अचलपुर मंडी में रोचक रहा सभापति पद का चुनाव
राजू गोरले मतदान पश्चात मंडी सभापति निर्वाचित
* अमोल चिमोटे का उपसभापति पद पर निर्विरोध निर्वाचन
* भारी गर्मी व तपिश तथा बंद एसी के बीच चली चुनाव प्रक्रिया
परतवाडा/अचलपुर/दि.20 – स्थानीय कृषि उत्पन्न बाजार समिति के बलिराजा सदन में आज सुबह 11 बजे मंडी के सभी नवनिर्वाचित संचालकों की पहली बैठक बुलाई गई. जिसमें मंडी सभापति व उपसभापति पद के लिए निर्वाचन की प्रक्रिया पर भी अमल किया गया. जिसमें एकलासपुर निवासी मंडी संचालक राजेंद्र उर्फ राजुभाऊ गोरले सभापति तथा अमोल चिमोटे उपसभापति निर्वाचित हुए. विशेष उल्लेखनीय है कि, सभापति पद के लिए शेतकरी पैनल से निर्वाचित हुए नितिन आगे तथा सहकार पैनल से निर्वाचित हुए राजुभाऊ गोरले ने नामांकन दर्ज किया था और नामांकन वापसी का समय समाप्त होने तक दोनों के ही मैदान में डटे रहने की वजह से सभापति पद के लिए चुनाव करवाना पडा, जिसमें राजू गोरले ने बाजी मारी. इस समय चुनाव अधिकारी के रूप में चुनाव निर्णय अधिकारी यादव, पांडे, अमर वानखड़े, मंगेश भेटालू व जगन्नाथ गुरदे ने कामकाज देखा.
गौरतलब है कि, पहले से ही यह कयास लगाया जा रहा था कि जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बबलू देशमुख के सहकार पैनल से राजेंद्र गोरले का मंडी सभापति बनना तय है. उपसभापति पद के लिए अमोल चिमोटे, अतुल वाठ और बाबूराव गावंडे के नाम चर्चा में थे. आज की सभा मे विधायक बच्चू कडू के शेतकरी पैनल से विजयी हुए व्यापारी आढ़तिया प्रतिनिधि भावेश अग्रवाल, हमाल-मापारी संचालक पोपटराव घोडेराव, संचालक नितिन आगे और व्यापारी प्रतिनिधि सतीश व्यास अलग दिखाई दिए. 14 निदेशक सहकार गुट में और 4 निदेशक शेतकरी पैनल के होने की बात सभागृह में देखने को मिली. चुनाव प्रक्रिया के समय बड़ी मुश्किल से स्थानीय पत्रकार सभागृह में प्रवेश कर पाए और काफी देर तक पत्रकारों को सभागृह में खड़े रहना पडा. पश्चात मंडी के नवनिर्वाचित निदेशक अमोल बोरेकार के कहने पर पत्रकारों के बैठने की व्यवस्था की गई.
आज के चुनाव में जहां उपसभापति पद के लिए अमोल चिमोटे इनका ही एकमात्र नामांकन दाखिल हुआ, वही निर्विरोध समझे जा रहे राजेंद्र गोरले के ख़िलाफ़ नितिन आगे ने नामांकन दाखिल कर सनसनी मचा दी. ऐन वक्त पर चुनाव अधिकारी को मतदान कक्ष की स्थापना करनी पड़ी. आज की चुनावी सभा मे राजेन्द्र गोरले, अतुल चिमोटे, अमोल बोरेकार, रवि पाटिल सालेपुरकर, सतीश पाटिल, ज्ञानदेव पाटिल, सुधीर रहाटे, गोपाल लहाने, बाबूराव गावंडे, अनिल पवार, अतुल वाठ, अजिंक्य अभ्यंकर, वर्षा कैलाशराव आवारे, प्रतिभा प्रशांतराव ठाकरे के अलावा शेतकरी पैनल के भावेश अग्रवाल, पोपटराव घोडेराव, नितिन आगे और व्यास इस प्रकार कुल 18 संचालक उपस्थित थे.
पौन बजे मतदान प्रक्रिया शुरू हुई. राजेंद्र गोरले ने हाथ उठाकर मतदान करने का प्रस्ताव रखा लेकिन चुनाव अधिकारी यादव ने बताया कि यह नियम में नही होने से गुप्त मतदान लिया जायेगा. मतदान कक्ष में मत देकर उसे मतपेटी में डालने को सभी संचालकों को कहा गया. सभी को खाली मतदान पेटी बताई गई. इसी बीच चुनाव अधिकारी व सहयोगियों को चार्ज करने के लिए पानदान भी उन तक पहुंचाया गया. चुनाव अधिकारी ने सभी संचालकों को मतदान करने का तरीका बताया. कृषि मंडी में सभापति चुनाव के दौरान शांति और सुव्यवस्था बनाये रखने अचलपुर थाने का दल तैनात था. मतदान के लिए सबसे पहला नाम राजेन्द्र गोरले का ही पुकारा गया. सबसे अंत मे पोपट घोडेराव ने मतदान किया. करीब 20 मिनट का समय मतदान करने में गया. चुनाव अधिकारी की टीम अत्यंत धीमी गति से प्रक्रिया को अंजाम देती रही. कृषि मंडी सभागृह में लगे दोनों वातानुकूलित संयंत्र (एयर कंडीशनर) बंद होने से 45 डिग्री सेल्सियस का तापमान निदेशकों को परेशान कर रहा था. मतदान होने के बाद राजेंद्र गोरले के कहने पर सभी के लिए चाय लाई गई.
* ठीक डेढ़ बजे मतगणना प्रारंभ की गई.
सभापति पद के लिए नितिन आगे को 04 वोट और राजेन्द्र गोरले को 14 वोट मिलने से गोरले के विजयी होने की घोषणा की गई. अमोल चिमोटे निर्विरोध उपसभापति चुने गए. चुनाव अधिकारी ने सभी का आभार माना. आज के मंडी चुनाव के माध्यम से बबलू देशमुख की अचलपुर में एक सफल धमाकेदार एंट्री का आगाज हुआ है.
* बबलू देशमुख ने पहुंचकर दी बधाई
मतदान के परिणाम की घोषणा होते ही जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बबलू देशमुख भी कृषि मंडी पहुंच गए. उन्होंने नवनिर्वाचित सभापति राजेंद्र गोरले और उपसभापति अमोल चिमोटे का पुष्पहार देकर सत्कार किया. ढोल ताशो के बीच बबलू भाऊ आगे बढ़ो हम तुम्हारे साथ है के नारे लगाए गए. सहकार पैनल चा विजय असो के नारे भी लगे
* नये मंडी सभापति राजू गोरले का अल्प परिचय
यहां बता दे कि अचलपुर तहसील के एकलासपुर गांव के संपन्न किसान राजेन्द्र रामरावजी गोरले इनके पिताजी भी गांव में उपसरपंच रह चुके है. हँसमुख स्वभाव के धनी, मिलनसार व्यक्तिमत्व के मालिक और सहयोगी प्रवुत्ति के राजुभाऊ गोरले ने स्थानीय बीएसपी कॉलेज से बीकॉम की शिक्षा ग्रहण की है.16 मई 1965 में जन्मे राजुभाऊ का जन्मदिन अभी कुछ दिन पूर्व ही धूमधाम से मनाया गया था. पत्नी अरुणा से उन्हें अपने राजनीतिक जीवन मे हमेशा ही सहयोग मिलता रहा है. राजुभाऊ को एक पुत्र रोहित है, जो उनके व्यवसाय को संभालता है. इससे पूर्व राजेंद्र गोरले कृषि मंडी के संचालक और मुख्य प्रशासक पद को भी सुशोभित कर चुके है. इसके अलावा उन्होंने ग्रामपंचायत सरपंच की जिम्मेदारी भी निभाई है. वर्ष 2001 में गोरले ने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत करते हुए पहला चुनाव लड़ा था. जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बबलू देशमुख के अत्यंत विश्वसनीय समझे जाते राजेंद्र गोरले को कृषि मंडी के कामकाज का गहरा अनुभव है. गोरले प्रारंभ से ही इंदिरा कांग्रेस से जुड़े रहे और उन पर आज तक दलबदल का ठप्पा नही लगा है. आज की सभा मे पांच संचालको को छोड़ दे तो अन्य 13 संचालक पहली मर्तबा ही बलिराजा पहुंचे है. व्यापारी आढ़तिया संचालक के रूप में युवा, मिलनसार, हँसमुख और निर्विवाद भावेश अग्रवाल ने पहली मर्तबा कुर्सी प्राप्त की है. मंडी के व्यापारी आढ़तिया को रोजाना होती तकलीफ दूर करने के लिए अब हर कोई भावेश की ओर अपेक्षापूर्ण दृष्टि से देखने लगा है.