मराठा आंदोलन के बाद अब मुंबई में ओबीसी का प्रचंड मोर्चा

दशहरे के बाद का मुहूर्त हुआ तय

मुंबई /दि.11- मराठा आरक्षण की मांग को लेकर मराठा आंदोलक मनोज जरांगे पाटिल ने मुंबई के आजाद मैदान में ऐन गणेशोत्सव के दौरान बेमुदत अनशन किया था और इस आंदोलन के लिए समूचे राज्य से बडी संख्या में मराठा समाजबंधु मुंबई पहुंचते थे. इसके बाद राज्य सरकार ने मराठा आंदोलकों की 8 में से 6 मांगे स्वीकार करते हुए मराठा आरक्षण को लेकर जीआर यानि शासनादेश भी जारी किया था. लेकिन अब इस सरकारी जीआर का ओबीसी संगठनों द्वारा तीव्र विरोध किया जा रहा है. जिसके तहत मंत्री छगन भुजबल ने इस जीआर के खिलाफ जहां एक ओर अदालत जाने की चेतावनी दी है, वहीं दूसरी ओर अब मराठा आंदोलन के बाद ओबीसी समाज भी मुंबई में जल्द ही विशालकाय मोर्चा निकालने की तैयारी कर रहा है. जिसके तहत दशहरे के बाद का मुहूर्त तय किया गया है और 8 या 9 अक्तूबर को मुंबई में भव्य ओबीसी महामोर्चा निकालने पर विचारविमर्श किया जा रहा है. इसी विषय को लेकर आज ओबीसी समाज के विभिन्न संगठनों के नेताओं की आज ही ऑनलाइन बैठक हो रही है. जिसमें ओबीसी मोर्चा की तारीख को लेकर अंतिम निर्णय लिया जाएगा.
मुंबई में दशहरे के बाद महामोर्चा की तैयारी कर रहे ओबीसी नेताओं के मुताबिक मराठा समाज को दिए जानेवाले कुणबी प्रमाणपत्रों की वजह से ओबीसी आरक्षण खतरे में आनेवाला है. ऐसे में ओबीसी समाज के अधिकारों की रक्षा हेतु पूरजोर तरीके से आवाज उठाने के लिए अब ओबीसी संगठनों द्वारा दशहरे के बाद मुंबई में भव्य मोर्चा निकालने पर विचारविमर्श किया जा रहा है.

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