जलाशयों को मूसलाधार बारिश का इंतजार
संभाग में केवल 30 प्रतिशत जल भंडार

* 933.10 दलघमी शेष पानी
अमरावती/ दि. 4– मई माह की बेमौसम बारिश के बाबजूद जलाशयों का जल भंडार अभी भी घटता जा रहा है. विदर्भ सिंचाई विकास महामंडल (नागपुर) अंतर्गत स्थानीय जलसंपदा विभाग के मुख्य अभियंता कार्यालय की सोमवार की डेली रिपोर्ट के अनुसार संभाग के 5 जिलों में 9 बडे 27 मध्यम 253 लघु प्रकल्प मिलाकर कुल 298 जल प्रकल्पों में जल संचय क्षमता 3102.41 दशलक्ष घनमीटर (दलघमी) की तुलना में 933.10 दलघमी यानि मात्र 30.08% जल भंडार शेष बचा है. जिसके चलते इन प्यासे जलाशयों को झमाझम बारिश की प्रतीक्षा है.
* मामूली वृध्दि के बाद फिर घट रहा
मई माह में बेमौसम बारिश का कहर रहा. जिसमें जलाशयों में मामूली वृध्दि हुई. लेकिन जलाशयों का जल भंडार फिर घटना शुरू हो गया. जून माह के शुरूआती सप्ताह में बारिश का जोर कम रहने का अनुमान मौसम विशेषज्ञों ने व्यक्त किया. जिससे यह जल भंडार आगामी दिनों में और घटने की संभावना है. हालांकि मानसून मुहाने पर होने के कारण घटता जलभंडार अधिक चिंता का विषय नहीं है. संभाग के पांच जिलों के जलाशयों का औसत जलभंडार मात्र 30.08 प्रतिशत रह गया है. जिसमें 9 बडे प्रकल्पों में 34.41 प्रतिशत (481.76 दलघमी) जलभंडार है. जबकि 27 मध्यम प्रकल्पों में 33.60 प्रतिशत (259.32 दलघमी )तथा 253 लघु प्रकल्पों में 20.63 प्रतिशत ( 192.03 दलघमी) जलसंचय शेष है.
* मई माह में 126.5 मिमी बारिश
संभागीय प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार संभाग में पांच जिलों में 1 मई से 31 मई तक लगभग 126.5 मिमी बारिश दर्ज की गई है. जो कि अपने आप में एक रिकार्ड हैं. चूकि मई माह में संभाग में केवल औसतन 5.6 मिमी बारिश का अनुमान रहता है. इसकी तुलना में 2259.9 प्रतिशत यानि 126.5 मिमी बारिश दर्ज की गई. इसी प्रकार अमरावती जिले में पूरे मई माह में 106.2 मिमी बारिश दर्ज की गई जो औसतन अनुमानित 6.5 मिमी की तुलना में 1634 प्रतिशत रही.