने में शिकायत दी थी. इसके बाद धीरे-धीरे अमरावती जिले की अन्य शाखाओं को बंद करना शुरू कर दिया गया. जिसके चलते निवेशकों को उनके साथ धोखाधडी किए जाने का अहसास होने लगा. इस प्रकार की शिकायत के अनुसार पुलिस ने आरोपी नीरज मल्टीपर्पज निधि लि. और नीरज अर्बन को ऑपरेटिव क्रेडिट सोसायटी लि. के अध्यक्ष युवराज भगवान गिर्हे (देवी पैलेस अपार्टमेंट, फ्लैट नं. 304 रेवसा रोड, अमरावती), उपाध्यक्ष आकाश प्रमोदराव बोबडे (अमरावती), सदस्य निकिता युवराज गिर्हे (अमरावती), आकाश राऊत (परतवाडा, तत्कालीन रीजनल मैनेजर), प्रीतम पडोले (नेर पिंगलाई, जि. अमरावती), तानाजी ठोंबरे (बीड), दीपक इंगोले (बडनेरा) व उनके अन्य साथियों के खिलाफ 1 करोड 4 लाख 10 हजार 952 रुपए का धोखा देने और निवेशकों की रकम स्वयं के फायदे के लिए उपयोग करने पर बीएनएस धारा 316 (2), 316 (5), 318 (4), 3 (5) व महाराष्ट्र वित्तीय संस्थाओं में जमाकर्ताओं के हितों का संरक्षण अधिनियम, 1999 की धारा 3 के तहत मामला दर्ज किया गया है और चांदूर रेलवे पुलिस मामले को आगे की जांच कर रही है.
* मुख्य आरोपी आर्वी पुलिस की हिरासत में
बैंक के मैनेजर ने अप्रैल में ही चांदूर रेलवे पुलिस स्टेशन में धोखाधडी की शिकायत दर्ज कराई थी. इस शिकायत के बाद पुलिस ने अब तक मामले को जांच में रखा था, इसके बाद कुछ लोगों ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों से इस मामले में राहत की गुहार लगाई, इसके बाद आखिरकार 20 मई को मामला दर्ज किया गया. मुख्य आरोपी फिलहाल आर्वी पुलिस की हिरासत में है. बताया गया है कि वहां भी ऐसी ही घटना घटी है.