400 लोगों के जीवन में मानवता के दीप

शेयर एंड स्माइल का सतत 11 वां वर्ष

* वीडा संस्था के उपक्रम से दिव्यांगों के चेहरे पर मुस्कान
अमरावती/ दि. 25 – त्यौहारों के सीजन में वीडा संस्था ने शहर के सडकों, पुल के नीचे, बस्तियों के किनारे और टूटे फूटे घरों में रहनेवाले निराधार, दिव्यांगों के जीवन में उजास का प्रयास किया. सैकडों दिव्यांगों के चेहरे पर अपने मानवतावादी दृष्टिकोण से मुस्कान लायी.
इस काम में आर्थिक वस्तुओं के रूप में अध्यक्ष प्रीतम वाघमारे, महासचिव शेख नुरूद्दीन, भुषण दहिकर, एड. गजानन पाटील, अमर कणसे, राहुल भातखंडे, रियांश शापामोहन, आईशा सय्यद, रोशन गाडे, अमोल जामखडे, संजय चंदेले, गणेश वाहतुले, सुनिता बोपटे,
कोषाध्यक्षा एड. अंकिता पाथरे-वाघमारे, कार्यकारिणी सदस्य सचिन शेरेकर, आमिर नईम, भुषण दहिकर, अर्पित गाडगे, प्रविण शेरेकर, देव शर्मा, सदफ खान, प्राची वाघमारे, चंदन गावंडे, अर्शद मलिक, जया वाघमारे, प्रियांशु गोंगशे, सुचिता शेरेकर, प्रिया गावंडे, विपुल शहाकार, सोपान जाधव, कोकिला शेरेकर, अश्विनी गावंडे, संगिता उंबरकर, रविंद्र उंबरकर, अक्षदा शेरेकर, हसरी शेरेकर, शेख अब्दुल्ला, शिव शेरेकर, आनंदी शेरेकर तथा सुर्यांशी वाघमारे आदि का योगदान रहा.

सन 2015 से यह उपक्रम चल रहा है. यह केवल पैसे और वस्तुओं की सहायता न होकर उपेक्षित, दिव्यांग, निराधार के मुख पर संतोष और आनंद लाने का रहनेकी बात अध्यक्ष वाघमारे ने कही. उन्होंने बताया कि
उपक्रम का प्रारंभ सबेरे 11 बजे वलगाव रोड के पास झोपडियों से किया गया. दोपहर को गाडगे नगर में संत गाडगे बाबा को समाधि मंदिर में माल्यार्पण कर जरूरतमंदों को सामग्री का वितरण किया गया. ऐसे ही वीडा के सदस्यों ने शहर के पंचवटी चौक, छत्री तलाव, राजापेठ, राजकमल चौक, नेहरू मैदान, जयस्तंभ चौक, बडनेरा रोड आदि क्षेत्र में निराश्रित, घुमंतू, वृद्ध, महिला, बच्चे व दिव्यांग बंधुओं को खोजकर तथा आश्रय स्थल पर जाकर उन्हें किराणा किट्स, महिलाओं को नई साडियां, पुरूषों और बच्चों को नये कपडे के साथ ही खेल खिलौने, स्वेटर, ब्लँकेट्स, चप्पलें, जीवनावश्यक वस्तु तथा फराल का वितरण किया. शाम होते ही झुग्गियों में जाकर दीप जलाकर उत्सव का उजियारा किया गया.

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