‘हनी ट्रैप’ में फंसाकर मारा मंथन को

मंथन पालनकर हत्याकांड में सामने आई सनसनीखेज जानकारी

* यश रोडगे हत्याकांड वाले तरीके को ही मंथन पर दोहराया गया
* सोशल मीडिया को बनाया गया मंथन के खिलाफ हथियार
* लडकी के साथ यारी-दोस्ती व चैटिंग के जाल में फांसा गया
* हमेशा साथ रहनेवाले दोस्त ने ही मंथन को दिया दगा
* वालकी डैम पर मंथन को ले जाकर आरोपियों को बताया लोकेशन
* पहले से घात लगाए बैठे आरोपियों ने हमला करते हुए उतारा मौत के घाट
* 5 नाबालिगों सहित अब तक 8 आरोपी धरे गए, नाबालिगों में 2 लडकियों का भी समावेश
* दोनों लडकियां मंथन की हत्या के वक्त घटनास्थल पर थी मौजूद, कपडों से मिले मंथन के खून के धब्बे
* (मंथन हत्याकांड और उसके बाद शहर में हुए हुडदंग की विस्तृत खबर भीतरी पृष्ठ पर)                                                  अमरावती/दि.20 – गत रोज दोपहर समिपस्थ नांदगांव पेठ के निकट बोर नदी पर बने वालकी बांध परिसर में मंथन उर्फ मन्या पालनकर नामक साढे 18 वर्षीय युवक की तेज धारदार हथियारों से सपासप वार करते हुए हत्या कर दी गई थी. वालकी बांध परिसर के मुख्य प्रवेशद्वार पर मंथन उर्फ मन्या का रक्तरंजित शव पडा रहने की जानकारी मिलते ही हरकत में आते हुए नांदगांव पेठ पुलिस सहित शहर पुलिस की अपराध शाखा ने एक-एक कर कुल 8 आरोपियों को धर दबोचा. जिनमें 5 नाबालिगों का भी समावेश है. खास बात यह है कि, इन 5 नाबालिगों में 2 लडकियां भी शामिल है. जिनके कपडों से मंथन के खून के दाग भी मिले है. जिसके चलते स्पष्ट हुआ कि, यह दोनों लडकियां भी मंथन को मौत के घाट उतारे जाते समय घटनास्थल पर मौजूद थी. ऐसे में हत्या की किसी वारदात में दो नाबालिग लडकियों का भी प्रत्यक्ष सहभाग रहने का पहला मामला उजागर होते ही पुलिस ने जब पूरे मामले की पडताल करनी शुरु की, तो पता चला कि, एक वर्ष पूर्व घटित यश रोडगे हत्याकांड का बदला लेने हेतु मंथन उर्फ मन्या पालनकर को मारने के लिए आरोपियों ने बाकायदा ‘हनी ट्रैप’ का सहारा लिया और सोशल मीडिया पर बाकायदा एक लडकी के नाम से अकाउंट बनाते हुए मंथन उर्फ मन्या को उस लडकी के साथ दोस्ती के जाल में फांसने के बाद उसे सुनियोजित तरीके से गत रोज वालकी डैम परिसर ले जाया गया. जहां पर पहले से घात लगाकर बैठे यश रोडगे के दोस्तों ने मन्या उर्फ मंथन पालनकर को तेज धारदार हथियार से सपासप वार करते हुए मौत के घाट उतार दिया. खास बात यह रही कि, यश रोडगे के दोस्तों यानि आरोपियों को इस काम में खुद मन्या उर्फ मंथन के एक नाबालिग दोस्त ने जमकर सहायता की. जिसके तहत मन्या के उस नाबालिग दोस्त ने ही आरोपियों के प्लान में शामिल रहने के साथ-साथ मन्या की लोकेशन को उनके साथ शेयर किया था. जिसे ट्रेस करते हुए आरोपी वालकी डैम परिसर पहुंचे थे.
बता दें कि, करीब सवा साल पहले 21 अगस्त 2024 की रात आपसी रंजिश के चलते कुछ लोगों ने यश रोडगे की निर्मम हत्या कर दी थी. उस हत्याकांड में तब नाबालिग रहनेवाला मन्या उर्फ मंथन पालनकर भी शामिल था. जिसके बाद से वह लगातार रिमांड होम में बंद था और हाल-फिलहाल ही छुटकर बाहर निकला था. जिसके बाद यश रोडगे के दोस्तों ने यश की हत्या का बदला लेने के लिए मन्या उर्फ मंथन को मौत के घाट उतारने की योजना पर काम करना शुरु किया था. खास बात यह है कि, यश रोडगे को भी उसके हत्यारों ने ‘हनी ट्रैप’ के जरिए ही अपने जाल में फांसा था. जिसके लिए एक लडकी के नाम से सोशल मीडिया पर फर्जी यानि फेक आईडी बनाकर यश रोडगे के साथ चैटिंग करनी शुरु की गई थी और फिर उसे अपने जाल में फासते हुए 21 अगस्त की रात एक जगह पर बुलाकर मौत के घाट उतार दिया गया था. ऐसे में यश रोडगे के दोस्तो ने उसकी मौत का बदला लेने के लिए भी बिल्कुल वही तरीका अमल में लाने का फैसला लिया. हालांकि इस बार किसी लडकी के नाम पर फेक आईडी बनाने की बजाए बाकायदा अपनी परिचित दो नाबालिग लडकियों को ही प्लान में शामिल किया गया. जिनके जरिए सोशल मीडिया पर मंथन पालनकर को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हुए उससे जान-पहचान और दोस्ती बढाई गई. साथ ही साथ दोनों लडकियों ने अपने एक दोस्त के जरिए मंथन के साथ मेल-मुलाकात करना भी शुरु किया. जिसके चलते मंथन उर्फ मन्या पालनकर इसे असल हकीकत वाली दोस्ती समझ बैठा और काफी हद तक बेफिक्र भी हो गया. लेकिन मंथन इस बात से पूरी तरह अनजान था कि, उन दोनों लडकियों सहित हमेशा ही उसके साथ रहनेवाला अर्जुन (काल्पनिक नाम) नामक उसका नाबालिग दोस्त भी उसके दुश्मन खेमे के साथ जुडे हुए है.
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गत रोज मंथन अपने उसी नाबालिग दोस्त के साथ उन दोनों लडकियों से मिलने के लिए गाडगे नगर परिसर में पहुंचा था. जहां पर चारों ने एक टी स्टॉल पर साथ मिलकर चाय पी और फिर तीन दुपहिया वाहनों पर सवार होकर चारों लोग वालकी डैम जाने के लिए रवाना हुए. इस दौरान मंथन के साथ रहनेवाले उसके नाबालिग दोस्त ने अपना लाइव लोकेशन आरोपियों के साथ शेयर कर दिया था. जिसे ट्रेस करते हुए सभी आरोपी इन चारों के पीछे-पीछे वालकी डैम परिसर पहुंच गए और वालकी डैम के मुख्य प्रवेशद्वार के पास ही आरोपियों ने मंथन को घेरकर उस पर तेज धारदार हथियारों से सपासप वार करते हुए उसे वहीं पर मौत के घाट उतार दिया. इस समय दोनों लडकियां मंथन के इतने पास खडी थी कि, हत्या की वारदात को अंजाम दिए जाते समय मंथन के शरीर से उडे खून के छीटें उनके भी कपडों पर जाकर गिरे और बाद में उन लडकियों को पकडे जाते समय उनके कपडों से इसी खून के धब्बे पाए गए. हत्या की इस वारदात को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी अपने-अपने वाहनों पर सवार होकर मौके से भाग निकले. लेकिन हत्या की यह वारदात उजागर होते ही नांदगांव पेठ पुलिस के डीबी पथक तथा शहर पुलिस की अपराध शाखा ने बडी तेजी के साथ मामले की जांच-पडताल करते हुए 5 नाबालिगों सहित कुल 8 आरोपियों को अपनी हिरासत में लिया. पकडे गए नाबालिगों में वारदात के वक्त घटनास्थल पर मौजूद उन दो लडकियों का भी समावेश था. जिन्होंने आरोपियों के साथ मिलिभगत करते हुए मन्या उर्फ मंथन को अपने जाल में फांसा था.
पुलिस सूत्रों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक पकडे गए आरोपियों में संतोष पांडुरंग घाटे (21, नवाथे चौक), दीपक शर्मा (21, गोपाल नगर) व सुजल पुरुषोत्तम जायभाये (21, आदर्श नगर) का समावेश है. जिसमें से संतोष घाटे को नांदगांव पेठ थाने के डीबी पथक तथा दीपक शर्मा व सुजल जायभाये को अपराध शाखा के पथक द्वारा अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार किया गया. जिनकी निशानदेही पर वारदात में शामिल सभी नाबालिगों को भी खोज निकाला गया. जिन्हें तुरंत ही रिमांड होम में रवाना कर दिया गया. वहीं तीनों आरोपियों को नांदगांव पेठ पुलिस के हवाले कर दिया गया. जहां से उन्हें पुलिस कस्टडी रिमांड की मांग हेतु आज स्थानीय अदालत में पेश किया गया. मंथन उर्फ मन्या पालनकर हत्याकांड की इस पूरी कहानी के सामने आने से यह स्पष्ट हो गया है कि, शहर में विगत कुछ वर्षों के दौरान तेजी से पनपे नाबालिगों के अलग-अलग गैंगों के बीच गैंगवार वाली स्थिति बनी हुई है. जिनके द्वारा वर्चस्व की लडाई के चलते अपने प्रतिस्पर्धियों को निपटाने का काम किया जा रहा है और फिर प्रतिस्पर्धी गैंग द्वारा खून के बदले खून की मानसिकता के तहत काम करते हुए अपने साथी की मौत का बदला किसी की हत्या करते हुए लिया जा रहा है. यश रोडगे की हत्या भी एक तरह से बदले व प्रतिशोध की भावना के तहत हुई घटना थी. वहीं अब रोडगे की मौत का बदला लेने के लिए उसकी हत्या में शामिल मंथन उर्फ मन्या पालनकर को मौत के घाट उतारा गया है. ऐसे में आगे जाकर यह सिलसिला और कितने लोगों की जान लेता है, या फिर अमरावती शहर पुलिस इस गैंगवार पर रोक लगाने में कामयाब हो पाती है, यह देखना दिलचस्प होगा.

* 24 घंटे के भीतर पूरे मामले का किया पर्दाफाश
नांदगांव पेठ पुलिस के साथ मिलकर इस मामले की समांतर जांच कर रहे शहर पुलिस की अपराध शाखा के पुलिस निरीक्षक संदीप चव्हाण ने इस पूरे मामले को लेकर दैनिक ‘अमरावती मंडल’ के साथ विशेष तौर पर बातचीत करते हुए बताया कि, मन्या उर्फ मंथन हत्याकांड में शामिल आरोपियों को पुलिस ने 24 घंटे के भीतर हिरासत में लेने के साथ ही इस पूरे मामले का पर्दाफाश कर दिया है. जिसके चलते मंथन हत्याकांड के तरीके और वजह की जानकारी सबके सामने उजागर हुई है. इसके बावजूद इस मामले की सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच-पडताल की जा रही है, ताकि आरोपियों के खिलाफ अदालत में बेहद मजबूत चार्जशीट पेश की जा सके.

* कोई गैंगवार नहीं चलने दिया जाएगा
इसके साथ ही हाल-फिलहाल ही अमरावती में अपना पदभार स्वीकार करनेवाले शहर पुलिस आयुक्त राकेश ओला ने इस पूरे मामले में अपराध शाखा एवं नांदगांव पेठ पुलिस के डीबी पथक द्वारा की गई तेज रफ्तार कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि, शहर में किसी भी तरह के अपराधी तत्वों और उनके गैंग को पनपने नहीं दिया जाएगा. साथ ही शहर में किसी भी तरह के गैंगवार को भी नहीं चलने दिया जाएगा. जिसके लिए शहर पुलिस द्वारा सभी अपराधिक तत्वों की समय रहते पहचान सुनिश्चित की जाएगी. साथ ही साथ अल्पवयीन रहनेवाले नाबालिगों को अपराध के रास्ते से परावृत्त करने हेतु तमाम आवश्यक कदम भी उठाए जाएंगे.
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