अमरावती-दि.16 महापालिका क्षेत्र में सर्वे का काम किया जा रहा है. पिछले 50 दिनों से शुरु इस सर्वे में अब तक 75 हजार 777 घरों पर क्रमांक डाला गया. 20 हजार 712 मकानों का सर्वे पूरा किया गया. महापालिका के मुख्य आय का स्त्रोत प्रापर्टी टैक्स है. पिछले कई वर्षों से महापिालका प्रशासन 1 लाख 50 हजार प्रापर्टी से ही टैक्स वसूली कर रहा था. कई प्रापर्टियों पर टैक्स नहीं लगाया गया और कई प्रापर्टी धारकों ने अतिरिक्त निर्माण कार्य करने के बाद भी पुराना ही टैक्स भरना शुरु रखा है. जिसके कारण मनपा का मुख्य आय का स्त्रोत बढे इस वजह से सर्वे के माध्यम से घरों की गणना और नापजोख किया जा रहा है. इस सर्वे के बाद महापालिका की आय निश्चित ही दोगुना अधिक बढने की संभावना व्यक्त की जा रही है.
वर्ष 2006 में प्रापर्टी टैक्स में वृध्दि की गई थी. इसके बाद यह वृध्दि अपेक्षित थी, मगर ऐसा न होने के कारण महापालिका की आय 47 करोड रुपयों पर ही स्थिर हो गई है. सभागृह में कई बार प्रापर्टी टैक्स बढाया जाए ऐसा प्रस्तावन प्रशासन व्दारा रखा गया, मगर इसपर निर्णय नहीं हुआ. इसी वजह से पिछले कई वर्षों से पुराने दर के आधार पर ही टैक्स वसूल किया जा रहा है. 15 वर्षों में मनपा क्षेत्रों में घरों की संख्या रिकॉर्डतोड बढी है, मगर आय वहीं रुकी पडी है. निगमायुक्त डॉ.प्रवीण आष्टिकर ने मनपा की आय बढाने के लिए कदम उठाते हुए सर्वे का काम शुरु कराया है.
जोन क्र. टीम संख्या अंकित प्रापर्टी सर्वे प्रतिशत
1. 218 27015 8159 29
2. 112 09653 3076 24
3. 127 14813 3793 35
4. 117 14137 1713 21
5. 102 10159 3971 27
कुल 676 75777 20712 28