शहर की सडकों पर घुम रहे करीब 24 हजार आवारा कुत्ते
अब तक सैकडों लोग हुए कुत्तों के काटने का शिकार

* दर्जनों लोग कुत्तों की वजह से सडक हादसों में ही हुए घायल
अमरावती /दि.14 – विगत कई दिनों से अमरावती शहर में आवारा कुत्तो की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हो रही है और शहर की सडकों आवारा घुमनेवाले कुत्ते अब शहरवासियों की जान के लिए खतरा भी बनने लगे है. जानकारी के मुताबिक इस समय अमरावती व बडनेरा शहर को मिलाकर अमरावती मनपा क्षेत्र अंतर्गत अलग-अलग रिहायशी इलाको में आवारा कुत्तों की संख्या करीब 24 हजार के आसपास है. जो मनपा क्षेत्र अंतर्गत लगभग साढे 9 लाख लोगों की जनसंख्या के लिए सिर दर्द साबित हो रही है.
बता दें कि, अमरावती शहर में जुलाई 2024 से जुलाई 2025 तक आवारा कुत्तों ने करीब 120 से अधिक लोगों को काट खाया है. साथ ही 30 से 40 लोग आवारा कुत्तो द्वारा अचानक भौंकने के चलते बिदककर दुपहिया वाहन से नीचे गिरकर घायल हो गए है. इसके अलावा कई बार आवारा कुत्तों के झुंड दौडते-भागते हुए सडकों के बिचोबीच आ जाते है. जिसकी वजह से करीब 45-50 लोग ऐसे हादसों में घायल हुए है.
जहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, शहर में कई लोग विदेशी ब्रीड व देशी नस्ल वाले कुत्तों को पालने का भी शौक रखते है. जिनके लिए मनपा के पशुशल्य चिकित्सक कार्यालय में अपने कुत्तों का पंजीकरण कराते हुए कुत्ता पालने हेतु लाईसेंस लेना भी अनिवार्य किया गया है. परंतु जानकारी के मुताबिक अब तक केवल बमुश्किल 50 से 60 लोगों ने ही अपने पालतु कुत्तों का रजिस्ट्रेशन कराते हुए कुत्ता पालने हेतु लाईसेंस ले रखा है. जबकि मनपा क्षेत्र में करीब 4 हजार से भी अधिक लोगों के घरों पर पालतु कुत्ते है. जिनका मनपा के पास कोई रिकॉर्ड नहीं है. जिसके चलते उन सभी कुत्तों की गिनती गिनती भी आवारा कुत्तों की श्रेणी में आती है.
खास बात यह भी है कि, किसी समय अमरावती मनपा द्वारा शहर की सडकों पर आवारा घुमनेवाले कुत्तों का निर्बिजीकरण किया जाता था. परंतु यह काम विगत लंबे समय से ठप पडा हुआ है. ऐसे में आवारा कुत्तों की नसबंदी नहीं होने के चलते शहर में आवारा कुत्तों की संख्या लगातार बढती जा रही है. साथ ही साथ आवारा कुत्तों से पैदा होनेवाली समस्या का प्रमाण भी लगातार बढ रहा है. ऐसे में उम्मीद जताई जा सकती है कि, सुप्रीम कोर्ट के आदेश पश्चात केंद्र सरकार व राज्य सरकार की ओर से निर्देश जारी होने के बाद अब मनपा क्षेत्र में आवारा कुत्तों की नसबंदी करने के साथ ही उन्हें एंटी रैबीज के इंजेक्शन भी दिए जाएंगे. जिससे आवारा कुत्तों की संख्या नियंत्रित होने के साथ-साथ आम नागरिकों के लिए इन आवारा कुत्तों के खतरे का प्रमाण काफी हद तक कम होगा.
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि, मनपा द्वारा आवारा कुत्तों का बंदोबस्त करने हेतु कई बार अपने पथक व वाहन तैनात किए जाते है. परंतु कई स्थानों पर कुत्तों को पकडते समय पशु प्रेमियों द्वारा ऐसी कार्रवाई का विरोध किया जाता है. जिसके चलते कई बार मनपा के पथकों द्वारा आवारा कुत्तों को छोड दिया जाता है. वहीं कई बार ऐसा भी होता है कि, नागरिकों की ओर से बार-बार शिकायते मिलने के बाद भी मनपा द्वारा इस समस्या की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जाता. जिसके चलते विगत कुछ वर्षों के दौरान समस्या लगातार बढती चली गई. परंतु अब नए आदेश व निर्देश के बाद जल्द ही इस समस्या का समाधान होता दिखाई देगा, ऐसी उम्मीद है.





