आखिर उस दलाल पर कार्रवाई करने की तैयारी में मनपा
मामला मनपा जन्म-मृत्यु विभाग में फर्जी प्रमाणपत्र का

अमरावती /दि.22 – मनपा में चर्चित जन्म-मृत्यु विभाग में फर्जी प्रमाणपत्र के मामले में प्रशासन द्बारा की जा रही जांच पडताल में आखिरकार प्रशासन ने उस दलाल के खिलाफ तमाम सबूत ईकट्ठा कर लिए है और शिघ्र ही संपूर्ण कागजातों, सीसीटीवी फुटेज और सबूतों के साथ दो- तीन दिनों में उस दलाल के खिलाफ राजापेठ पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज करवाई जाएंगी, ऐसी जनकारी अतिरिक्त आयुक्त शिल्पा नाईक ने दी है. वहीं बताया गया कि इस पूरी जांच पडताल में वह दोनों महिला कर्मचारी पूरी तरह से निर्दोष पाई गई है. उनका इस मामले से कोई संबंध नहीं है. जिसके चलते उन दो ठेका पध्दति पर कार्यरत महिला कर्मचारियों को बडी राहत मिली है. उन पर होनेवाली प्रस्तावित कार्रवाई भी अब नहीं की जाएगी.
गौरतलब है कि, मनपा में पिछले 8 सितंबर को चांदूर बाजार तहसील के कुर्हा निवासी गणेश आकोलकर की मृत्यु होने के बाद 2025 में मनपा के जोन क्रमांक 2 से मृत्यु का दाखिला निकाला गया था. जांच पडताल में जन्म मृत्यु विभाग की प्रमुख प्रतिभा आत्राम ने कहां कि यह दाखिला मृत्यु का होने के चलते मुख्यालय से ही निकाला जाता है. इसके कारण जीन दो महिलाओं को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई थी उनके बयान जांच पडताल करने के बाद अब मनपा का शक उस दलाल पर जा पहुंचा है. जिसके चलते उसके खिलाफ राजापेठ थाने में एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया पूर्ण की जा रही है.
बता दें कि पहले ही फर्जी प्रमाणपत्र का मामला सुर्खियां बटोर रहा है. भाजपा के नेता किरिट सोमैया ने इस मामले में आए दिन नए-नए खुलासे किए है. यहां तक की पुलिस आयुक्त ने फर्जी प्रमाणपत्र पर एसआईटी गठित करने की घोषणा करने के बाद एसीपी शिवाजी बचाटे को इस मामले की जांच सौंपी गई है. ऐसे में मनपा से निकाला गया वह फर्जी मृत्यु के दाखिले के मामले में अब दलाल पर कार्रवाई होना लगभग तय है. बताया जाता है कि प्रशासन को यह भी शक है कि वह दाखिला संपत्ति के सिलसिले में निकाला गया है. परंतु चौकाने वाली बात यह है कि वह दाखिला निकालते समय मृतक अकोलकर के परिजनों ने ना ही मनपा में प्रमाणपत्र के लिए आवेदन किया था और ना ही जिला सामान्य अस्पताल में कोई कागजाद प्रमाणपत्र के लिए दिए थे. बावजूद उस दलाल ने फिर वह दाखिला क्यों निकाला अब इसकी जांच मनपा में लगभग पूर्ण कर ली हैं.





