अब चिखलदरा में शुक्रवार से ही वन-वे यातायात

पर्यटकों की भीड को देखते हुए पालकमंत्री के निर्देश पर कलेक्टर ने की एसपी के साथ बैठक

* खाद्य पदार्थ की एमआरपी से अधिक बिक्री करनेवालों पर होगी कार्रवाई
* पर्यटकों की सुविधा के लिए जिला प्रशासन सुसज्ज
* गत शनिवार और रविवार को रही रिकॉर्ड तोड भीड
* पार्किंग व्यवस्था का अभाव रहने से पुलिस को बहाना पडा पसीना
अमरावती /दि.17 चिखलदरा के विविध पर्यटन स्थलों को भेट देने के लिए मानसून के इस मौसम में शनिवार और रविवार को विदर्भ के पर्यटकों की रिकॉर्ड तोड भीड उमड रही है. पर्यटकों की भीड को देखते हुए विदर्भ के इस नंदनवन में वाहनों की पार्किंग का अभाव रहने से पुलिस को यातायात अबाधित रखने के लिए काफी पसीना बहाना पड रहा है. फिर भी यातायात में दुविधा होने से पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने इसे गंभीरता से लेकर जिला प्रशासन को नियोजन करने की सूचना दी है. साथ ही खाद्य पदार्थों की एमआरपी से अधिक दामों में बिक्री करनेवालों पर कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई है.
ठंड और बारिश के मौसम में विदर्भ के नंदनवन माने जानेवाले चिखलदरा में पर्यटकों की भारी भीड रहती है. विशेषकर शनिवार और रविवार को यहा उमडनेवाली तौबा भीड को देखते हुए प्रशासन ने यातायात अबाधित रखने के लिए वन-वे मार्ग शुरू कर अतिरिक्त पुलिस बंदोबस्त भी तैनात किया. लेकिन चिखलदरा में वाहनों की पार्किंग का अभाव रहने से पर्यटकों को अपने वाहन सडकों पर ही खडे रखने पडते है. इसके अलावा चिखलदरा के हर पॉईंट पर जानेवाले पर्यटक भी जहां जगह मिले वहां अपने वाहन खडे कर निसर्ग का आनंद लेते नजर आते है. इस कारण पर्यटकों की संख्या बढते ही यहां यातायात में दुविधा निर्माण होती है. अनेक पर्यटक ऐसे है जो यहां अपने परिवार के साथ मुक्काम भी करते है. बाहर गांव से आनेवाले अधिकांश पर्यटकों की मंशा रहती है कि वे यहां मुक्काम कर इस निसर्गरम्य स्थल का पूरा आनंद ले. लेकिन दिनोंदिन पर्यटकों की बढती भीड को देखते हुए इस पर्यटक स्थल पर वाहनों की पार्किग के अभाव के अलावा होटलो की कमी के कारण पर्यटकों को कहीं जगह न मिलने के कारण परेशानी का सामना करना पडता है. अनेक पर्यटक मजबूरन इस वजह से मायूस होकर वापस लौट जाते है, वहीं अनेकों को रात अपने वाहनों में ही बितानी पडती है. दूसरी तरफ पर्यटकों की बढती भीड के कारण कुछ अस्थायी स्टॉल वाले खाद्य पदार्थों की बिक्री मनमाने तरिके से करते है. ऐसी शिकायते मिलने के बाद जिला प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया है और व्यवसायियों को चेतावनी दी है कि यदि कोई एमआरपी से अधिक दमों में खाद्य पदार्थ समेत अन्य माल की बिक्री करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ ग्राहक संरक्षण कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी. पर्यटकों की भीड को देखते हुए जिलाधिकारी आशीष येरेकर ने बुधवार को जिला पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद के साथ बैठक की. पश्चात पर्यटकों की सुविधा के लिए पुलिस अधिकारी व तहसीलदार को पार्किंग के लिए अतिरिक्त जगह तलाशने की सूचना दी. साथ ही आवश्यकता पडने पर निजी जगह अधिग्रहित कर वहां पार्किंग सुविधा जिला प्रशासन अब उपलब्ध कर देनेवाला है.

* क्षमता 2 हजार से ज्यादा नहीं
चिखलदरा पर्यटन स्थल पर छोटे-बडे करीबन 100 होटल है. जिसकी क्षमता 2 हजार से ढाई हजार से अधिक की नहीं है. लेकिन मानसून के इस मौसम में चिखलदरा में पर्यटकों की तौबा भीड उमड रही है. इस कारण अनेक पर्यटकों को मायूस होकर मजबूरन मुक्काम करने के लिए कोई जगह न मिलने पर भूखे भी वापस लौटना पडता है. इस कारण दिनों-दिन बढती भीड को देखते हुए यहां पर्यटकों के रूकने की व्यवस्था करने की आवश्यकता है.

* अब शुक्रवार से सोमवार तक रहेगा वन- वे यातायात
चिखलदरा में पर्यटकों की सुविधा के लिए जिलाधिकारी कार्यालय में हुई बैठक में प्रमुख रूप से पर्यटकों को आनेवाली दुविधा बाबत चर्चा की गई. इन दुविधाओं को हल करने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए. इसमें पहले शनिवार और रविवार ऐसे दो दिनों में चिखलदरा जानेवाला यातायात और चिखलदरा से परतवाडा की तरफ आनेवाले यातायात को वन-वे करने का निर्णय लिया गया था. अब इसमें बदलाव कर वन-वे यातायात शुक्रवार को दोपहर 2 बजे से सोमवार दोपहर 2 बजे तक लागू रहेगा. इस कारण यातायात पर नियंत्रण प्रभावी रूप से पाया जा सकेगा.

* पुलिस के 6 चेक पॉइंट और अतिरिक्त बंदोबस्त
अब चिखलदरा जानेवालों के लिए 6 चेकपॉइंट रहेेंगे. इसमें 50 जवानों का अतिरिक्त बंदोबस्त रहनेवाला है. इससे यातायात पर नियंत्रण पाया जा सकेगा. वन विभाग के नाकेे पर अतिरिक्त कर्मचारी नियुक्त करने की सूचना जिलाधिकारी द्बारा दी गई है. साथ ही नगर परिषद के नाकों पर भी कर्मचारी बढाने की सूचना दी गई है.

* दो दिनों में 25 से 30 हजार पर्यटकों की भीड
चिखलदरा में गत शनिवार और रविवार को अब तक के सर्वाधिक यानी 25 से 30 हजार पर्यटकों की भीड रही. इस कारण हजारों पर्यटकों को होटल में खाना नहीं मिल पाया और रहने की भी सुविधा नहीं मिल पायी. लेकिन जिला प्रशासन अब इस पर बारिकी से नजर रख व्यवस्था सुधारने में लगा हुआ है. पर्यटकों को चिखलदरा में भेंट देने और निसर्ग का आनंद लेने का आवाहन भी जिला प्रशासन ने किया है.

* अनेकों ने लगाए अस्थायी स्टॉल
चिखलदरा में पर्यटकों की बढती भीड को देखते हुए परतवाडा से चिखलदरा मार्ग पर करीबन 25 से 30 खाद्य पदार्थ के अस्थायी स्टॉल लग गए है. यह अस्थायी व्यवसायी पानी की बोतल समेत पोहा, भजीए, समोसा, कचोरी, भुट्टे आदि महंगे दामों में बेच रहे है. खाद्य पदार्थ की इन सामग्री पर एमआरपी न रहने से पर्यटकों को मजबूरन व्यवसायियों के मनमाने दाम के मुताबिक पैसे चुकाकर अपनी भूख मिटानी पड रही है. लेकिन चिखलदरा में पहुंचने पर पर्यटकों के साथ इस तरह का खिलवाड नहीं होता है. यहां पर होटलों में खाना भी किफायती दामों में दिया जाता है और एमआरपी के हिसाब से झंक फुड से लेकर सभी खाद्य पदार्थ मिलते है. पर्यटक स्थल रहने से यहां चाय भी 10 रुपए में मिलती है. लेकिन वर्तमान में अनेक पॉइंट पर अस्थायी स्टॉल लगे है और वहा पर खाद्य पदार्थ के दाम अधिक दिखाई देते है.

* भिमकुंड पर एडवेंचर स्पोर्ट से बढी भीड
अनेक लोगों का कहना है कि चिखलदरा के भीमकुड पर एडवेंचर स्पोर्ट शुरू हो गए है. इस निसर्गरम्य स्थल के वीडियों वायरल होने के बाद पर्यटक इस आकर्षक एडवेंचर का चारों तरफ घनी पहाडी और हरियाली का आनंद उठाने के लिए यहां अब हर दिन पहुंच रहे है. इस कारण इस सप्ताह में शनिवार से लगातार पर्यटकों की भीड है और पुलिस का अतिरिक्त बंदोबस्त भी हटाया नहीं गया है.

* पुलिस व प्रशासन की हर तरफ नजर
जिलाधिकारी आशीष येरेकर द्वार ली गई बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद सहित चिखलदरा और धारणी के तहसीलदार, उपवनसंरक्षक और नगर पालिका के अधिकारी उपस्थित थे. बैठक में अधिकारियों को दिए गए आदेश के मुताबिक पर्यटकों की बढती भीड को देखते हुए अधिकारी व कर्मचारियों द्बारा सभी विभागों से समन्वय रख हर तरफ नजर रखी जा रही है और पर्यटकों को किसी भी तरह की असुविधा न होने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे है.

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