लॉकडाउन में 10 लाख आदिवासियों को ‘खावटी’ का सहारा
‘डीबीटी’ के जरिये 2 हजार रूपये का मिलता है अनुदान
अमरावती/प्रतिनिधि दि.२८ – लॉकडाउन काल के दौरान बेरोजगारी का सामना करनेवाले आदिवासी परिवारों को आर्थिक सहायता मिले और वे अपना उदरनिर्वाह कर सके, इस हेतु आदिवासी विकास विभाग द्वारा ‘खावटी’ अनुदान योजना शुरू की गई. जिसके तहत अमरावती सहित नागपुर, ठाणे व नासिक अपर आयुक्त कार्यालय अंतर्गत 30 एकात्मिक प्रकल्प कार्यालयों के जरिये 10 लाख 10 हजार 620 आदिवासी परिवारों को प्रतिमाह दो हजार रूपये की सहायता ‘डीबीटी’ के जरिये दी गई है.
बता दें कि, ‘खावटी’ अनुदान के लिए 11 लाख 18 हजार 579 आदिवासियों का पंजीयन किया गया था. जिसमें से 10 लाख 18 हजार 740 आदिवासियों के आधारकार्ड का पंजीयन किया गया. वहीं 19 हजार 839 आदिवासियों ने अब तक अपना आधार लिंक नहीं कराया है. ऐसे में वे इस खावटी अनुदान से वंचित है. वहीं 68 हजार 572 आदिवासियों के आवेदन प्रलंबित है और 4 हजार 808 आवेदन कुछ त्रृटियों के चलते प्रकल्प अधिकारी के पास प्रलंबित रखे गये है. इसी तरह 862 आवेदन अपर आयुक्त के पास सुरक्षा की दृष्टि से प्रलंबित रखे गये है और 4 हजार 779 आदिवासियों के आवेदन रद्द कर दिये गये है. जानकारी के मूताबिक खावटी अनुदान वितरण के काम में नासिक विभाग सबसे अव्वल है.
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अनुदान मिला, जीवनावश्यक वस्तुएं कब मिलेगी
आदिवासियों को कोविड संक्रमण काल के दौरान 2 हजार रूपये का नकद अनुदान तथा 2 हजार रूपये मूल्य का किराणा देने का निर्णय राज्य सरकार द्वारा लिया गया था. किंतु यह काम बेहद सुस्त गति से चल रहा है. आदिवासियों को 12 प्रकार की जीवनावश्यक वस्तुएं व किराणा घर पहुंच देने की नीति बनायी गयी है. किंतु यह काम लालफीताशाही में अटका हुआ है और अब तक किसी भी आदिवासी को 2 हजार रूपये मूल्य की जीवनावश्यक वस्तुएं व किराणा प्राप्त नहीं हुए है.
आदिवासियों को 12 तरह की जीवनावश्यक वस्तुएं व किराणा घरपहुंच उपलब्ध कराने का नियोजन शुरू है. इस समय वितरण केंद्र एवं वितरण प्रक्रिया के बारे में निर्णय होना बाकी है. अगले माह आदिवासियों के घरों तक 2 हजार रूपये मूल्य का किराणा साहित्य निश्चित रूप से पहुंचा दिया जायेगा.
– नितीन पाटील (आयएएस)
महाव्यवस्थापक, आदिवासी विकास महामंडल
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अपर आयुक्त कार्यालयनिहाय अनुदान वितरण
अमरावती – 1 लाख 28 हजार 939
नागपुर – 1 लाख 23 हजार 598
नासिक – 3 लाख 6 हजार 656
ठाणे – 1 लाख 78 हजार 130