अमरावतीमहाराष्ट्र

धनगर समाज के आरक्षण में समझौता मंजूर नहीं

पूर्व सांसद पद्मश्री डॉ. विकास महात्मे का कथन

* शहर में धनगर समाज का हुआ राज्यस्तरीय सम्मेलन
अमरावती/दि. 11– भारतीय संविधान में धनगर समाज को दिए अनुसूचित जनजाति के आरक्षण पर अमल सरकार द्वारा न किए जाने से समाज बंधुओं में तीव्र रोष निर्माण हुआ है. सरकार को आगामी समय में इस रोष का सामना करना पडेगा, ऐसी चेतावनी पूर्व सांसद पद्मश्री डॉ. विकास महात्मे ने दी है.
धनगर समाज संघर्ष समिति की तरफ से धनगर समाज का द्वितीय राज्यस्तरीय अधिवेशन अमरावती में रविवार 10 मार्च को संपन्न हुआ. इस अवसर पर वें बोल रहे थे. मंच पर पूर्व सांसद डॉ. विकास महात्मे सहित प्रदेशाध्यक्ष आनंद बनसोडे, प्रदेश सचिव ज्ञानेश्वर परदेशी, महिला आघाडी प्रदेशाध्यक्ष शीतल चिंचोरे, अमन कुंडगीर, सुनील धनगर, प्रदेश संगठक संतोष महात्मे उपस्थित थे. जिलाध्यक्ष रवींद्र गोरटे, प्रा. मेघश्याम करडे, जानराव कोकरे ने उपस्थित मान्यवरो का स्वागत किया.
डॉ. महात्मे ने कहा कि, भेडपालो के विकास के लिए राज्य शासन ने विविध योजनाओं को मंजूरी दी. लेकिन इस पर अब तक अमल नहीं हुआ है. धनगर समाज के आरक्षण की मांग महत्व की है. संविधान के 36 वे नंबर पर धनगर समाज को अनुसूचित जनजाति में शामिल रहने के बाद भी अब तक अमल नहीं किया गया है. इस कारण समाज बंधूओं में रोष रहने का आरोप डॉ. विकास महात्मे ने किया. समिति के प्रदेश संगठक संतोष महात्मे ने धनगर समाज के आरक्षण के साथ ही भेडपाल की समस्या, अन्यायकारक शासकीय निती और आगामी आंदोलन की रुपरेखा पर संबोधन किया. प्रास्ताविक आनंद बनसोडे ने तथा रिपोर्ट का वाचन ज्ञानेश्वर परदेशी ने किया. इस अवसर पर उपस्थित मान्यवरो का कंबल और लाठी देकर विशेष धनगर संस्कृति की तरह स्वागत किया गया. संचालन डॉ. मेघश्याम करडे ने तथा आभार प्रदर्शन रवींद्र गोरटे ने किया. इस अधिवेशन में सामाजिक, राजनीतिक भूमिका और आरक्षण के मुद्दो पर सर्वसम्मती से प्रस्ताव पारित किया गया. अधिवेशन की सफलता के लिए तुुषार मलिवार, राजकुमार मरठे, बालासाहब जानकर, रमेश सरगे, माणिक लोहगावे, डॉ. संदीप धवणे, पवन थोटे, रमेश ढवले, प्रेमा लव्हाले, वंदना गायनर, रजनी लांडे, गजेंद्र कापडे, महादेव पातोंड, विठ्ठल महानर आदि ने अथक परिश्रम किया.

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