विद्यानिकेतन स्कूल से निकली पंढरी की वारी
ताल, मृदंग औ हरिनाम की गूंज से भक्तिमय हुआ परिसर

* संतों की वेशभूषा शामिल छात्र रहे आकर्षण का केंद्र
धामणगांव रेलवे/दि.10-पंढरी की वारी महाराष्ट्र की एक धार्मिक व सांस्कृतिक परंपरा है. आषाढी एकादशी के अवसर पर विद्यानिकेतन सीबीएसई स्कूल में पंढरीची वारी निकाली गई. वारी में स्कूल के छात्र विविध संतों की वेशभूषा कर शामिल हुए. पांडुरंग विठ्ठल की वेशभूषा धृव शिंदे तथा मनस्वी बेलसरे ने रखुमाई की वेशभूषा साकार की. इसके अलावा सानिध्य भेंडे- संत तुकाराम, अभिजीत चौधरी- संत ज्ञानेश्वर, तनिष्क चिरडे- पुंडलिक, नंदन प्रभात- संत नामदेव, अहान कडु- संत एकनाथ, आनंदी पांडे- संत जनाबाई, तथा संत गाडगे बाबां की वेशभूषा स्पर्श निकोडे ने साकार की थी. कार्यक्रम की शुरुआत स्कूल के संचालक राजेंद्र जोशी, प्राचार्य रवि देशमुख, उपप्राचार्य साई नीरजा के हाथों विठ्ठल रुक्मिणी पूजन से की गई. इसके पश्चात स्कूल के प्रांगण से साधू संतों की वेशभूषा में विद्यार्थी हाथ में ध्वज, पताका लेकर ताल-मृदंग की गूंज में पालकी लेकर निकले. वारी में पारंपरिक फूगडी का आनंद विद्यार्थी व शिक्षकों ने लिया. विठ्ठल नाम की गूंज में निकाली गई वारी से संपूर्ण विद्यानिकेतन परिसर गूंज उठा. इस अवसर पर सातवीं कक्षा के छात्रों ने विठ्ठल माऊली वारकरी दिंडी नृत्य प्रस्तुत किया. तथा वीर कोहले, शौर्य कन्नाके, सर्वेश दशासहत्र, रूबल लष्करी, सानवी वाघ, यतार्थी दुधे, धनवी दगडकर, निधी मानकर, वैष्णवी चौधरी इन छात्रों ने ‘तुकाराम गेले पंढरपूर ला’ यह नाटिका प्रस्तुत की. कार्यक्रम का संचालन शुभम मिश्रा ने किया. कार्यक्रम के अंत में आरती की गई.





