‘आनंदाचा शिधा’ पर ब्रेक, शिवभोजन थाली में कटौती
लाडली बहन योजना से गडबडाया सरकार का वित्तिय नियोजन

मुंबई/दि.5 – प्रति वर्ष दशहरा व दिवाली जैसे पर्वो सहित अलग-अलग तीज-त्यौहारों पर राज्य सरकार की ओर से दिया जानेवाला ‘आनंदाचा शिधा’ इस बार गणेशोत्सव सहित दशहरा व दिवाली पर नहीं मिलेगा. साथ ही साथ सस्ते दामों पर भोजन की आपूर्ति करने हेतु चलाई जानेवाली ‘शिवभोजन थाली’ योजना में भी अब सरकार द्वारा कटौती की जा रही है. सूत्रों के मुताबिक राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही लाडली बहन योजना की वजह से राज्य सरकार की तिजोरी पर जबरदस्त आर्थिक बोझ पड रहा है. जिसका सीधा असर आनंदाचा शिधा व शिवभोजन थाली जैसी योजनाओं पर पडता दिखाई दे रहा है.
बता दें कि, एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री रहते समय इन योजनाओं को शुरु किया गया था. जिसके तहत वर्ष 2022 में दिपावली के पर्व पर पहली बार राशन दुकानों के जरिए ‘आनंदाचा शिधा’ की कीट का वितरण किया गया था. जिसमें एक-एक किलो चना दाल, शक्कर, रवा अथवा बेसन एवं एक लीटर खाद्य तेल का समावेश हुआ करता था और चार वस्तुओं वाली यह राशन कीट लाभार्थियों को केवल 100 रुपयों में उपलब्ध कराई जाती थी. इसके उपरांत वर्ष 2023 में गुढीपाडवा, डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर जयंती, गौरी-गणपति व दिपावली तथा वर्ष 2024 में अयोध्या में राम मंदिर की प्राणप्रतिष्ठा व छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती निमित्त राज्य सरकार ने ‘आनंदाचा शिधा’ की राशन कीट का वितरण किया था. वहीं इससे पहले ‘शिवभोजन थाली’ के लिए 60 करोड रुपए का प्रावधान था. जिसे अब घटाकर केवल 20 करोड रुपए तक लाया गया है. जिसके चलते अब थालियों की संख्या भी नहीं बढाई जा सकती. पता चला है कि, लाडली बहन योजना की वजह से राज्य सरकार पर जबरदस्त आर्थिक बोझ पड रहा है. जिसका असर अन्य योजनाओं पर पडता दिखाई दे रहा है.





