155 करोड का घपला

फर्जी कंपनियों में अमरावती, वर्धा का भी नाम

विशेष जांच दल की तहकीकात में हो रहे खुलासे                                                                                                                      नागपुर/दि.2 – फर्जी जीएसटी बिलों के आधार पर 155 करोड के गबन मामले में फर्जी कंपनियों की लिंक अमरावती, वर्धा, चंद्रपुर के साथ ही मध्य प्रदेश तथा छत्तीसगढ के भी कुछ नगरो-शहरों से जुड रही है. यह जानकारी जांच दल ने दी है. सूत्रधार संतोष उर्फ बंटी रामपाल साहू और उसके साथियों ने बोगस कंपनियों का जाल सभी ओर फैला रखा था. यह भी बता दें कि, कुछ जानकारों ने यह घपला 800 करोड तक पहुंचने की आशंका जता रखी है.
जांच में पता चला है कि, बोगस फर्म का विश्वसनीय बताने के लिए पैन कार्ड, आधार कार्ड और पता आदि विवरण नागरिकों के दिए गए. उसमें अमरावती के भी कुछ नंबर और पते होने का खुलासा का दावा जांच टीम ने किया है. साहू ने बहुत ध्यान से यह फ्रॉड कर विभिन्न शहरों के पते दिए थे. बता दें कि, इस प्रकरण में अंशुल मिश्रा, अनुज अग्रवाल, गोविंद तन्ना, रियाजअली उर्फ मामू अभी फरार बताए जा रहे है. पुलिस ने पूछताछ की तो आरोपियों के बिहार भाग जाने की भी खबरे मिली है.
बोगस ट्रांसपोर्ट कंपनियां बताकर अलग-अलग शहरों से व्यवहार बताए गए है. पुलिस ने वाहनों के नंबर जांचे तो एक स्कूटर पर 40 टन लोहा का यातायात दर्शाया गया है. पुलिस ने जीएसटी फाईलिंग में 113 में से 46 कंपनियों का भंडाफोड कर लिया है. उनके ठिकानों का पता लगा लिया है. वे चंद्रपुर, अमरावती, वर्धा और अन्य नगरों में बताई गई है. आरोपियों ने क्षीतिज एंटरप्राइज और अवध एंटरप्राइज के नाम से फर्जी कंपनियां खोली थी.

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