मनपा चुनाव की घोषणा से पहले ही निर्वाचन कार्यालय में बड़ा हंगामा
मनसे कार्यकर्ताओं ने कार्यालय में घुसकर की जबरदस्त तोडफोड

* कलवा-मुंब्रा विधानसभा क्षेत्र की घटना, मचा हडकंप
* निर्वाचन आयोग की पत्रवार्ता से ठीक पहले हुई हमले की घटना
मुंबई/दि.15- राज्य में आज होने वाली राज्य निर्वाचन आयोग की महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस से ठीक पहले एक बड़ी और सनसनीखेज घटना सामने आई है। महाराष्ट्र में महानगरपालिका, जिला परिषद और पंचायत समिति चुनावों की तारीखों की घोषणा की संभावना के बीच चुनाव आयोग के कार्यालय में तोड़फोड़ की गई है, जिससे राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में खलबली मच गई है। प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले संतप्त मनसे कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर मनसे स्टाइल में कार्रवाई करते हुए चुनाव आयोग कार्यालय के कंप्यूटर तोड़ दिए, जिससे मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मतदाता सूची में गड़बड़ी को लेकर मनसे कार्यकर्ता कलवा-मुंब्रा विधानसभा क्षेत्र के निर्वाचन कार्यालय पहुंचे थे। इस दौरान मतदाता सूची अपडेट करने के लिए सिर्फ एक कर्मचारी उपलब्ध होने और पूरे विधानसभा क्षेत्र की सूची संभालने के लिए कर्मचारियों की भारी कमी के चलते कार्यकर्ताओं का गुस्सा भड़क उठा। बताया जा रहा है कि अधिकारियों से संतोषजनक जवाब न मिलने पर नाराज़ मनसे कार्यकर्ताओं ने सीधे कार्यालय में मौजूद कंप्यूटर सिस्टम में तोड़फोड़ कर दी।
इसके अलावा घटना के दौरान मनसे कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि सहनशीलता की परीक्षा न ली जाए। अगर मतदाता सूचियों की गड़बड़ियां जल्द दूर नहीं की गईं तो आने वाले समय में फिर मनसे स्टाइल में जवाब दिया जाएगा। मनसे नेताओं ने यह सवाल भी उठाया कि यदि चुनाव आयोग किसी के दबाव में काम कर रहा है तो आम कार्यकर्ताओं और मतदाताओं को क्या करना चाहिए. मनसे के ठाणे शहर उपाध्यक्ष सुशांत सूर्यराव ने जानकारी दी कि 149 मतदार संघों से जुड़े मतदाता सूची प्रकरण को लेकर मनसे आने वाले समय में कोर्ट में पीआईएल दाखिल करने की तैयारी कर रही है।
इधर, मतदाता सूचियों में गड़बड़ी को लेकर विपक्ष लगातार चुनाव आयोग पर आरोप लगाता रहा है। कुछ दिन पहले ही मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने मांग की थी कि स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं के चुनाव आगे बढ़ाए जाएं, लेकिन उससे पहले मतदाता सूची से जुड़ी सभी गड़बड़ियों को पूरी तरह दुरुस्त किया जाए। आज दोपहर में मनपा व जिप चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले हुई इस घटना के बाद अब सभी की निगाहें चुनाव आयोग की घोषणा और आगे की कार्रवाई पर टिकी हुई हैं।





