13 साल बाद मेलघाट की वादियों में ‘नरनाला महोत्सव’
30 जनवरी से 1 फरवरी तक आयोजन

अकोला/दि.13 -सतपुड़ा पर्वत श्रेणियों के बीचस्थित मेलघाट के समृद्ध वनवैभव और आदिम संस्कृति की झलक दिखाने के लिए ‘नरनाला महोत्सव’ का आयोजन 30 जनवरी से 1 फरवरी तक किया जाएगा. इस आयोजन की तैयारी को लेकर सभी संबंधित विभागों को समन्वयपूर्वक कार्य करने के निर्देश जिलाधिकारी वर्षा मीणा ने दिए हैं. करीब 13 वर्षों के अंतराल के बाद मेलघाटकी वादियों में ‘नरनाला महोत्सव’ गूंजेगा.
महोत्सव की पूर्व तैयारी की समीक्षा हेतु जिलाधिकारी वर्षा मीणा की अध्यक्षता में संबंधित विभागों की ऑनलाइन बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनीता मेश्राम, निवासी उपजिलाधिकारी विजय पाटिल, अकोट के उपविभागीय अधिकारी मनोज लोणारकर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे. मेलघाट का यह प्रसिद्ध पर्यटन महोत्सव 13 वर्षों के अंतराल के बाद फिर से आयोजित किया जा रहा है. इस आयोजन के माध्यम से मेलघाट का ऐतिहासिक नरनाला किला, समृद्ध वनवैभव, आदिवासी संस्कृति और परंपराओं का दर्शन पर्यटकों को होगा. महोत्सव में नौका विहार, जंगल सफारी, आदिवासी नृत्यकला प्रदर्शन, पक्षी अवलोकन, किले की सैर, साहसिक खेल, फोटोग्राफी प्रदर्शन सहित विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. जिलाधिकारी मीणा ने निर्देश दिए कि संपूर्ण कार्यक्रम का प्रस्ताव भेजा जाए. उन्होंने कहा कि महोत्सव में उच्च दर्जे के सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल किए जाएं और स्थानीय कलाकारों को भी प्रोत्साहन दिया जाए. राजस्व, वनविभाग, सिंचाई विभाग सहित सभी संबंधित यंत्रणाओं को समन्वय से कार्य कर महोत्सव को सफल बनाने के निर्देश दिए गए. स्वयंसेवी संगठनों की सहभागिता सुनिश्चित करने और महोत्सव की व्यापक प्रसिद्धि के लिए वीडियो, डॉक्यूमेंट्री, समाचार और प्रचार फलक के माध्यम से प्रचार-प्रसार करने पर भी जोर दिया गया.





