अमरावती लोकसभा : पूरे क्षेत्र में चर्चाएं जोरों पर
क्या दो को छोडकर किसी की बचेगी जमानत
जमानत बचाने लगेंगे 1,95,000 वोट
अमरावती/दि.27- लोकसभा चुनाव का मतदान संपन्न होने के बाद जहां एक ओर किस क्षेत्र में कितना वोटींग हुआ और किसके फेवर में अधिक हुआ, इस बात की चर्चा है. वहीं दूसरी ओर कुल मतदान का आंकडा आने के बाद जमानत के विषय में भी चर्चा छिड गई है. अमरावती में 11 लाख 75 हजार से अधिक मतदाताओं ने वोट डाले. उस हिसाब से लोग कैल्यूलेटर लेकर बैठे हैं. बता दें कि, आरक्षित सीट होने के बावजूद चुनाव इतिहास में पहली बार 37 उम्मीदवार मैदान में थे. कुछ उम्मीदवारों ने हालांकि प्रचार दौरान समय-समय पर प्रमुख प्रत्याशियों के फेवर में मैदान से हटने का ऐलान कर दिया. फिर भी इस बात की चर्चा अधिक है कि, क्या 2 प्रमुख प्रत्याशियों नवनीत राणा एवं बलवंत वानखडे को छोडकर किसी की जमानत बचेगी या नहीं.
* 12 हजार 500 रुपए का सवाल
चुनाव में प्रतिस्पर्धी को ललकारा जाता है. इसके लिए डिपॉजिट राशि जमा करनी होती है. अमरावती आरक्षित सीट रहने से यहां संसद में पहुंचने का इलेक्शन महज 12 हजार 500 रुपए का भुगतान कर लडा जा सकता है. अमरावती में ऐसे 3 दर्जन से अधिक लोग रहे. जिन्होंने उपरोक्त हिसाब से भुगतान कर किस्मत आजमायी. बेशक उनमें 6 महिलाएं भी रही.
* 4 प्रमुख प्रत्याशियों की चर्चा
लोकसभा में इस बार महायुति से वर्तमान सांसद नवनीत राणा, महाविकास आघाडी के बलवंत वानखडे, प्रहार जनशक्ति से दिनेश बूब एवं रिपब्लिकन सेना के आनंदराज आंबेडकर इन 4 उम्मीदवारों का नाम प्रमुख प्रत्याशी के रुप में फार्म भरते ही चर्चा में था. प्रचार में भी मुख्य रुप से पहले चारों उम्मीदवार अगाडी रहे थे. राणा और वानखडे के लिए उनके दलों के प्रमुख राष्ट्रीय नेता जैसे राहुल गांधी, अमित शाह, नितिन गडकरी, शरद पवार, उद्धव ठाकरे, देवेंद्र फडणवीस आदि आये थे. वहीं बूब के लिए प्रहार के सर्वेसर्वा विधायक बच्चू कडू ने अपने उपर भार ले रखा था.
* तगडा शक्ति प्रदर्शन
तीनों प्रमुख प्रत्याशियों ने चुनाव प्रचार के अंतिम दिन तगडा शक्ति प्रदर्शन किया. प्रहार की बूब के फेवर में महापदयात्रा ने अमरावती का यातायात घंटों रोक दिया था. वहीं लोग चाव से कडू के समर्थन को देख रहे थे. इसी दिन राहुल गांधी भी वानखडे के फेवर में वोट मांगने परतवाडा में 42 डिग्री तापमान में भरी दोपहर जनसभा को संबोधित कर रहे थे. इधर अमित शाह ने सायंस्कोर मैदान पर खिंचतान के बावजूद राणा के पक्ष में वोट मांगे. एक नंबर का बटन दबाने का जाहीर आग्रह अमरावती के लोगों से किया.
* आनंदराज आंबेडकर का प्रचार
जिले में कुछ पिक पॉकेट्स में रिपब्लिकन सेना के उम्मीदवार आनंदराज आंबेडकर के गैस सिलेंडर का जोरदार प्रचार हो रहा था. ऐसे में अब चर्चा शुरु हो गई है कि, बाबासाहब आंबेडकर के पौत्र संसदीय सीट में कितने वोट बटोर पाये हैं. उल्लेखनीय है कि, आंबेडकर के फेवर में बडी भारी जनसभा 18 अप्रैल को सायंस्कोर मैदान पर हुई थी. जिसमें बालासाहब आंबेडकर की पत्नी प्रा. अंजलि और पुत्र प्रज्यौत तथा भीमराज आंबेडकर भी प्रधारे थे.
* ऐसे हिसाब लगता है जमानत बचाने का
चुनाव लडने के लिए भरी गई राशि आपको उसी समय वापस मिलती है, जब आप अपनी जमानत बचा ले. डिपॉजिट बचाने के लिए लोकसभा चुनाव में कुल मतदान का छठवां हिस्सा प्राप्त करना आवश्यक है. उस हिसाब से अमरावती लोकसभा में 11 लाख 75 हजार वोट पडे है. जिससे साफ है कि, उम्मीदवार को डिपॉजिट के साढे 12 हजार बचाने के लिए कम से कम 1 लाख 95 हजार वोट प्राप्त करने होंगे. ईवीएम में इनवैलिड वोट की संख्या ज्यादा प्रभावित नहीं होती. फिर भी रिटर्निंग ऑफिसर वैध-अवैध वोट की संख्या के आधार पर डिपाजिट का आंकडा तय करते हैं. अमरावती में मोटे तौर पर 1 लाख 95 हजार वोटर्स की पसंद बनना अनिवार्य है.