अमरावती

विवाह समारोह में बारातियों के सामने काटा बिजली कनेक्शन

अति सामान्य, मजदूर वर्ग पर नामुस्की की नौबत

  • 8 हजार की बकाया राशि के लिए महावितरण की कार्रवाई

  • गवलीपुरा में घटीत हुआ प्रकार

चांदूर बाजार/दि.2 – पिछले वर्ष कोरोना के चलते लगाए गए लॉकडाउन के समय का बिजली बिल माफ करने के आश्वासन से मुकरते हुए अब महावितरण ने पिछले 9 महिने का बकाया बिजली बिल की सख्ती से वसूली की मुहिम शुरु की है. बिजली बिल न भरने वाले लोगों के कनेक्शन बडी मात्रा में काटे जा रहे है. बडे उद्योजकों से संबंध कायम रखकर उनके बडे बकाया बिजली बिल पर नजरअंदाज कर सर्वसामान्य और गरीब मजदूर वर्गों पर मात्र सख्ती बरती जा रही है. इसी बीच चांदूर बाजार के गवलीपुरा में घरकाम कर अपना गुजरबसर करने वाली महिला के घर का बिजली कनेक्शन हाल ही में काटा गया. विशेष यह कि इस महिला के बेटे का विवाह रहने से चुनिंदा मेहमान घर पर आये थे. उन्हीें के सामने महावितरण के दल ने यह कार्रवाई की.
स्थानीय गवलीपुरा में प्रदीप गोडबोले का निवास है. जिसमें बिजली कनेक्शन है, केवल दो ही लाइट उनके घर में जलते है, ऐसा कहा गया है. प्रदीप स्लैब से गिरने के कारण जख्मी होने से वे घर पर ही पडे रहते है. पत्नी सुमित्रा दूसरों के घर बर्तन मांजकर परिवार का गुजरबसर करती है. शिकस्त मकान का बांधकाम करने के लिए सुमित्रा ने 70 हजार का बचतगट का कर्ज निकालकर एक कमरा बांधा.उसी में उसके बेटे का विवाह तय हो गया. 2 अप्रैल को विवाह रहने से घर में विवाह के लिए चुनिंदा मेहमान दाखिल हुए. किंतु 30 मार्च को विद्युत वितरण का दल गोडबोले के घर दाखल हुआ और वर्तमान देयक समेत 8 हजार 800 रुपए तत्काल भरें, नहीं तो बिजली कनेक्शन काटने की धमकी दी. सुमित्रा ने 2 हजार भरने की तैयारी दर्शायी किंतु कर्मचारियों ने उसकी बात न सुनते हुए कनेक्शन काटा. विवाह के लिए आये हुए अतिथियों के सामने गोडबोले परिवार की नामुस्की हुई. प्रदीप गोडबोले के नाम से रहने वाले बिजली कनेक्शन ग्राहक नंबर 353290007984 का वर्तमान बिजली देयक 576 रुपए है. उसमें अप्रैल से अगस्त 2020 इस लॉकडाउन के समय का प्रति माह 19 यूनिट का औसतन इस्तेमाल दिखाकर बिजली बिल की बकाया 8 हजार 20 और उसके ब्याज की बकाया 206 रुपए समाविष्ठ कर कुल बिल 8 हजार 800 रुपए दिया गया है. इससे पहले भी 2 हजार रुपए भरे रहने की जानकारी सुमित्रा ने दी. एक अथवा दो हजार रुपए की किश्त दी तो बिजली भरने के लिए तैयार हूं. किंतु आर्थिक स्थिति कमजोर रहने से एकमुस्त बिल भरना संभव न रहने के कारण ही कनेक्शन काटने का विरोध नहीं किया, ऐसी कबुली सुमित्राबाई ने दी.

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