बैंक खोलने और चलाकर दिखाने की लगन का सुपरिणाम है अभिनंदन बैंक

संचालक मंडल अध्यक्ष सुदर्शन गांग का कहना

* रिजर्व बैंक के अधिकारियों का मिलता रहा मार्गदर्शन
* अमरावती मंडल से बातचीत में शेयर की स्थापना की रोचक गाथा े
अमरावती/ दि. 29- अभिनंदन को- ऑपरेटिव बैंक के आज के स्वरूप को देखते हुए सभी बधाई देते हैं, अभिनंदन करते हैं, कामकाज की प्रशंसा करत ेहै. प्रणाली की पारदर्शिता को श्लाघनीय बताते नहीं अघाते. इसके पीछे वह लगन और संकल्प हैं. जब हमें लोग सहकारिता बैंक खोलने और चलाकर बताने की चुनौती देते थे. यह बात अभिनंदन के निदेशक बोर्ड के अध्यक्ष और संस्थापक एवं अंबानगरी के प्रसिध्द समाजसेवी सुदर्शन गांग ने बताई. वे आज दोपहर बैंक के भवन अभिनंदन हाईट्स के मुख्यमंत्री के हस्ते लोकार्पण की पूर्व संध्या अमरावती मंडल के लक्ष्मीकांत खंडेलवाल से बातचीत कर रहे थे. अत्यंत व्यस्तता के बावजूद उन्हाेंेंने बैंक की स्थापना की. उक्त रोचक गाथा बताई.
स्थापना का रोचक किस्सा
सुदर्शन गांग ने बताया कि सामाजिक क्षेत्र में कार्य करते हुए अनेक अवसरों पर समाज के लोगों से सहकारिता बैंक शुरू करने के बारे में वे बात करते तो लोग उन्हें टोकते. लोगों ने ही उन्हें सहकारिता बैंक शुरू करने की चुनौती देते हुए इसे सफल कर दिखलाने कहा. इस बात को मन पर लेकर गांग ने हुकुमचंद डागा और अन्य को साथ लेकर सहकारिता बैंक अथवा पत संस्था खोलने का निर्णय किया.
जहां चाह वहां राह
संस्कृतनिष्ठ हिन्दी बोलनेवाले सुदर्शन गांग ने बताया कि उनका निर्णय आगे बढा जब जहां चाह वहां राह उक्ति सार्थक हो गई. उस समय डीआर मेहता भारतीय रिजर्व बैंक के डेप्युटी गवर्नर थे. उनसे परिचय और मैत्री होने से बैंक शुरू करने के लिए सार्थक मार्गदर्शन मिला. आगे भी रिजर्व बैंक के अधिकारियों का मार्गदर्शन समय- समय पर मिलता रहा.
1500 सदस्य एकत्र करना
सुदर्शन गांग अमरावती में जैन संगठन के अलावा अनेक सामाजिक संस्थाओं से जुडे हैं. उनका अपना आनंद परिवार हैं. वे बताते हैं कि बैंक की स्थापना हेतु सारी प्रोसेस शुरू की. 15 लाख रूपए का फंड जमा करने के साथ 1500 सदस्य बनाना था. यह सब करने में समय लगा. किंतु 24 अक्तूबर 1998 को प्रभात टॉकीज के बगल में अभिनंदन बैंक शुरू की गई. उन्होंने बताया कि सभी का योगदान रहा.
आज 10 शाखाएं, कामकाज बढिया
सुदर्शन गांग ने बताया कि अभिनंदन बैंक में हम सभी संचालकों ने मिलकर सर्वसम्मति से निर्णय किए. रिजर्व बैंक की एडवाइज के अनुरूप आगे बढते गये. आज 10 शाखाएं सुचारू और बढिया कामकाज कर रही हैं. उनमें अमरावती, परतवाडा, अचलपुर, बडनेरा, धामणगांव, चांदुर बाजार, नागपुर, वीनस प्लाजा शाखाओं का समावेश है. नई तकनीक अर्थात कोर बैंकिंग का अवलंब पहले दिन से ही किया गया है.
प्रशिक्षण है सफलता की कुंजी
सुदर्शन गांग विनम्र स्वभाव के साथ मिलनसारिता हेतु प्रसिध्द है. उदार स्वभाव के धनी गांग ने बताया कि ट्रेनिंग आपको किसी भी क्षेत्र में मनचाही सफलता दिला सकती है. इसलिए रिजर्व बैंक के मार्गदर्शन में स्वयं उन्होंने, विजय बोथरा, सुरेंद्र बरडिया ने ट्रेनिंग ली और अपने बैंकिंग स्टाफ की भी ट्रेनिंग पूर्ण करवाई. अभी भी समय- समय पर प्रशिक्षण वर्ग चलते हैं. बैंक के 80 से अधिक स्टाफ फुल ट्रेन्ड होने का दावा उन्होंने किया. गांग ने बताया कि अभिनंदन हाईट्स के कल होने जा रहे ऐतिहासिक लोकार्पण के लिए समस्त संचालक मंडल और स्टाफ के साथ साथ हमारे सभी खातेधारक, शेयरधारक, ग्राहक प्रसन्न हैं.
जर्मनी में किए ट्रेनिंग दौरे
निदेशक मंडल के अध्यक्ष सुदर्शन गांग ने बताया कि अमरावती के सहकारिता क्षेत्र में नये सोपान गढते हुए रिजर्व बैंक ने अभिनंदन के अध्यक्ष और पदाधिकारियों को जर्मनी, नैदरलैंड ट्रेनिंग के लिए चुना. अध्यक्ष विजय गांग के साथ सुदर्शन गांग और सुरेन्द्र बरडिया ने उपरोक्त देशों का दौरा किया. बैकिंग सेक्टर की ट्रेनिंग प्राप्त की. जिससे बैंक की सफलता का राज कह सकते हैं. उन्होंने बताया कि अभिनंदन हाईट्स इस बैंक की अपनी जी प्लस फोर वास्तु के ऐतिहासिक लोकार्पण पर प्रसन्नता और गौरव की अनुभूति हो रही है. निश्चित ही यह ऐतिहासिक घडी सभी के सहयोग, सकारात्मक सोच का सुपरिणाम हैं.

Back to top button