बरसों से प्रलंबित पडे इतवारा बाजार उडानपुल के खिलाफ जनहित याचिका दायर
पूर्व मंत्री डॉ. सुनील देशमुख ने प्रधान सचिव, पीडब्ल्यूडी के कार्यकारी अभियंता व ठेकेदार को बनाया प्रतिवादी

* हाईकोर्ट ने याचिका स्वीकार कर संबंधितों से 7 दिनों में मांगा खुलासा
अमरावती/दि.1 – शहर में बेहद भीडभाड वाला क्षेत्र रहनेवाले रास्ते पर चित्रा चौक से इतवारा बाजार होते हुए नागपुरी गेट की ओर जानेवाले उडानपुल का काम शुरु हुए लगभग 7 साल का समय बीत चुका है. परंतु इसके बावजूद भी इस उडानपुल का काम अब भी पूरा नहीं हो पाया है. बल्कि आधे-अधूरे उडानपुन की वजह से नागरिकों को अक्सर ही ट्रैफिक जाम सहित धूल-धक्कड जैसी समस्याओं का सामना करना पड रहा है. ऐसे में राज्य सरकार, सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग व ठेकेदार द्वारा दिखाई जा रही हद दर्जे की लापरवाही व अनास्था पर संताप व्यक्त करते हुए पूर्व जिला पालकमंत्री डॉ. सुनील देशमुख ने मुंबई उच्च न्यायालय की नागपुर खंडपीठ में इतवारा बाजार उडानपुल का काम जल्द से जल्द पूर्ण किए जाने की मांग को लेकर जनहित याचिका क्रमांक 47/2025 दायर की है. इस याचिका में राज्य सरकार के प्रधान सचिव, सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता तथा इतवारा बाजार फ्लाईओवर के निर्माण का जिम्मा रखनेवाली मे. चाफेकर कंस्ट्रक्शन कंपनी को प्रतिवादी बनाया गया है. इस याचिका पर सुनवाई करते हुए न्या. नितिन सांबरे व न्या. सचिन देशमुख की दो सदस्यीय खंडपीठ ने सरकारी अधिवक्ता को निर्देश जारी कर तीनों प्रतिवादियों को आगामी 7 दिन के भीतर उडानपुल का काम कब तक पूरा हो सकता है, इसका रोडमैप अदालत के समक्ष प्रस्तुत करने का स्पष्ट निर्देश दिया है. इस जनहित याचिका के मद्देनजर अब यह उम्मीद बनती नजर आ रही है कि, संभवत: अब कहीं जाकर यह उडानपुल रफ्तार पकडेगा.
जानकारी के मुताबिक अमरावती के पूर्व विधायक डॉ. सुनील देशमुख ने यह जानकारी अमरावती शहर में रहनेवाले तथा हाईकोर्ट में प्रैक्टीस हेतु मशहूर एड. शाहू चिखिले के जरिए दायर की है. जिन्होंने अमरावती शहर के दृष्टिकोन से बेहद महत्वपूर्ण रहनेवाले इस विषय में सफल युक्तिवाद किया.
* याचिका में इन मुद्दों का समावेश
संविधान की धारा 21 के अनुसार नागरिकों को बहाल की गई बेहतरीन मूलभूत सुविधाओं के सुचारु ढंग से प्रयोग के संविधानिक अधिकार का इस काम में हो रही देरी की वजह से हनन हो रहा है.
– विगत 7 वर्षों से चल रहे और पूरी तरह अस्तव्यस्त रहनेवाले इतवारा बाजार फ्लाईओवर के काम की वजह से वायू प्रदूषण व ध्वनी प्रदूषण हो रहा है, जिसका नागरिकों के स्वास्थ पर विपरित परिणाम पड रहा है.
– विगत 7 वर्षों से लगातार निर्माणाधीन रहनेवाले इतवारा बाजार उडानपुल के दोनों ओर अक्सर ही ट्रैफिक जाम लग जाता है. जिससे नागरिकों को हमेशा ही समस्याओं व दिक्कतों का सामना करना पडता है.
– उडानपुल के निर्माण में हो रही देरी की वजह से उडानपुल की लागत में अच्छी-खासी वृद्धि हो चुकी है. जिससे सरकारी निधि का अपव्यय हो रहा है.
– इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए अदालत ने उडानपुल के निर्माण को पूरा करने के लिए निधि की उपलब्धता तथा बचे हुए काम के लिए लगनेवाले समय को लेकर कालबद्ध कार्यक्रम प्रस्तुत करने का निर्देश सरकार को देना चाहिए.
* आखिर कब तक किया जाए इंतजार?
इस संदर्भ में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व पालकमंत्री व कांग्रेस नेता डॉ. सुनील देशमुख ने कहा कि, किसी भी विकास कार्य को पूरा करने की कोई निश्चित समयावधि होनी चाहिए और उस समयावधि के भीतर वह काम पूरा भी होना चाहिए. परंतु इतवारा बाजार परिसर से होकर गुजरनेवाले फ्लाईओवर के मामले में ते लेटलतिफी की हद ही कर दी गई है और 7 वर्ष बीत जाने के बावजूद इस फ्लाईओवर का काम आधा-अधूरा ही पडा हुआ है. जिसके चलते लोगों को इस परिसर से आवाजाही करने में काफी परेशानी का सामना करना पड रहा है. साथ ही साथ उनका बहुमूल्य समय भी अच्छा-खासा बर्बाद हो रहा है. इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए अमरावतीवासियों को इन समस्याओं से निजात दिलाने तथा इतवारा बाजार फ्लाईओवर का काम जल्द से जल्द पूरा करवाने के लिए बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर खंडपीठ में जनहित याचिका दायर की गई है. अच्छी बात यह है कि, अदालत ने भी इस याचिका पर सकारात्मक रुख अपनाया है और इस पर सुनवाई शुरु करते हुए प्रतिवादियों से 7 दिन के भीतर जवाब पेश करने हेतु कहा है. ऐसे में अब सरकार, सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग व संबंधित ठेकेदार को यह बताना होगा कि, आखिर इतवारा बाजार फ्लाईओवर का काम निश्चित तौर पर कब तक पूरा होनेवाला है.





