राज्य में तीन माह में 8289 पुरूष लापता

मानसिक तनाव, पारिवारिक विवाद और बेरोजगारी के कारण घटनाओं में बढोत्तरी

अमरावती/ दि. 1– राज्य में मानसिक तनाव, पारिवारिक कलह और आर्थिक संकट के कारण पुरूषों के लापता होने की घटनाओं में काफी बढोत्तरी हुई है. पिछले तीन माह में राज्य से 8289 पुरूष लापता हुए है.
महिलाओं के लापता होने की घटनाओं की तरफ समाज और शासन यंत्रणा ध्यान देती है. लेकिन पुरूषों के बाबत यह अनदेखी रहने की बात इस आंकडेवारी की तरफ देखकर स्पष्ट होता है. अनेक प्रकरणों में घरेलू विवाद, मानसिक तनाव, व्यसनाधीनता और अचानक गुस्से में घर छोडना आदि कारण सामने आ रहे हैं.
* विशेषज्ञ क्या कहते हैं ?
पुरूष के आंसू नहीं बहते यह मानसिकता गलत है. ऐसे विचारों के कारण पुरूषों का तनाव व्यक्त नहीं होता. परिणामस्वरूप कुछ लोग कडे निर्णय लेते हैं, ऐसी मानसोपचार तज्ञों की राय है. उनके द्बारा पुरूषों के लिए स्वतंत्र मानसिक स्वास्थ्य उपाय योजना चलाने की आवश्यकता है.
पुलिस यंत्रणा के सामने चुनौती
महाराष्ट्र राज्य में इतनी बडी संख्या में पुरूष लापता होते रहते. इन प्रकरणों की जांच कामचलाउ रहती है. कुछ लोगों पर अपराधिक अथवा जालसाजी की संभावना रहती है. इस कारण पुलिस यंत्रणा पर अधिक तनाव पडता रहने की बात निरीक्षण में सामने आयी है.
* रिश्तेदारों द्बारा तलाश
गांव से लेकर शहर तक परिवार के सदस्य अपने रिश्तेदार की गुमशुदगी से परेशान होते हैं. पुलिस स्टेशन और सोशल मीडिया पर सहायता के लिए भागते हैं. अनेक बार अपनी मर्जी से घर छोडना, अपराधिक पृष्ठभूमि, जालसाजी अथवा निराशा आदि कारण जांच में सामने आते हैं. इस कारण पुलिस यंत्रणा पर अधिक तनाव बढता हैं.
* 203 नाबालिग लापता
राज्य में विविध जिले में तीन माह में 203 नाबालिग युवक लापता होने की शिकायत पुलिस में दर्ज हैं. इसमें अप्रैल में 72, मई में 75 और जून माह में 56 नाबालिग लापता हुए है.
* आंकडेवारी क्या कहती है ?
माह             लापता
अप्रैल           2738
मई              2754
जून              2797

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