जिला स्त्री अस्पताल में ‘नॉर्मल’ पर जोर, फिर भी ‘सीजर’ अधिक
11 माह में 3373 नॉर्मल व 4019 सिजेरियन प्रसूतियां
अमरावती /दि.27– स्थानीय जिला स्त्री अस्पताल में अमरावती शहर सहित जिले भर के तहसील एवं ग्रामीण क्षेत्रों से गर्भवती महिलाएं प्रसूति के लिए आती है. महिलाओं के इस सरकारी अस्पताल में यद्यपि सामान्य यानि नॉर्मल प्रसूति पर ही सबसे अधिक जोर दिया जाता है. लेकिन इसके बावजूद भी इन दिनों अस्पताल में होने वाली प्रसूतियों में सिजेरियन प्रसूति का प्रमाण अधिक है. विगत जनवरी से नवंबर माह तक 11 माह के दौरान जिला स्त्री अस्पताल में कुल 7392 महिलाओं की प्रसूति हुई. जिसमें से 3373 महिलाओं की नॉर्मल तथा 4019 महिलाओं की सिजेरियन प्रसूति होने की जानकारी अस्पताल प्रशासन द्वारा दी गई है.
उल्लेखनीय है कि, प्रसूति हेतु निजी अस्पताल में भर्ती होने वाली महिलाओं को भी कई बार ऐन प्रसूति के समय जिला स्त्री अस्पताल में भेजा जाता है. जिसके चलते निजी अस्पतालों की तुलना में जिला स्त्री अस्पताल में नॉर्मल प्रसूति का प्रमाण अब भी काफी अधिक है. वहीं प्रसूति के दौरान मां अथवा बच्चे के लिए कोई खतरा रहने पर ही सिजेरियन का निर्णय लिया जाता है.
* क्या पहले सीजर के बाद दूसरी प्रसूति होती है नॉर्मल?
यदि किसी महिला की पहली प्रसूति सिजेरियन के जरिये हुई है, तो भी उसकी दूसरी प्रसूति नॉर्मल हो सकती है. यदि उच्च जोखिम वाली गर्भधारणा नहीं है औ गर्भधारणा के साथ कोई जटिलताएं नहीं जुडी हुई है, तो प्रसूति नॉर्मल भी हो सकती है.
* गंभीर स्थिति में ही सीजर की सलाह
नॉर्मल डिलेवरी कराने में यदि मां या बच्चे अथवा दोनों के लिए किसी तरह का कोई खतरा रहता है, तो ऐसी स्थिति में ही डॉक्टरों द्वारा सिजेरियन की सलाह दी जाती है. इसके अलावा यदि बच्चा गर्भ में उलटा हो गया है अथवा उसके गले के चारों ओर नाल लिपट गई है, तो ऐसी स्थिति में भी डॉक्टरों द्वारा सीजर के जरिए प्रसूति कराने की सलाह दी जाती है.
* जिला स्त्री अस्पताल में ग्रामीण क्षेत्रों से भर्ती कराये जाने वाली अधिकांश गर्भवती महिलाओं को प्रसूति में जोखिम रहने के चलते ही ग्रामीण अस्पतालों से यहां रेफर किया जाता है. लेकिन ऐसी स्थिति में भी सबसे पहले नॉर्मल प्रसूति कराने का ही प्रयास किया जाता है. परंतु यदि मां या बच्चे अथवा दोनों के जीवन के लिए कोई खतरा महसूस होता है, तो ऐसी स्थिति में ही सिजेरियन प्रसूति करने का निर्णय लिया जाता है.
– डॉ. अरुण सालुंके,
अतिरिक्त जिला शल्यचिकित्सक.
* 11 माह दौरान प्रसूति के आंकडे
महिना नॉर्मल सीजर कुल
जनवरी 351 375 724
फरवरी 275 318 593
मार्च 309 382 691
अप्रैल 270 352 622
मई 259 329 588
जून 238 317 555
जुलाई 230 350 580
अगस्त 360 384 744
सितंबर 338 398 736
अक्तूबर 399 411 810
नवंबर 344 405 749
कुल 3373 4019 7392