गुणवत्ता रखने में अमरावती विद्यापीठ विफल
अभाविप का आरोप, 14 नवंबर को विद्यापीठ पर मोर्चा

अमरावती /दि.18 – अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) की विदर्भ प्रांत मंत्री पायल किनाके ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया है कि विश्वविद्यालय प्रशासन प्रवेश, परीक्षा, परिणाम, भर्ती, पाठ्यक्रम, छात्रसंघ चुनाव आदि के संबंध में समय पर और उचित निर्णय लेने में विफल रहा है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर के अंतर्गत आने वाले कॉलेज 7 नवंबर को बंद रहेंगे.
श्रमिक पत्रकार भवन में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षों से विश्वविद्यालय प्रशासन ने विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली में व्याप्त शिथिलता, निष्क्रियता और छात्र मुद्दों पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया है. विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है. इस लापरवाह रवैये के कारण लाखों छात्रों का शैक्षणिक जीवन अंधकार में जा रहा है.अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद समय-समय पर मुद्दों को लेकर लगातार आवाज उठाती रही है. परिषद ने छात्र कल्याण के लिए बयान देने से लेकर विरोध प्रदर्शन तक हर स्तर पर प्रयास किए, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्र हित में ठोस निर्णय नहीं लिया. जुलाई-अगस्त में पूरी होने वाली प्रवेश प्रक्रिया सितंबर तक पूरी नहीं हो पा रही है. परीक्षा अवधि के दौरान हॉल टिकट की समस्या और परीक्षा केंद्र पर असुविधा परीक्षा की गुणवत्ता पर सवाल उठा रही है. आने वाले युग में, सभी छात्र-केंद्रित महत्वपूर्ण विषयों को उठाया जाएगा.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विदर्भ प्रांत में प्रवेश, परीक्षा, परिणाम, पाठ्यक्रम, भर्ती, छात्रवृत्ति, छात्रावास, नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन और छात्रसंघ चुनाव को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन की कुव्यवस्था के खिलाफ 14 नवंबर को विश्वविद्यालय स्तरीय मोर्चा निकालेगी. इससे पहले 7 नवंबर को कॉलेज बंद रहेंगे. इस प्रेस वार्ता में अमरावती विद्यापीठ मोर्चा प्रमुख रीद्धेश देशमुख, कैवल्य रुद्रे और अमरावती महानगर सहमंत्री गौरी भारती उपस्थित थे.





