चुनाव प्रचार खत्म, आज व कल ‘कत्ल की रात’
आज दिनभर सभाओं, रैलियों व पदयात्राओं का चला दौर
* कल पूरा दिन व्यक्तिगत जनसंपर्क पर रहेगा पूरा जोर
* प्रशासन एवं पुलिस की तैयारियां पूर्ण, मतदान पथक हुए रवाना
अमरावती/दि.24 – देखते ही देखते वो घडी अब बेहद निकट आ गई है. जिसका विगत लंबे अरसे से सभी को बेसब्री से इंतजार था. जिले के लिए 20 वीं बार सांसद चुनने हेतु जिले के मतदाता पूरी तरह से तैयार है. जो लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत परसों 26 अप्रैल को अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. इस हेतु विगत एक माह से चुनावी अखाडे में मौजूद सभी प्रत्याशियों द्वारा धुआंधार प्रचार किया जा रहा था, जो आज 24 अप्रैल की शाम 6 बजते ही खत्म हो गया. बता दें कि, मतदान की अवधि खत्म होने से 48 घंटे पहले नियमानुसार चुनाव प्रचार को रोक दिया जाता है, ताकि मतदाताओं को अपने सद्सद्विवेकबुद्धि के आधार पर प्रत्याशी चुनने हेतु विचार करने का अवसर मिले. ऐसे में आज चुनाव प्रचार के अंतिम दिन सभी प्रत्याशियों द्वारा अपने-अपने चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी गई. जिसके चलते आज दिनभर पूरे संसदीय क्षेत्र में हर ओर प्रचार सभाओं, रैलियों व पदयात्राओं का दौर चला. साथ ही पूरा दिन अच्छी खासी राजनीतिक गहमागहमी रही, जो शाम होते-होते पूरी तरह से शांत हो गई. वहीं अब आज और कल एक तरह से ‘कत्ल की रात’ रहेगी तथा आज रात के साथ ही कल पूरा दिन और कल की रात सभी प्रत्याशियों द्वारा मतदाताओं से घर-घर जाकर व्यक्तिगत स्तर पर प्रत्यक्ष संपर्क करने का प्रयास किया जाएगा. वहीं इस दौरान स्थानीय प्रशासन एवं पुलिस महकमे द्वारा मतदान की प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से निपटाने हेतु तमाम आवश्यक प्रबंध कर लिये गये है. जिसके तहत आज से ही मेलघाट के दुर्गम व अतिदुर्गम क्षेत्रों में मतदान पथकों को रवाना करना शुरु कर दिया गया है. वहीं मैदानी इकालों में स्थित मतदान केंद्रों के लिए मतदान पथक कल से रवाना होंगे.
ज्ञात रहे कि, चुनाव प्रचार के अंतिम दिन आज 24 अप्रैल को भाजपा प्रत्याशी नवनीत राणा के प्रचार हेतु भाजपा के वरिष्ठ नेता व केंद्रीय गृहमंत्री की सायंस्कोर पर जनसभा आयोजित की गई. वहीं दूसरी ओर महाविकास आघाडी की ओर से कांग्रेस के प्रत्याशी रहने वाले बलवंत वानखडे के प्रचार हेतु कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की परतवाडा के निकट बैतुल रोड पर प्रचार सभा हुई. दोनों प्रमुख पार्टियों के दो सबसे बडे नेताओं द्वारा आज एक ही दिन के दौरान अमरावती संसदीय क्षेत्रों में दो अलग-अलग स्थानों पर प्रचार सभाएं किये जाने के चलते जिले का राजनीतिक वातावरण अच्छा खासा गरमाया रहा. वहीं दूसरी ओर सायंस्कोर मैदान के आरक्षण को लेकर विगत दो दिनों से भाजपा व प्रहार पार्टी के मुखिया बच्चू कडू के बीच अच्छी खासी जोर आजमाइश चलती रही. जिससे राजनीतिक सनसनी मची रही. साथ ही इसी मुद्दे को लेकर विधायक बच्चू कडू द्वारा अपनाई गई आक्रामक भूमिका के चलते कल पूरा दिन अमरावती शहर में राजनीतिक तापमान जबर्दस्त तरीके से तपा रहा. हालांकि देर रात प्रशासन ने कुछ हद तक नर्म भूमिका अपनाते हुए विधायक बच्चू कडू को चुनाव प्रचार के अंतिम दिन सभा करने और प्रचार रैली निकालने हेतु जिला स्टेडियम का पर्याय दिया. जिसे विधायक बच्चू कडू ने स्वीकार भी किया.
* जगह-जगह हाजिरी लगा रहे प्रत्याशी, मतदाताओं से मांग रहे वोट का आशीर्वाद
चूंकि अब चुनाव प्रचार अपने अंतिम दौर में पहुंच गया है. वहीं इस दौरान राम नवमी व हनुमान जन्मोत्सव जैसे पर्व भी बडी धूमधाम के साथ मनाया गया. साथ ही साथ शादी ब्याह भी जमकर हो रहे है. ऐसे में सभी प्रत्याशियों द्वारा जगह-जगह हाजिरी लगाते हुए एक ही जगह पर इकठ्ठा रहने वाले लोगों (मतदातााओं) को शुभकामनाएं देने के साथ ही उनसे वोटों का आशीर्वाद मांगा जा रहा है. विशेष उल्लेखनीय है कि, अमूमन वैवाहिक समारोह में उपस्थित रहने पर नवदम्पति को सुखद एवं सफल वैवाहिक जीवन के लिए आशीर्वाद दिया जाता है. परंतु फिलहाल वैवाहिक के साथ ही चुनावी सीजन भी चल रहा है. जिसके चलते नेताओं व प्रत्याशियों द्वारा नवदम्पतियों को अपनी शुभकामनाएं देते हुए उनसे ही वोटों का आशीर्वाद मांगा जा रहा है. साथ ही साथ तमाम धार्मिक आयोजनों में भी राजनीतिक का रंग जमकर चढा हुआ दिखाई दिया. क्योंकि रामनवमी व हनुमान जन्मोत्सव जैसे आयोजनों में प्रत्याशियों व उनके समर्थकों द्वारा इस तरह से अपना शक्ति प्रदर्शन ही किया गया.
* ग्रामीण क्षेत्र में भी राजनीति तपी, चर्चाओं का बाजार गर्म
शहर सहित अमरावती जिले के ग्रामीण इलाकों में भी इस समय राजनीतिक माहौल जमकर गरमाया हुआ है और हर ओर केवल राजनीतिक चर्चाएं ही सुनाई दे रही है. साथ ही साथ सभी प्रत्याशियों के कार्यकर्ता भी अपने-अपने प्रत्याशी के जीत के लिए चकरघिन्नी बने घूम रहे है, ताकि ज्यादा से ज्यादा मतदाताओं को अपने प्रत्याशी के पक्ष में वोट करने हेतु मनाया जा सके. साथ ही साथ दूर रहकर राजनीतिक हालात पर नजर रखने वाले लोगों के बीच अब प्रत्याशियों की हार और जीत को लेकर शर्त लगाने का दौर भी शुरु हो गया है.
* सोशल मीडिया पर जमकर चल रहा चुनाव प्रचार
लोकसभा चुनाव हेतु प्रत्याशियों द्वारा प्रत्यक्ष जनसंपर्क करते हुए चुनाव प्रचार करने के साथ-साथ सोशल मीडिया का भी जोरदार प्रयोग किया जा रहा है. जिसके तहत सभी प्रत्याशियों द्वारा अपनी सोशल मीडिया टीम को काम पर लगाकर रखा गया है. जो मतदाताओं तक अपने प्रत्याशी के पक्ष में पोस्ट शेयर कर रहे है. साथ ही साथ इसी टीम द्वारा सोशल मीडिया पर होने वाली ट्रोलिंग का भी जबर्दस्त तरीके से जवाब भी दिया जा रहा है.
मतदाता क धमकाने वालो ंपर होगी कार्रवाई
मतदाताओं को पैसे देना, उन पर दबावतंत्र का इस्तेमाल करना अथवा उन्हें धमकाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी. मतदान केंद्र के 200 मीटर परिसर में प्रचार करने पर भी पाबंदी रहेगी. मतदाताओं को मतदान के दिन केंद्र तक लाने ले जाने पर पाबंदी लगाने टैक्सी, निजी कार, ट्रक, ऑटो रिक्शा, मिनी बस, स्टेशन वैन, स्कूटर, मोटर साइकिल आदि सभी प्रकार के वाहनों पर पाबंदी रहेगी. मतदान केंद्र परिसर में पोस्टर बैनर और पार्टी के चुनाव चिन्ह और प्रचार साहित्य भी हटाने के आदेश दिए गए है.
वीआईपी के सुरक्षा गार्ड को भी नहीं रहेगा केंद्र में प्रवेश
जिस व्यक्ति के सुरक्षितता को धोका रहने बाबत का विश्वास होने से सरकारी सुरक्षा मुहैया कराई गई है. ऐसे किसी भी व्यक्ति को सुरक्षा कर्मी के साथ मतदान केंद्र के 200 मीटर परिसर में प्रवेश नहीं रहेगा. ऐसे व्यक्ति मतदाता रहते हुए भी सुरक्षा कर्मचारी के साथ मतदान केंद्र परिसर में नहीं आ पाएगें.
60 वाहनों से रहेगी पेट्रोलिंग
शहर पुलिस आयुक्तालय व्दारा दी गई जानकारी के अनुसार अमरावती शहर में पेट्रोलिंग के लिए पुलिस के 60 वाहन तैनात किए गए है. हर वाहन में एक पुलिस अधिकारी व चार कर्मचारी को तैनात रखा जाएगा. जो कही से भी शिकायत होने पर मात्र 5 मिनट के भितर मौके पर पहुंचकर हालात को काबू में करेगें.
मतदान केंद्र पर मोबाइल पर रोक
मतदान के दिन मतदान केंद्र पर मोबाइल, स्मार्टफोन,वायरलेस सेट ले जाना प्रतिबंधित रहेगा. मगर यह नियम मतदान केंद्र के पीठासीन अधिकारी, आचार संहिता व्यवस्था दल प्रमुख चुनाव ड्युटी पर तैनात सुरक्षा कर्मी पर लागू नहीं होगा.
इन प्रतिबंधों का रखे ध्यान
24 अप्रैल की शाम 6 बजे से मतदान की संपूर्ण प्रक्रिया पूरी होने तक मतदान केंद्र के 200 मीटर के दायरे में प्रतिबंधत्मक निर्बंध लागू होगे. फौजदारी दंज प्रक्रिया संहिता 1973(1974 का 2) के नियम 144 के तहत इस अवधि के दौरान गैरकानूनी सभा और सार्वजनिक प्रचार बैठकें आयोजित करना प्रतिबंधित रहेगा. उम्मीदवारों का नाम या पार्टी का नाम मुद्रित करने पर प्रतिबंध होगा. चुनाव ड्युटी पर तैनात वाहनों को छोडकर सभी वाहन मतदान केंद्र के 200 मीटर के दायरे में प्रतिबंधित रहेगें.