अमरावती एपीएमसी के सचिव दीपक विजयकर से हटाया चार्ज

सहकारिता मंत्री अतुल सावे की घोषणा

– संचालक मंडल पर निर्णय कोर्ट का फैसला आने के बाद
– विधान परिषद में खोडके ने उठाया मुद्दा
– अमरावती मंडी में भ्रष्टाचार
– विजयकर की एसीबी जांच पूरी
अमरावती / दि. 15- अमरावती फसल मंडी में हुए भारी भ्रष्टाचार के मामले पर प्रदेश के सहकारिता मंत्री अतुल सावे ने आज मंंडी सचिव दीपक विजयकर से तत्काल चार्ज हटा लेने की घोषणा की. इस मामले में उच्च सदन विधान परिषद में संजय खोडके ने प्रश्न उपस्थित किया था. जिसके उत्तर में मंत्री महोदय ने यह भी कहा कि संचालक मंडल पर डीडीआर की जांच में घोटाला निकला है. किंतु मामला उच्च न्यायालय में विचारधीन होने से अभी उस पर सहकार विभाग कोई अंतरिम आदेश भी जारी नहीं कर रहा. हालांकि कोर्ट ने अंतरिम आदेश जारी करने में नियम कायदों की दिक्कत नहीं होने का खुलासा किया था.
विधान परिषद में आज की कार्यवाही दौरान राकांपा नेता संजय खोडके ने अमरावती एपीएमसी की भारी भ्रष्टाचार का मुद्दा संगीन होने का विषय उपस्थित किया. उन्होंने सहकारिता मंत्री से इस बारे में क्या एक्शन ली गई है. यह पूछा. खोडके ने सदन को बताया कि मंडी सचिव दीपक विजयकर की भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग एसीबी द्बारा जांच की गई थी. उसी प्रकार डीडीआर ने अमरावती मंडी के समस्त संचालक मंडल को एपीएमसी के कथित विकास कार्यो में भारी भ्रष्टाचार के लिए दोषी बताया था और आगे की कार्रवाई के लिए विभाग को रिपोर्ट भेजी थी. उस रिपोर्ट पर क्या एक्शन ली गई, यह सवाल भी संजय खोडके ने उपस्थित किया.
खोडके के प्रश्नों का उत्तर देते हुए मंत्री महोदय ने कहा कि नियम 45 के तहत जांच की गई. जांच पूर्ण हो गई है. जांच समिति ने संचालक मंडल को भी कसूरवार पाया है. किंतु संचालक मंडल ने उच्च न्यायालय की शरण ली है. ऐसे में न्यायालय द्बारा दी गई अंतरिम आदेश पारित करने की छूट के बावजूद इस मामले में कोर्ट के निर्णय का इंतजार सहकारिता विभाग कर रहा है. उन्होंने एपीएमसी के सचिव दीपक विजयकर को एन्टी करप्शन जांच में दोषी पाए जाने के कारण आज ही पदमुक्त करने की घोषणा सदन में कर दी. उसी प्रकार एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि कोर्ट का आदेश आने पर संचालक मंडल के बारे में उचित एक्शन लिया जायेगा.                                  * सहायक रजिस्ट्रार को दिया जाएं प्रभार
मंत्री रावल ने ऐलान कर दिया कि सचिव दीपक विजयकर का प्रभार हटाकर सहायक रजिस्टार को प्रभार दिया जाएं. यह भी बताया गया कि उप निबंधक ने अमरावती फसल मंडी में 44 लाख रूपए के काम को मान्यता दी थी. किंतु सरकार की खरीदी प्रक्रिया के अनुसार यह काम न करते हुए अनियमितता कर बडे प्रमाण में अपहार किया गया. यह भी आरोप लगाया गया कि फसल मंडी में बिजली संबंधी कामों की कोई निविदा न निकालते हुए बनावट प्राकलन तैयार कर सरकारी फंड का अपहार किया गया. विधायक संजय खोडके ने इस बारे में संबधितों पर अपराध दर्ज करने और पैसे की वसूली किए जाने का मुद्दा उठाया. जिस पर मत्री महोदय ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया.
* दीपक विजयकर का कहना है
एपीएमसी के सचिव दीपक विजयकर ने आरोप लगाया कि फसल मंडी के पूर्व उपसभापति गणेश कडू ने 2018 में उनके विरूध्द निजी बदले की भावना से जनहित याचिका दायर की थी. जिसमें उन्हें हार मिली. उसके बाद भी 2019 में पुन: याचिका की गई. उसमें भी हार मिलने से याचिका पीछे लेकर पैसे की मांग की थी. अब दोबारा मेरे खिलाफ शिकायत करते हैं. व्यक्तिगत दुश्मनी निकालने के लिए विधायक साहब के पास शिकायत दी गई. सभी जानकारी झूठी होने का दावा कर दीपक विजयकर ने अमरावती मंडल से कहा कि वे इस बारे में पत्रकार परिषद लेकर वस्तुस्थिति सभी के सामने रखेंगे.

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