अमरावती

पुलिस की सतर्कता से एक युवक की बची जान

फांसी लगाने से पहले ही युवक को नीचे उतारा

* डायल 112 के तीन कर्मचारियों को रिवार्ड देकर पुलिस आयुक्त ने किया सत्कार
अमरावती/ दि.26- पडोसी युवक फोन पर डिप्रेशन में होने व आत्महत्या करने की बात कर रहा था. यह सुनकर पडोसी ने पुलिस के डायल 112 पर सूचना दी. यह खबर लगते ही फे्रजरपुरा मार्शल-1 के तीन कर्मचारी केवल ढाई मिनट में मौके पर पहुंचे. उस समय युवक स्टूल पर चढकर फांसी लगानी की कोशिश कर रहा था. ऐन मोैके पर पहुंचकर पुलिस ने फांसी के फंदे पर झूलने से पहले ही उसे नीचे उतारकर जीवनदान दिया. पुलिस की इस तत्परता को देखते हुए पुलिस आयुक्त ने तीनों पुलिस कर्मचारियों को पुष्पगुच्छ व रिवॉर्ड देकर सत्कार किया.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार एक व्यक्ति ने जानकारी दी कि, उनका पडोसी लडका फोन पर बोल रहा था कि, वह खुब डिप्रेशन में है, उसने बैंक से कर्ज लिया है, कर्ज अदा करना संभव नहीं, उसने मरने की इच्छा जताते हुए उसे अब जीना नहीं, ऐसा कहकर रोते हुए फोन काटा. तब पडोसी तत्काल उसके घर दौडे परंतु उसने अंदर से दरवाजा बंद कर दिया था, तब पुलिस ने तत्काल डायल 112 पर फोन कर बताया कि, उनका पडोसी लडका आत्महत्या कर रहा है, जल्दी सहायता फेजे. इस तरह सीएफएस पुलिस नियंत्रण कक्ष के डायल 112 कक्ष को जानकारी प्राप्त होते ही सबसे करीबी फे्रजरपुरा मार्शल -1 को घटनास्थल भेजा गया. फे्रजरपुरा मार्शल-1 केवल ढाई मिनट में घटनास्थल पहुंचे. संबिंधत लडके ने अंदर से बंद किया दरवाजा मार्शल ने तोडकर अंदर प्रवेश किया. सामने वह लडका पंखे से बेडशीट बांधकर कुर्सी पर खडा था. गले में फांसी का फंदा डाल चुका था, इससे पहले की वह फांसी के फंदे पर झूलता एक मार्शल ने दौडकर उसे नीचे से पकडकर रखा और दूसरे मार्शल ने गले का फंदा निकाला, जिससे उस लडके की जान बच गई.
इस उल्लेखनीय कार्य को देखते हुए पुलिस आयुक्त डॉ.आरती सिंह ने ड्युटी पर तैनात मार्शल रुपेश खडसे (ब.नं. 1305), सचिन (ब.नं. 702), मुकेश डांगरे (ब.नं. 1442) का पुष्पगुच्छ व रिवॉर्ड देकर सत्कार किया. अब डायल 112 की वजह से पुलिस तत्काल जानकारी पाकर घटनास्थल पर पहुंचकर अनुचित घटनाएं रोक पा रही है, इसपर उन्होंने समाधान व्यक्ति किया. इसके आगे पुलिस आयुक्तालय के काम उल्लेखनीय रहे, ऐसे निर्देश पुलिस आयुक्त ने डायल 112 के सुपरवाईजर, सहायक पुलिस निरीक्षक रितेश राउत व को-ऑर्डिनेटर प्रशांत अघाव को दिये.

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