अमरावतीमहाराष्ट्र

अचानक हुई बारिश से गेंहू, संतरा, हरभरा का मेलघाट में हुआ सबसे ज्यादा नुकसान

बार बार की बारिश और फसलों के नुकसान से किसान हुए परेशान

अमरावती /दि.28– इस बार खरीप की शुरुआत से ही आसमानी प्रकोप (अचानक बारिश) पडने के बाद जिले के किसानों पर अब अचानक आ रही बारिश रब्बी का भी पीछा नहीं छोड रही है. वर्तमान परिस्थिती में रब्बी हंगामी के अंतिम टप्पे में अनेक किसानों व्दारा गेंहू की फसल उगाई गई है. इसी तरह हरभरा की कटाई भी शुरू की हो चुकी है. ऐसे में संतरा मृग बहार कच्ची स्थिती में है. इस दौरान सोमवार की शाम व रात में जिले के धारणी, चिखलदरा, चांदूर बाजार तहसीलों के कुछ स्थानों पर अचानक बारिश ने जोरदार दस्तक दी. जिसके कारण फसलों का काफी नुकसान हुआ है. मेलघाट के धारणी व चिखलदरा इन दो तहसीलों में 145 गांव में लगभग 2278 हे. क्षेत्र में फसलों का अचानक हुई बारिश से नुकसान होने का अनुमान कृषी विभाग ने जताया है.

चिखलदरा व धारणी तहसील में सोमवार को बदली के साथ ही अचानक बारिश आने से अनेक स्थानों पर बढे हुए गेेंहू सो गए है. इसी तरह कटाई कर गंज में लगाए गए व कटाई में आए हुए हरभरा भी अचानक हुई बारिश के कारण भीग चुके है. जिसके कारण इन फसलों का काफी नुकसान हुआ है. मेलघाट क्षेत्र मेें हुई अचानक बारिश का झटका धारणी तहसील के 125 गांव के किसानों को बैठा है. इस गांव में 2 हजार 149 हे. क्षेत्र में गेंहू व हरभरा व चिखलदरा तहसील में 20 गांव में 129 हें. क्षेत्र में गेंहू व हरभरा की फसलो का नुकसान होने की बात कृषी विभाग के प्राथमिक जांच में सामने आई है. सोमवार की रात को दोबारा एकबार फिर जिले के अधिकांश क्षेत्रों में अचानक हुई कम ज्यादा मात्रा में बारिश ने दस्तक दी थी. जिसमें चांदूर बाजार तहसील के सोनोरी, नानोरी, ब्राह्मणवाडा थडी, हिरापूर आदि गांव में बारिश का प्रमाण ज्यादा था. जिसके कारण इन क्षेत्रों में किसानों के खेतों में खडे गेंहू की फसल सो गई है. हरभरा का भी काफी नुकसान हुआ है. अनेक किसानों ने हरभरा काट कर गंज लगाकर उसे ढांक कर रखा गया था, इस समय अचानक हुई बारिश के साथ साथ तेज हवाओ के थपेडों के कारण ढांके गए हरभरा खुलने से हरभरा की गंज पूरी तरह भीग गई. जिसके कारण किसानों की हरभरे की गंज भीग गई थी. उन्होनें मंगलवार को दोबारा गंज को सुखाने के लिए प्रयत्न किया था, मगर बारिश की वजह से प्याज, भाजीपाला, तरबूज आदि की फसल नुकसान हो गया.

फसलो का बार बार हो रहा नुकसान
सोमवार की रात हुई अचानक बारिश के कारण गेंहू, हरभरा, संतरा, प्याज की फसलो का बहुत नुकसान हुआ है. सिर्फ मंगलवार की दोपहर 1 बजे तक कृषी व महसूल विभाग के किसी भी कर्मचारी ने हमारे खेत में आकर निरिक्षण नहीं किया. इस बार फसलों बार-बार नुकसान हो रहा है.
गजानन धोटे (किसान,हिरापूर, चांदूर बाजार)

नुकसानग्रस्त क्षेत्र की जांच
मेलघाट के धारणी, व चिखलदरा तहसील में अचानक बारिश के कारण नुकसान होने से फसलों की सोमवार को प्राथमिक जांच की गई. इन दोनों ही तहसील में गेंहू, हरभरा, 2276 हे. नुकसान हुआ है. सोमवार रात को चांदूर बाजार, मोर्शी तहसील में कुछ स्थानों पर अचानक बारिश हुई है. इन स्थानों की जांच के आदेश तहसील कार्यालय को दिए गए है.
राहुल सातपुते, जिला अधिक्षक कृषी अधिकारी.

खरीप की शुरूआत से ही आसमानी संकट
मानसुन का लगभग 20 दिन देरी से आगमन होने से खरीप की बुआई लंबी हो गई. जुलाई के तिसरे हफ्ते में 20 दिनो से ज्यादा बारिश रुक, रुक आने से व सितंबर महिने में असमय बारिश के कारण कपास, तुअर का नुकसान, नवंबर में हुई अचानक बारिश के कारण कपास भीग गए. जिसके कारण वजह कम हो गया. कपास पर इल्ली का प्रकोप, दिसंबर महिने में दोबारा अचानक बारिश बारिश की दस्तक, जनवरी में कई स्थानों पर अचानक बारिश, फरवरी में भी अचानक बारिश की हाजिरी से किसान अपनी फसलों के नुकसान के चलते परेशान हो गए.

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