मेरी बेटी ने आत्महत्या नहीं की, उसे ससुरालियों ने मार डाला
शेख हारुण शेख सुलेमान ने पत्रवार्ता में लगाया आरोप

* 8 दिन में न्याय नहीं मिलने पर आत्मदाह की दी चेतावनी
अमरावती /दि.23 – धामणगांव रेलवे तहसील के पेठ रघुनाथपुर में रहनेवाले शेख हारुण शेख सुलेमान ने गत रोज अपने परिजनों सहित अमरावती आकर एक पत्रवार्ता को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि, उनकी बेटी आसीया की मौत आत्महत्या का मामला नहीं, बल्कि हत्या का मामला है तथा आसीया को उसके पति व ससुरालियों द्वारा मार दिए जाने के बाद उसकी मौत को आत्महत्या का मामला दर्शाने का प्रयास किया गया है. ऐसे में पूरे मामले की जांच करते हुए आरोपियों के खिलाफ कडी से कडी कार्रवाई की जानी चाहिए. इसके साथ ही शेख हारुण शेख सुलेमान ने यह चेतावनी भी दी कि, यदि आरोपियों के खिलाफ अगले 8 दिन के भीतर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है, तो वे 9 वें दिन पुलिस अधीक्षक कार्यालय के समक्ष आत्मदाह कर लेंगे.
गत रोज अपने परिजनों सहित धामणगांव रेलवे से अमरावती आकर अपनी बेटी की मौत के संदर्भ में पत्रवार्ता को संबोधित करते हुए शेख हारुण शेख सुलेमान (55) ने बताया कि, उनकी बेटी आसीया शेख हारुण का विवाह 18 मई 2025 को जुना धामणगांव निवासी शेख मजहर शेख अकबर के साथ हुआ था. परंतु विवाह के केवल 3 माह 4 दिन के बाद 22 अगस्त 2025 को उन्हें जानकारी दी गई कि, आसीया ने अपने ससुराल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. जिसके बाद वे तुरंत दौडे-भागे अपनी बेटी की ससुराल पहुंचे थे. जहां पर उन्हें उनकी बेटी द्वारा लिखा गया एक तथाकथित सुसाईट नोट भी दिखाया गया, परंतु उस सुसाईट नोट पर दर्ज हस्ताक्षर उनकी बेटी के नहीं थे. इस पत्रवार्ता में शेख हारुण ने यह भी बताया कि, उनके मोबाइल पर 17 अगस्त को उनकी बेटी का फोन आया था और बेटी ने उन्हें खुद को ससुराल से मायके ले जाने हेतु कहा था. जिसके बाद उन्होंने आसीया के ससुर से इस बारे में बात की थी, तो आसीया के ससुर ने दो दिन बाद खुद ही आसीया को मायके पहुंचाने का आश्वासन दिया था. जिसके चलते परिवार ने दो दिन का इंतजार कर लिया और जब आसीया मायके नहीं आई, तो शेख हारुण की बडी बेटी रेश्मा ने 22 अगस्त को सुबह 11.48 बजे आसीया के घर पर फोन लगाया, तो आसीया की सास सलमाबी ने फोन उठाकर कहा कि, आसीया अभी सो रही है. इसके कुछ ही देर बाद सुबह 11.55 बजे आसीया के ससुर ने फोन करते हुए बताया कि, आसीया ने घर में फांसी लगा ली है. यह सुनते ही शेख हारुण का परिवार तुरंत आसीया के ससुराल पहुंचा, तो दिवाण पर प्लास्टीक का स्टुल रखा हुआ था और पंखे से रस्सी के फंदे पर आसीया लटकी हुई थी. जिसके पास ही ड्रेसिंग टेबल पर एक तथाकथित सुसाईट नोट भी पडा हुआ था. परंतु जब उस सुसाईट नोट पर दर्ज हस्ताक्षरों को आसीया की नोटबुक में दर्ज हस्ताक्षरों के साथ मिलाकर देखा गया, तो दोनों हस्ताक्षरों का आपस में कोई मिलान नहीं हो रहा था. जिसका सीधा मतलब है कि, उक्त सुसाईट नोट आसीया के द्वारा नहीं लिखा गया था.
इस समय शेख हारुण ने यह आरोप भी लगाया कि, उनकी बेटी आसीया के पति शेख मजहर का उसके ही गांव में रहनेवाली एक युवती के साथ अनैतिक संबंध रहने की जानकारी इसी दौरान उन्हें प्राप्त हुई है. जिसके चलते यह अंदेशा है कि, संभवत: किसी अन्य युवती के साथ अनैतिक संबंध में रहनेवाले शेख मजहर ने आसीया से अपना पीछा छुडाने हेतु उसे मौत के घाट उतार दिया और इस काम में शेख मजहर को उसके माता-पिता की ओर से भी साथ व सहयोग मिला. ऐसे में उन्होंने इस पूरे मामले को लेकर दत्तापुर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए शेख मजहर के कॉल रिकॉर्ड, मोबाइल लोकेशन व वॉटस्एप चैट का ब्यौरा खंगालने की मांग की. लेकिन दत्तापुर पुलिस स्टेशन के थानेदार द्वारा इस मामले को लेकर टालमटोल वाले जवाब दिए जा रहे है और एक तरह से पुलिस द्वारा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है. ऐसे में अब यदि आगामी 8 दिनों के भीतर इस मामले में सघन जांच करते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है, तो 9 वें दिन वे खुद पुलिस अधीक्षक कार्यालय के समक्ष आत्मदाह कर लेंगे.
इस पत्रवार्ता में रेश्मा इकबाल शेख, साजीदा हारुण शेख, शहबाज गफ्फार शेख, इस्माईल शेख, हसन शेख व सलमान शेख तथा शरद देवगिरकर आदि भी उपस्थित थे.





