अमरावती

भीकूजी महाराज जन्मोत्सव : 230 दिंडी लिया भाग

200 क्विंटल का महाप्रसाद, अष्टानगरी में उमड़ी भक्तों की भीड

धामणगांव रेलवे/ दि.30- वर्धा नदी के तट पर स्थित श्रीक्षेत्र आष्टा में संत भीकूजी महाराज का जन्मोत्सव मनाया गया. तीन क्विंटल का केक काटा गया. जयंती दिवस की सुबह राष्ट्रपति हंसराज जाधव और सचिव उमेश चरपे सहित सभी विश्वगणों और सहयोगियों की उपस्थिति में भीकूजी महाराज का अभंग स्नान किया गया. भीकूजी महाराज की जयंती 22 जनवरी से 29 जनवरी तक विभिन्न सामाजिक और धार्मिक आयोजनों के साथ मनाई गई. 29 जनवरी को भीकूजी महाराज का जन्मदिन है, इस दिन भक्तों की अष्ट में भीड़ होती है. अष्ट नगर में लाखों की संख्या में श्रद्धालु प्रवेश करते हैं. इस मौके पर श्रद्धालुओं को दो सौ क्विंटल मसाला चावल और बूंदी का महाप्रसाद बांटा गया.
लाखों भक्तों के पूजा स्थल के रूप में, आष्टा के पवित्र शहर में भीकूजी महाराज का एक भव्य दिव्य मंदिर है. जन्मदिन के दिन, विदर्भ के भक्त सुबह से ही भीकूजी महाराज के दर्शन के लिए रंग लगाते हैं, और शाम सात बजे भी, भक्त विभिन्न मंदिरों में होते हैं.
4 एकड़ में महाप्रसाद की अलग व्यवस्था
संत भीकूजी महाराज के दर्शन करने के बाद महाप्रसाद के लिए भक्तों की कतार लगी रही. चारित्र में दो सौ क्विंटल मसाला भात बूंदी का भव्य अर्पण हुआ. अध्यक्ष हंसराज जाधव, सचिव उमेश चारपे, कार्यक्रम अध्यक्ष रावसाहेब रोठे व न्यासी मंडल ने महाप्रसाद का पूजन किया. विधायक प्रताप अदसाद, विधायक दादाराव खे, पूर्व विधायक अरुणभाऊ अदसाद, पूर्व विधायक वीरेंद्र जगताप, अमरावती शहर के पुलिस उपायुक्त विक्रम साली, देवानंद भोजे, पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष विजय भाईसे, मंगरूल दस्तगीर पुलिस निरीक्षक सूरज तेलगोटे उपस्थित थे. इस जन्मोत्सव में मुख्य उपस्थिति के निर्देशानुसार चौख पुलिस ने व्यवस्था रखी थी.
चारों धामों के संतों की उपस्थिति
जन्मोत्सव में चार धामों के संत शामिल हुए. जिसमें त्र्यंबकेश्वर के दीनदयाल पांडे महाराज और बनारस के अक्षयानंदजी बालपांडे महाराज, काशी के बमलहरी महाराज, मथुरा के तुलसीदास महाराज कालमेघ और उज्जैन के कालभैरव महाराज सहित अन्य राज्यों के संत मौजूद थे.
230 पालकों ने भाग लिया
सुबह जन्मोत्सव समारोह के दौरान भीकूजी महाराज संस्थान की पालकी ने गांव का चक्कर लगाया. उसके बाद, विदर्भ के कोने-कोने से लगभग 230 संतों ने शहर में प्रवेश किया. संत भीकूजी महाराज संस्थान की ओर से प्रत्येक प्रतिभागी को मानदेय व शाल श्रीफल देकर सम्मानित किया गया. नवदुर्गा महिला वारकरी भजन मंडल चिंचभवन नागपुर ने पहला, विठ्ठल रुकमाई भजन मंडल सलाई जिला वर्धा ने दूसरा और शारदा माता महिला मंडल सोरता जिला वर्धा ने तीसरा स्थान हासिल किया.

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