राज्य का पहला जीवनदायी अस्पताल बना विभागीय संदर्भ सेवा

शीघ्र होंगे हार्ट के भी बडे ऑपरेशन

* अवयव दान को प्रोत्साहन देने की कोशिश
अमरावती /दि.24 – विभागीय संदर्भ सेवा अस्पताल (सुपर स्पेशालिटी हॉस्पिटल) को किडनी प्रत्यारोपण की सफल सर्जरी के कारण एक नई पहचान मिली है. अब तक इस अस्पताल में 60 मरीजों को उनके परिजनों से समय पर किडनी दान मिलने से नया जीवन देने में अस्पताल प्रशासन को सफलता मिली है. अब जल्द ही यहां अंग प्रत्यारोपण जोनल प्रणाली स्थापित की जा रही है. इसमें ब्रेनडेथ मरीजों की किडनी, लीवर, हृदय, छोटी आंत, आंखे आदि दान तथा प्रत्यारोपण की शल्यक्रियाएं भी स्थानीय स्तर पर संभव होगी.
विभागीय संदर्भ सेवा अस्पताल में वर्ष 2018-19 से किडनी प्रत्यारोपण शुरु किया है. इसके पहले ही वर्ष में 6 किडनी प्रत्यारोपण की गई थी. मई 2025 तक अस्पताल में 52 किडनी प्रत्यारोपण शल्यक्रियाएं की जा चुकी है और हाल ही में 2 सफल किडनी प्रत्यारोपण किए गए हैं. इसका मतलब सुपर में सफल 60 किडनी प्रत्यारोपण शल्यक्रियाएं की जा चुकी है. अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. अमोल नरोटे और विशेष कार्यकारी अधिकारी डॉ. मंगेश मेंढे के मार्गदर्शन में डॉक्टरों की टीम मरीजों के परिजनों का समुपदेशन कर किडनी दान के महत्व को समझाती रही है. इस प्रक्रिया में अस्पताल के अधिकारी, कर्मचारी का भी विशेष सहयोग रहा है. जिनमें शीतल बोंडे व अन्य कर्मचारियों का सहयोग रहा है.

* मरीजों पर तत्पर उपचार और शल्यक्रिया
अंग प्रत्यारोपण के लिए मानव अंगदान प्रत्यारोपण समिति की अनुमति अनिवार्य होती है. पहले यह बैठक यवतमाल स्थित वसंतराव नाईक मेडिकल कॉलेज में आयोजित की जाती थी. लेकिन जनवरी 2025 में विभागीय संदर्भ सेवा अस्पताल में अंगदान प्रत्यारोपण समिति की स्थापना की गई. अब हर महीने अंगदान व प्रत्यारोपण से संबंधित बैठकें होती है. इससे मरीजों और परिजनों को अनुमति के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पडता है.

* सफल सर्जरी
अब तक की गई प्रत्यारोपण सर्जरी में मां – 34, पिता-12, पत्नी-8, पति-1, भाई-1, ससुर-2, बुआ-1, दादी-1 ऐसे कुल मिलाकर 60 सफल किडनी प्रत्यारोपण सुपर में किए गए है.

* शीघ्र ही रिट्रिवल और प्रत्यारोपण सर्जरी
सुपर स्पेशालिटी हॉस्पिटल में जल्द ही अंग प्रत्यारोपण जोनल प्रणाली स्थापित की जा रही है. इससे यहां किडनी, लीवर और हृदय प्रत्यारोपण जैसे जटिल शल्यक्रिया की जा सकेगी. इसके लिए जिला नियोजन समिति की ओर से दो उच्चस्तरीय ऑपरेशन थिएटर मंजूर किए गए है. एक अंग रिट्रिवल के लिए और दूसरा प्रत्यारोपण सर्जरी के लिए होगा.

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