सबसे बडी बोटिंग रेस से कौंडण्यपुर के अंबा रुख्मिणी महोत्सव की शुरुआत

रविराज एवं गायत्री देशमुख के हाथों सपत्नीक वरदायिनी माता की आरती

* एक लाख दीपोत्सव से प्रकाशमय हुआ माता रुख्मिणी का पीहर
कौंडण्यपुर/दि.17 –  महोत्सव विदर्भ का, विदर्भ की प्राचीन राजधानी कहे जाने वाले कौंडण्यपुर में अंबा रुक्मिणी महोत्सव 2025 का आयोजित किया गया. यहां पर नयनरम्य बोटिंग शो यानी नौका विहार स्पर्धा का विहंगमय दृश्य कौंडण्यपूर वर्धा नदी पर 14 नवंबर को देखने मिला. पटाखों की आतिषबाजी, हजारों की भीड इस महोत्सव का विशेष आकर्षण रही. उल्लेखनीय है कि, महाराष्ट्र में पहलीबार ऐसा अनोखा उपक्रम अयोजित किया था. इस बोटिंग स्पर्धा में राज्य में उत्स्फूर्त प्रतिसाद मिला. बोट चालकों ने अत्यंत उत्साह से इस स्पर्धा में सहभागी होकर नयनरम्य प्रस्तुती दी. अंबा रुख्मिणी सांस्कृतिक महोत्सव समिती की ओर से आयोजित इस बोटिंग स्पर्धा का उद्घाटन समिति के अध्यक्ष रविराज देशमुख ने किया. इस अवसर पर अध्यक्ष के रूप में जगद्गुरू स्वामी श्री रामराजेश्वराचार्यजी माऊली सरकार तथा प्रमुख अतिथि के रूप में श्री अंबिका देवी संस्थान के पुजारी नरेंद्र महाराज पुरी, गायत्रीताई देशमुख, तथा सरपंच प्रेमदास राठोड, कुर्‍हा की सरपंच मीनाताई नायर आदि मान्यवर उपस्थित थे. इस भव्य समारोह की प्रस्तावना अंबा रुख्मिणी सांस्कृतिक महोत्सव समिती के सचिव अक्षय पुंडेकर ने रखी. इस अवसर पर रविराज देशमुख एवं गायत्री देशमुख के हाथों वरदायिनी माता की आरती की गई. तथा श्री रुख्मिणी माता को विशेष अहेर अर्पित किया गया. वरदायिनी आरती का नयनरम्य दृश्य देखने के लिए हजारो नागरिकों की भीड की थी. संचालन अश्विनी विलायतकर ने तथा आभार प्रदर्शन सुमित तट्टे ने किया. कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए श्री अंबा रुख्मिणी सांस्कृतिक महोत्सव समिती के सभी सदस्यों ने अथक प्रयास किए.

एक लाख दीपोत्सव
उल्लेखनीय है कि, महाराष्ट्र के सबसे बडे बोटिंग शो के बाद एक लाख दीपोत्सव में महिलाओं ने एक-एक दीप लगाकार संपूर्ण घाट परिसर को सजाया था. समारोह में रविराज देशमुख एवं गायत्री ताई देशमुख ने भी सपत्नीक दीपज्योत प्रज्वलित की.

 

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