अमरावती व नागपुर के विद्युत क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं का प्रारुप किया जाए तैयार
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने उर्जा विभाग व विद्युत कंपनियों को दिए निर्देश

नागपुर/दि.8 – अमरावती व नागपुर जिलो में उद्योग, निवासी प्रकल्प व वाणिज्य क्षेत्र के तेजी से होते विस्तार के चलते बिजली की मांग तेजी से बढ रही है. अत: दोनों जिलो में विद्युत कामों के लिए मंजूर निधि वाले काम जल्द पूरे किए जाने चाहिए. साथ ही सन 2035 में रहनेवाली जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए भविष्य की विद्युत संबंधी मांग व जरुरत को पूरा करने के लिए अभी से नियोजन किया जाए और दोनों जिलो में विद्युत क्षेत्र हेतु मूलभूत सुविधाओं का विकास प्रारुप तैयार किया जाए, इस आशय का निर्देश मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा जारी किया गया.
गत रोज विधान भवन में नागपुर जिला महावितरण व महापारेषण तथा कोराडी व खापरखेडा प्रकल्प से संबंधित समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए सीएम फडणवीस ने उपरोक्त निर्देश जारी किए. इस बैठक में राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, अपारंपारिक उर्जा मंत्री अतुल सावे, वित्त राज्यमंत्री आशीष जयस्वाल, उर्जा राज्यमंत्री मेघना बोर्डीकर, विधायक आशीष देशमुख, मोहन मते, प्रवीण दटके व चरणसिंह ठाकुर आदि उपस्थित थे. इस बैठक में सीएम फडणवीस ने बताया कि, नागपुर व अमरावती जिले के लिए मंजूर विद्युत क्षेत्र के विकास कामों हेतु नागपुर जिले में 713 करोड तथा अमरावती जिले में 242 करोड रुपयों की आवश्यकता महसूस होगी. साथ ही सीएम फडणवीस ने विविध यंत्रणाओं के जरिए भूमिगत केबल को होनेवाले नुकसान को टालने के लिए ठोस उपाय करने की जरुरत प्रतिपादित कर सभी कामों की समीक्षा की.
इस बैठक में मुख्यमंत्री की प्रधान सचिव अश्विनी भिडे, अपर मुख्य सचिव (उर्जा) आभा शुक्ला, सचिव श्रीकर परदेशी, पर्यावरण व वातावरणीय बदलाव सचिव जयश्री भोज, महावितरण के व्यवस्थापकीय संचालक लोकेश चंद्रा, महापारेषण के व्यवस्थापकीय संचालक डॉ. संजीव कुमार, महानिर्मिती के व्यवस्थापकीय संचालक डॉ. राधाकृष्णन बी, महाउर्जा विकास संस्था की महासंचालक डॉ. कादंबरी बलकवडे उपस्थित थे. साथ ही इस बैठक में दूरदृष्य प्रणाली के जरिए नागपुर के जिलाधीश डॉ. बिपीन ईटनकर सहित अन्य अधिकारियों ने हाजिरी लगाई.





