अमरावती के अजय गौर नेपाल में अटके !

मीडिया को बताया कि सेफ हैं

* जन झेड हिंसा का आलम
नागपुर/ दि. 10- नेपाल में दो दिनों से शुरू जन झेड हिंसा के कारण महाराष्ट्र के कई युवा उस देश में अटक गये हैं. उनमें अमरावती के मूल निवासी अजय गौर सहित अन्य होने की जानकारी मीडिया रिपोर्टस में दी गई है. अजय गौर ने खुद मीडिया को कॉल कर बताया कि वह वाराणसी हेतु ट्रेन से रवाना होने ही वाले थे कि हिंसा के कारण फंस गये. अब उन्होंने होटल में शरण ली है. हिंसा थमने का इंतजार कर रहे हैं.
अजय गौर के अनुसार वे गत 7 वर्षो से नेपाल में काम कर रहे हैं. मगंलवार को उन्होंने वाराणसी के लिए रवाना होने की सोची. उन्होंने ट्रेन का टिकट भी बुक कराया. किंतु अपने निवास से रवाना होते ही वे विरोध प्रदर्शन के बीच फंस गये. उन्होंने देखा कि मनारी से हेतौदा रोड पर काफी वाहन जला दिए गये हैं. अजय गौर ने फिलहाल एक होटल में शरण ले रखी है. नेपाल के अधिकारियों ने भी विदेशियों से घरों अथवा अपने ठिकानों पर दुबके रहने का आवाहन किया है.
उधर अमरावती जिले के ही अक्षय कान्हेरकर ने बताया कि नेपाल के युवाओं में काफी गुस्सा है. किंतु बुतवाल में कार्य करने के दौरान उन्हें इस कदर हिंसक प्रदर्शन की उम्मीद नहीं थी. कान्हेंरकर 6 वर्षो तक नेपाल में काम कर चुके हैं. वे हाल ही में लौट आए हैं. कान्हेंरकर ने बताया कि विदर्भ सहित उत्तरप्रदेश और वाराणसी के कई उनके मित्र अभी भी नेपाल में है. उन्होेंने उनसे बात की तो हालात सिध्द शीघ्र सामाान्य होने की आशा इन मित्रों ने व्यक्त की. नागपुर की सरिता सोनार भी नेपाल में अपने परिजनों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है. सोनार दो वर्षो से नागपुर में काम करती है.

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