गुटखा बाबत यदि जानकारी है तो डायल करें 100 अथवा 112
स्पेशल आयजी का पत्र, एसपी और सीपी को निर्देश

* नागरिकों को आवाहन
अमरावती /दि.20 – कानून और व्यवस्था विभाग के विशेष पुलिस महानिरीक्षक मनोज कुमार शर्मा ने नागरिकों से अपील की है कि वे प्रतिबंधित खाद्य पदार्थों जैसे गुटखा, पान मसाला, सुगंधित सुपारी, सुगंधित तंबाकू और इसी तरह की वस्तुओं के निर्माण, भंडारण, वितरण, परिवहन या बिक्री के संबंध में शिकायत दर्ज करने के लिए हेल्पलाइन नंबर 100 और डायल 112 का उपयोग करें. इसी प्रकार के निर्देश रेलवे पुलिस, राज्य के पुलिस अधीक्षक और पुलिस आयुक्त को भी दिए गए हैं.
राज्य में प्रतिबंधित खाद्य पदार्थों के निर्माण, निर्माण, वितरण, परिवहन या बिक्री से संबंधित शिकायत दर्ज कराने के लिए खाद्य एवं औषधि प्रशासन का टोल-फ्री नंबर 1800222365 चालू है. इसके अलावा अगर कोई भी व्यक्ति इस संबंध में कोई शिकायत दर्ज कराना चाहता है, तो वह हेल्पलाइन नंबर 100 या 112 पर संपर्क कर सकता है. यह भी निर्देश दिया गया है कि संबंधित थाना प्राप्त शिकायत/सूचना पर तत्काल कानूनी कार्रवाई करेगा. सभी इकाई प्रमुखों को प्रतिबंधित खाद्य पदार्थों के निर्माण, भंडारण, वितरण, परिवहन या बिक्री से संबंधित किसी भी सूचना की सूचना देने को कहा गया है. नागरिकों को हेल्पलाइन नंबर 100 और डायल 112 पर संपर्क कर शिकायत दर्ज कराने तथा विभिन्न माध्यमों, जैसे प्रिंट मीडिया, प्रसारण मीडिया, डिजिटल मीडिया, का उपयोग करके अपने-अपने क्षेत्रों में जागरूकता फैलाने के निर्देश दिए गए हैं. पुलिस आयुक्त और पुलिस अधीक्षक को इसके क्रियान्वयन के निर्देश दिए गए हैं.
* गुटखा कार्रवाई में केवल शिकायतकर्ता
प्रतिबंधित गुटखा के खिलाफ कार्रवाई एफडीए के पास अधिकार होते हुए भी यह व्यवस्था स़िर्फ शिकायतकर्ता बनकर रह गई है. जब पुलिस गुटखा ज़ब्त करती है, तो खाद्य सुरक्षा अधिकारी को शिकायत दर्ज कराने के लिए बुलाया जाता है.
* 1800222365 टोल फ्री बंद
खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) का टोल-फ्री नंबर 1800222365 बंद है. राज्य सरकार ने यह टोल-फ्री नंबर जारी करते हुए बताया था कि खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006, नियम एवं विनियम 2011 का क्रियान्वयन कर रहा है और राज्य के नागरिकों को सुरक्षित एवं पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराकर उनके जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए विभिन्न उपाय कर रहा है. कोरोना काल में भी यही नंबर जारी किया गया था. हालांकि, अब जब आप उस टोल-फ्री नंबर पर कॉल करते हैं, तो वह बंद मिलता है.





