चुनाव निर्णय अधिकारी की देखरेख में उतारी गई ईवीएम मशीन
पुलिस अधिकारियों सहित जिला प्रशासन के आला अफसरो का रहा डेरा
* उम्मीदवारों के प्रतिनिधि भी रहे उपस्थित
अमरावती/दि. 27 – लोकसभा का अमरावती संसदीय क्षेत्र का दूसरे चरण का मतदान शुक्रवार 26 अप्रैल को संपन्न हुआ. पश्चात रात से सभी मतदान केंद्रो से ईवीएम व वीवीपैट मशीन शासकीय वाहनो सहित विभिन्न वाहनो में लोकशाही भवन स्ट्रांग रुम लाना शुरु हुई. यह प्रक्रिया शनिवार की शाम तक चलती रही. चुनाव निर्णय अधिकारी व जिलाधीश सौरभ कटियार के मार्गदर्शन में अधिकारी व कर्मचारियों की मौजूदगी में यह ईवीएम मशीन उतारी गई. इस अवसर पर उम्मीदवारों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे. उनकी उपस्थिति में स्ट्रांग रुम को सील किया गया.
अमरावती लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में आनेवाले 6 विधानसभा क्षेत्र के कुल 1983 मतदान केंद्रो पर शुक्रवार 26 अप्रैल को सुबह 7 से शाम 6 बजे तक मतदान हुआ. कुछ मतदान केंद्रो पर रात तक मतदान चलता रहा. पश्चात इन सभी मतदान केंद्रो से पुलिस के तगडे बंदोबस्त में ईवीएम मशीन व वीवीपैट अमरावती स्ट्रांग रुम लाना शुरु हुआ. विद्यापीठ रोड स्थित लोकशाही भवन में इन सभी मतपेटियों को रात से ही लाना शुरु हो गया. यह प्रक्रिया आज पूरा दिन चलती रही. इस अवसर पर जिला चुनाव निर्णय अधिकारी व जिलाधीश सौरभ कटियार के अलावा राजस्व विभाग के सभी आला अफसर, पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी के अलावा उपायुक्त सागर पाटिल, गणेश शिंदे और संबंधित सभी अधिकारी उपस्थित थे. साथ ही चुनाव मैदान में रहे उम्मीदवारों के प्रतिनिधि भी इस अवसर पर मौजूद थे. उनकी उपस्थिति में ईवीएम मशीन उतारी गई. यह प्रक्रिया शनिवार की शाम तक चलती रही. पश्चात स्ट्रांग रुम को अधिकारियों के व उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में सील कर दिया गया. ट्रको से ईवीएम व वीवीपैट लाना पूरा दिन शुरु रहा. लोकशाही भवन परिसर में किसी को भी प्रवेश पर पाबंदी थी. पुलिस की कडी सुरक्षा में यह प्रक्रिया चलती रही. जब तक संपूर्ण ईवीएम मशीन स्ट्रांग रुम में रखकर सील नहीं की गई तब तक चुनाव विभाग अधिकारी व पुलिस अधिकारियों का इस लोकशाही भवन में डेरा जमा रहा. अब 4 जून को ही मतगणना के दिन इस स्ट्रांग रुम को खोला जाएगा. तब तक यह ईवीएम इसी स्ट्रांग रुम में रहेगी.
* 250 अधिकारी-कर्मचारी रहे मौजूद
शुक्रवार की रात से लोकशाही भवन में अमरावती संसदीय क्षेत्र के 1983 मतदान केंद्रो से ईवीएम व वीवीपैट मशीने लाना शुरु हो गया था. ट्रक सहित अन्य वाहनों से लाई गई मशीनो को हमालो की सहायता से नीचे उतारकर स्ट्रांग रुम में पहुंचाया गया. करीबन 200 से 250 अधिकारी व कर्मचारी सहित मजदूर इस काम में जुटे रहे.