अमरावती

शानदार रहा दीपावली पाडवा पहाट कार्यक्रम

कलाकारों ने दी एक से बढकर एक प्रस्तूति

दर्शकों ने तालियों की बौछार से कलाकारों को किया प्रोत्साहित
सखी अतरंग परिवार व सोहानिका आर्ट्स का आयोजन
अमरावती-दि.27 स्थानीय संत ज्ञानेश्वर सांस्कृतिक भवन में सखी अतरंग परिवार व सोहानिका आर्ट्स द्बारा आयोजित दीपावली पाडवा पहाट कार्यक्रम शानदार रहा. कार्यक्रम में कलाकारों ने एक से बढकर एक प्रस्तुति देकर उपस्थितों का मन मोह लिया.
दर्शकों ने तालियों की बौछार से कलाकारों को प्रोत्साहित किया और कार्यक्रम की सराहना की. हमारी संस्कृति के अनुसार नया साल पाडवा के दिन से शुरु होता है. साडे तीन मुहूर्तों में से एक इस दिन का विशेष महत्व हैं. पहले दिन की शुरुआत अगर प्रभू स्मरण से हो, तो यह सोने पर सुहागा कहना चाहिए. सखी अतरंग परिवार और सोहानिका आर्ट्स द्बारा प्रस्तुत इस कार्यक्रम की सभी ने सराहना की.
कार्यक्रम के प्रारंभ में राजेश पुष्कर डागा, लक्ष्मीकांत लढ्ढा, नीशा भारानी, बी. के. रमेश (माउंट आबू), बी. के. नंदा, सुनील चिमोटे, डॉ. श्रीकांत देशमुख, दिनेश नरसू, राधेश्याम सिकची, विनायक कडू, मंगेश बक्षी, डॉ. प्रियंका डावले सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन डॉ. सोनाली देशमुख ने किया. इस अवसर पर आयोजकों द्बारा सभी अतिथियों का स्वागत व सम्मान शशिप्रभा नंदकिशोर काले, सिमा आनंदराव वानखडे, सोनाली अभय देशमुख, मंजूषा राजेंद्र जाधव, प्रीति दिलीप देशमुख, रैना देवेंद्र दापुरकर, प्रिया दिलीप कडू, प्रीति रोमहर्षक, बुजरुक के हस्ते किया गया.
कार्यक्रम की शुरुआत श्री गणपति अथर्वशिर्ष से हुई. जिसमें नंदकिशोर काले, शशिप्रभा काले मंजूषा जाधव, अश्विनी महाजन, तृप्ति टोपरे, प्रज्ञा गणोरकर, सुनील चाटी, मिलिंद गंधे, जयेश तपस्वी, प्रज्ञा देशपांडे, नेहा कौशिक ने सहभाग लेकर, मंत्रोच्चार द्बारा वातावरण को सुहाना बना दिया. कार्यक्रम में सीमा वानखडे ने ‘आली माझ्या घरी दिवाळी’ इस गीत पर नृत्य प्रस्तुत कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया. वहीं डॉ. आशा ठाकरे, डॉ. नैना दापुरकर, निता डागा, किरण सेठ, संगीता गावंडे ने पारंपारिक प्रस्तुतियां दी तथा प्रिया कडू, प्रीति बुजरुक, डॉ. कल्पना लांडे, प्रीति देशमुख ने नृत्य की प्रस्तुति दी. सायली गणवीर, मयूरी राउत ने ओडिसी नृत्य की प्रस्तुति दी और गणपति के कुछ गीतों को सुंदर ढंग से प्रस्तुत कर दर्शकों की वाहवाही बटोरी. इसमें डॉ. आशा, डॉ. नैना, सुश्री निता, सुश्री संगीता, सुश्री किरण ने सभी दर्शकों का दिल जीता.

* शशिप्रभा काले ने किया श्री गणेश कथा का वर्णन
शशिप्रभा काले ने श्रीगणेश की कथा एवं श्री गणेश की अनेक लिलाएं एवं उनका वर्णन कर सभी को मंत्रमुग्ध किया. वहीं उन्होंने अपनी शायरी से श्रोताओं का दिल जीत लिया.

* पारंपारिक नृत्यों ने मन मोह लिया
पाडवा पहाट कार्यक्रम में प्रस्तुत किये गये पारंपारिक नृत्यों ने दर्शकों का मन मोह लिया. जिसमें ‘चिकमोत्याची माळ’, अष्टविनायक महिमा आदि परंपरागत नृत्यों का समावेश था. जिसमें वृशाली बांते, मोनिका बेलसरे, वैशाली इंगोले, सोनाली ढोक, संपदा वानखडे, श्रमिका साखरे, करुणा कदम, प्रियंका गाडे, राहुल गाडे, प्राक्तन प्रकाश पंत, प्राजक्ता संकेत टिंगने, रुपाली गायकवाड, डॉ. यशवंत वानखडे, राणी, लक्ष्मी, नैना दापुरकर, संगीता गावंडे ने सहभाग लिया. शशीप्रभा काले ने सभी का आभार माना.

* धार्मिकता से ओतप्रोत रहा कार्यक्रम
सखी अतरंग परिवार व सोहानिका आर्ट्स द्बारा दीपावली पहाडा पहाट कार्यक्रम धार्मिकता से ओतप्रोत रहा. कार्यक्रम में डॉ. यशवंत वानखडे द्बारा प्रस्तुत ओंकार प्रधान रुप गणेश गीत पर सीमा वानखडे, डॉ. सोनल देशमुख, प्राची बंग, सानिका भूतडा ने ओडिसी नृत्य की प्रस्तुति दी. वहीं रोमहर्षक बुजरुक ने बाप्पा मोरय्या रे गीत प्रस्तुत कर सभी का दिल जीता. कथ्थक नृत्य की प्रस्तुति सीमा वानखडे, सोनल देशमुख, प्राची बंग, सानिका भूतडा, शिल्पा नावंदर, पल्लवी शेटे द्बारा दी गई. अमरावती की इंडियन आईडल अकादमी के छात्रों ने चार गीतों का फ्यूजन शानदार तरीके से प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया. जिसमें छात्र संतोष तुले, शाहु मोहोड, गर्जन कालबांडे, कोमल ढोके, विधि सावरकर, वैष्णवी भूरे, अर्पित ढोके का समावेश रहा. बाल कलाकार पर्णवी बांते, राधा बेलसरे, स्वरा बुरघाटे, आर्या वानखडे ने भगवान शंकर का डमरु बजाकर दर्शकों की वाहवाही बटोरी.

* कार्यक्रम में इनका भी रहा सहभाग
दीपावली पाडवा पहाट कार्यक्रम में उत्तम रायल राउंड के रसिक भाई, सचिन घुडे की सिम्फनी ऑर्केस्टा, सचिन वाठोडकर (वीडियो शूटींग), एलईडी स्क्रीन में साखरकर का सहभाग रहा. इन सभी की दर्शकों ने सराहना की.

* सभी की मेहनत रंग लायी
दीपावली पाडवा पहाट कार्यक्रम शानदार रहा. कालाकारों ने एक से बढकर एक प्रस्तुतियां देकर दर्शकों का मन मोह लिया और दर्शकों की तालिया बटोरी. इस कार्यक्रम के लिए सभी ने मेहनत की थी. सभी की मेहनत रंग लायी.
– संगीता वीरेंद्र गावंडे

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