नदी पार करते समय एक की मौत
मेलघाट के एकतलाई गांव की घटना

अमरावती /दि.22 – मेलघाट में विकास के वचन केवल कागजों पर ही दिखाई देते है और क्षेत्र के लोगों को आज भी जानलेवा स्थितियों से होते हुए अपनी राह निकालनी पडती है. इसी के चलतेे गत रोज खंडू नदी में बहकर एक ग्रामीण की मौत हो गई. एकतलाई गांव में रहनेवाले रावजी रोना बेठेकर (45) नामक व्यक्ति खुटीदा गांव के निकट खंडू नदी पार करते समय पानी के तेज बहाव में बह गया. जिसका शव बाद में सुमीता पुल के पास बरामद हुआ. इस घटना के चलते क्षेत्र में शोक के साथ-साथ पूरे संताप की लहर भी व्याप्त है.
उल्लेखनीय है कि, करीब दो माह पहले ही जिप की सीईओ संजीता महापात्रा ने खुद खंडू नदी को पार कर खुटीदा गांव को भेंट दी थी और ग्रामिणों की समस्याओं को बेहद नजदिक से अनुभव किया था. विशेष तौर पर रोजाना नदी पार करते समय शिक्षकों एवं ग्रामिणों को होनेवाली दिक्कतों को खुद सीईओ ने देखा था. जिसके चलते उम्मीद बंधी थी कि, प्रशासन द्वारा क्षेत्रवासियों की समस्याओं को हल करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएगे. परंतु पता चला कि, वन विभाग की अनुमति नहीं मिलने के चलते क्षेत्र में विकास काम रुके पडे है और वन विभाग की अनास्था के चलते खंडू नदी पर पुल के काम सहित कई गांवों को जोडनेवाले रास्तों व विद्युत आपूर्ति प्रकल्प का काम अधूरा पडा है. जिसके चलते क्षेत्र के कई गांवों को आज भी अंधेरे में रहने हेतु मजबूर होना पड रहा है और क्षेत्र में पुल व रास्ते भी उपलब्ध नहीं है. ऐसे में गांववासियों द्वारा सवाल पूछा जा रहा है कि, अगर जंगल को बचाना जरुरी है, तो जंगल में रहनेवाले लोगों को बचाना जरुरी नहीं है क्या? इसके साथ ही यह मांग भी जोर पकड रही है कि, वन विभाग द्वारा तत्काल अनुमति देकर पुल, रास्ते व विद्युत आपूर्ति के कामों को तत्काल शुरु किया जाए और खंडू नदी में बहकर मारे गए रावजी बेठेकर के परिजनों को तत्काल आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाए. इसके अलावा क्षेत्र की समस्याओं की ओर अनदेखी करनेवाले वन विभाग के अधिकारियों की जवाबदेही भी तय की जाए.





