जिला बैंक उपाध्यक्ष अभिजीत ढेपे हुए शिवसेना में शामिल
पक्ष प्रमुख उध्दव ठाकरे ने किया स्वागत
* बदलेंगे जिले के सियासी समीकरण
* वीरेंद्र जगताप ने कहा- मजबूत होगी मविआ
अमरावती/ दि. 22- जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक के उपाध्यक्ष और सहकार क्षेत्र के युवा नेता अभिजीत ढेपे आज दोपहर शिवसेना उध्दव बालासाहब ठाकरे में शामिल हो गये. सांस्कृतिक भवन के महाविकास आघाडी के सम्मेलन में स्वयं पक्ष प्रमुख उध्दव ठाकरे ने ढेपे का पार्टी में स्वागत किया. उनके गले में भगवा दुपट्टा डाला. उस समय पूरा सभागार घोषणाओं से गूंज उठा था. ढेपे का शिवसेना में शामिल होना जिले के राजनीतिक समीकरण पर प्रभाव डालनेवाला रहने की बात सियासत के जानकार कर रहे हैं. याद दिला दे कि पिछले वर्ष जून में अभिजीत ढेपे ने जिला बैंक में विधायक बच्चू कडू का साथ दिया और अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष चुनाव में कडू-ढेपे ने बाजी मार ली थी.
सांस्कृतिक भवन में हुए मविआ सम्मेलन में पक्ष प्रमुख उध्दव ठाकरे के साथ राकांपा के सर्वेसर्वा शरद पवार, कांग्रेस महासचिव मुकुल वासनिक, पूर्व सांसद अनंत गुढे, पूर्व मंत्री अनिल देशमुख, यशोमती ठाकुर, सुनील देशमुख, सुधीर सूर्यवंशी, सुनील खराटे, पराग गुडधे, श्याम देशमुख आदि अनेक नेता, पदाधिकारी मंच पर विराजमान थे.
* पार्टी का आदेश शिरोधार्य -ढेपे
शिवसेना उबाठा में शामिल होने का निर्णय गत रात होटल महफिल में पक्ष प्रमुख उध्दव ठाकरे से भेंट पश्चात लेने की जानकारी ढेपे ने अमरावती मंडल से बातचीत में दी. उन्होंने पार्टी प्रवेश उपरांत पहली प्रतिक्रिया में कहा कि पार्टी संगठन मजबूत करना उनका लक्ष्य हैं. उसी प्रकार पार्टी जो आदेश देगी, वह शिरोधार्य होगा. विधानसभा चुनाव लडने के विषय में भी जिला बैंक उपाध्यक्ष ढेपे ने कहा कि पार्टी के कहानुसार होगा. बता दे कि ढेपे धामणगांव विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड चुके हैं. उसी प्रकार सहकारिता क्षेत्र में वर्षो से कार्यरत है. युवा नेता के रूप में अच्छी खासी पैठ रखते हैं. ढेपे ने कहा कि धामणगांव क्षेत्र में पार्टी को सुदृंढ करना, युवाओं का संगठन बनाना उनका हाल फिलहाल का लक्ष्य है. आगे जो भी कहा जायेगा, उसका पालन होगा.
फोटो- वीरेंद्र जगताप
* मविआ हुई मजबूत
धामणगांव के तीन बार विधायक रहे कांग्रेस नेता प्रा. वीरेंद्र जगताप ने ढेपे के महाविकास आघाडी में शामिल होने के विषय में कहा कि महाविकास आघाडी मजबूत हुई हैं. इसका उन्हें संतोष है. जब उनसे पूछा गया कि ढेपे आपके प्रतिद्बंदी रहे हैं. प्रा. जगताप ने तपाक से कहा कि मुझे चिंता करने की कोई जरूरत नहीं.