दर्यापुर की नई नगराध्यक्ष मंदाकिनी सुधाकर भारसाकले का कहना
रूका हुआ विकास करेंगे गतिमान

* शासन पर बकाया 85 करोड लाना है
* 250 करोड की गटर योजना भी करवानी है मंजूर
दर्यापुर/ दि. 22 – दर्यापुर का विकास रूका पडा है. अनेक योजनाएं कागज पर मंजूर हुए अरसा बीत गया, साकार नहीं हो पायी. उन्हें साकार करना है, विकास को गतिमान करना है. शासन पर बकाया 85 करोड का प्रलंबित अनुदान प्राथमिकता से लाना है. यहां के विकास प्रकल्पों को तेजी से पूर्ण करने की बात नवनिर्वाचित नगराध्यक्ष मंदाकिनी सुधाकर भारसाकले ने कही. नगराध्यक्ष निर्वाचित होने पश्चात मीडिया को दिए पहले इंटरव्यू में मंदाकिनी भारसाकले ने अमरावती मंंडल से बात की. उन्होंने संक्षिप्त बातचीत में दर्यापुर पालिका अंतर्गत सामान्य लोगों की सभी छोटी बडी दिक्कतों को प्राथमिकता से हल करने का दावा किया.
* सामान्य लोगों के रहते अनेक कार्य
मंदाकिनी भारसाकले ने कहा कि, नगर परिषद में सामान्य लोगों के अनेकानेक कार्य होते हैं. वे जनप्रतिनिधि न होने से पिछले 4 वर्षों से अटके पडे थे. प्रशासन आम नागरिकों को छोटे-मोटे काम के लिए भी चक्कर कटवाता था. अब ऐसा नहीं होगा. प्रमाणपत्रों का विषय हो या आवास के प्रस्ताव या फिर स्वास्थ्य सुविधा संबंधी शिकायतें, सभी के निराकरण पर जोर रहेगा. मंदाकिनी भारसाकले आज-कल में ही अपने पद सूत्र कांग्रेस के जिले के नेताओं की उपस्थिति में ग्रहण करने जा रही है. बता दें कि, उन्होंने प्रतिष्ठापूर्ण मुकाबले में अपनी देवरानी और बीजेपी की प्रत्याशी नलिनी भारसाकले को मात दी है.
* नई बस्तीयों के कामों को प्राथमिकता
मंदाकिनी भारसाकले और उनके यजमान तथा सहकारिता क्षेत्र के बडे नाम सुधाकर भारसाकले भी इस बातचीत दौरान मौजूद थे. नई नगराध्यक्ष ने बताया कि, दर्यापुर पालिका क्षेत्र में साईनगर का भाग जोडा गया है. इस नई बस्ती क्षेत्र में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाना है. उधर भूमिगत गटर योजना का प्रस्ताव तैयार है. वह निवर्तमान पालिका ने शासन को भेज रखा है. करीब 250 करोड के प्रस्ताव को मंजूरी और निधि आवंटन के लिए प्राथमिकता से प्रयत्न करने की बात मंदाकिनी भारसाकले ने कही. उन्होंने बताया कि, बाभली क्षेत्र में हदवाढ में टाटा नगर और भराली बस्ती का एरिया पालिका क्षेत्र में आ गया है. वहां भी नागरी सुविधाओं को बढाना ैहै. पिछली पालिका सभा में इस विषय में प्रस्ताव और प्रारुप तैयार कर शासन को मान्यता के लिए भेजे है. सरकार पर हदवाढ का लगभग 80-85 करोड का अनुदान बकाया है. मंदाकिनी भारसाकले ने बताया कि, शासन के पास अनुदान के लिए तत्कालीन विधायक द्वारा बारंबार अनुरोध किए जाने के बावजूद अनुदान जारी नहीं किया गया. किंतु अब सरकार को अनुदान के लिए बाध्य किया जाएगा. दर्यापुर के रुके पडे विकास कार्यो को गतिमान किया जाएगा.
* महिलाओं के लिए होंगे प्रयत्न
मंदाकिनी भारसाकले ने कहा कि, दर्यापुर पालिका महिलाओं के सक्षमीकरण हेतु न केवल शासकीय योजनाओं के प्रभारी रुप से क्रियान्वयन पर बल देगी, बल्कि वे स्वयं नई कल्पनाशील योजनाओं तथा बचत गटों के माध्यम से महिला वर्ग हेतु बेहतर साधन-सुविधाएं उपलब्ध करवाने पर जोर देगी. उन्होंने बताया कि, मार्केट एरिया सहित दर्यापुर, बाभली, बनोसा में नारियों के लिए प्रसाधन सुविधा उपलब्ध है. उन्हें साफ-सुथरा और अपडेट रखने नगराध्यक्ष के रुप में वे जरुर प्रयास करेगी.
* शालाएं होगी डिजिटल
दर्यापुर की नई नगराध्यक्ष मंदाकिनी भारसाकले ने शाला अद्यतन करने पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा कि, उनकी प्राथमिकता सूची में पालिका की सभी एक दर्जन शालाओं को डिजिटाइज करना है. नए दौर में गांव, देहात, नगर के विद्यार्थियों को लेटेस्ट शैक्षणिक सुविधाएं उपलब्ध करवाना नगर परिषद का कर्तव्य है. उनके नेतृत्व में दर्यापुर पालिका इस कसौटी पर पूर्ण रुप से खरा उतरने की कोशिश करेगी. उन्होंने कहा कि, समय के साथ और भी अनेक योजनाएं और विकास कार्य निकट भविष्य में किए जाएंगे. उन्होंने दर्यापुर की जनता को उन्हें नगराध्यक्ष चुनने के लिए विनम्र आभार व्यक्त किया और कहा कि, भारी दबाव-प्रभाव के बीच कांग्रेस कार्यकर्ताओं के महत्प्रयासों से यह विजय संभव हुआ है.





