पुसद बैंक के अध्यक्ष शरद मैद गिरफ्तार

मुन्ना वर्मा आत्महत्या: नागपुर क्राईम ब्रांच ने पुसद से धरदबोचा

नागपुर /दि.18 – लोकनिर्माण विभाग के ठेकेदार , पी.वी. वर्मा उर्फ मुन्ना वर्मा की आत्महत्या के मामले में नागपुर की क्राईमब्रांच ने पुसद में कार्रवाई करते हुए पुसद अर्बन बैंक के अध्यक्ष शरद मैद को गिरफ्तार किया है. नागपुर क्राईम ब्रांच ने यह कार्रवाई बुधवार 17 सितंबर को की.
उल्लेखनिय है कि आर्थिक तंगी से परेशान होकर 1 सितंबर 2025 को नागपुर के कांट्रेक्टर मुन्ना वर्मा ने नागपुर स्थित राजनगर के अपने फ्लैट में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. जांच के दौरान पुलिस को पता चला था कि वर्मा ने विभिन्न सरकारी विभागों का काम किया था. इस काम के 30 से 40 करोड रुपए सरकार के पास बकाया था. उन्होंने सरकारी काम को करने के लिए बाजार से भी कर्ज ले रखा था, यह कर्ज नहीं लौटा पाने के कारण वर्मा तनाव में थे. उनके दोस्त और करीबी लोगोें से पूछताछ करने पर पता चला कि वे कर्ज से कारण तनाव में थे.
कर्ज के दबाव में मुन्ना वर्मा ने आत्महत्या की, जब इस एंगल से जांच की तो पुलिस ने अपना दायरा बढाया. इस दौरान यह पता चला कि मुन्ना वर्मा ने पुसद अर्बन बैंक के अध्यक्ष से 30 करोड रुपए का कर्ज लिया था. सूत्रों का कहना है कि शरद मैद ने 30 करोड रुपए का कर्ज पुसद अर्बन बैेंक से न देकर बल्कि अपनी पत्नी के नाम चलाई जा रही एक पतसंस्था से दिलवाया था.
सूत्रों के मुताबिक इस मामले में बताया गया है कि शरद मैद केवल आधार कार्ड और पैन कार्ड व स्टैंम पेपर के भरोसे अपनी पत्नी के नाम वाली पतसंस्था से लोगोें को कर्ज देता था. सूत्रों का यह भी कहना है कि, पुसद अर्बन बैंक में जमा होने वाले बडे पैसों को शरद मैद हेरा-फेरी कर इस पतसंस्था के माध्यम से लोगों को कर्ज देता था. जाचं में पुलिस को पता चला कि मुन्ना वर्मा ने लिए गए 30 करोड रुपए के ब्याज सहित 60 करोड रुपए वापस चुका भी दिए थे, लेकिन इसके बावजूद मुन्ना वर्मा पर 30 करोड का कर्ज बाकी ही था, इससे मुन्ना वर्मा काफी परेशान थे. सूत्रों ने बताया कि शरद मैद केवल आधार कार्ड, पैन कार्ड और स्टैंम पेपर के आधार पर करोडो रूपए का कर्ज दे देता था. इसके अलावा किसी विवादित जमीन को भी अपने नाम करवाकर कर्ज दे देता था. इस कर्ज के बदले ब्याज के रूप में वह दोगुना-तिगुना ब्याज वसूलता था. एक बार जिसने शरद मैद से कर्ज ले लिया फिर वह कर्ज चुकाते-चुकाते परेशान हो जाता था. लेकिन कर्ज समाप्त ही नहीं होता था. इस मामले में नागपुर क्राईम ब्रांच ने जांच के बाद पुसद जाकर कार्रवाई करते हुए पुसद अर्बन बैंक के अध्यक्ष शरद मैद को गिरफ्तार किया है. 17 सितंबर को इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया. अब क्राईम ब्र्रांच का दल शरद मैद को पुलिस रिमांड पर लेकर आगे की जांच करेगी. सूत्रोंं का यह भी कहना है कि इस मामले में और भी गिरफ्तारिया हो सकती है.

* शरद मैद के दबाव से था परेशान
सूत्रों ने बताया कि मुन्ना वर्मा ने हॉट मिक्स प्लांट के लिए कर्ज लिया था. कर्ज के 30 करोड के बदले में मुन्ना वर्मा ने 60 करोड रुपए भी चुका दिए थे. लेकिन फिर भी शरद मैद उस पर पैसों के लिए दबाव डाल रहा था. ऐसे में परेशान मुन्ना वर्मा ने आत्महत्या कर ली.

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