जादू टोने के आरोप को लेकर जानलेवा हमला, पिता की मौत, बेटी घायल
तिवसा/दि.28– जादू टोना के संदेह को लेकर हुए विवाद की वजह से अडोस-पडोस में रहने वाले दो परिवारों के बीच झगडे वाली स्थिति बनी. जिसमें पडोसियों ने जानलेवा हमला करते हुए 65 वर्षीय व्यक्ति को मौत के घाट उतार दिया. वहीं उसकी बेटी को गंभीर रुप से घायल कर दिया. यह घटना विगत 26 मार्च की दोपहर तिवसा शहर में घटित हुई. मृतक की शिनाख्त सुधाकर अवझाड (65, अशोक नगर, तिवसा) के तौर पर हुई है. वहीं इस जानलेवा हमले में उसकी बेटी दीपा अवझाड गंभीर रुप से घायल हुई है.
जानकारी के मुताबिक तिवसा शहर के अशोक नगर में सुधाकर अवझाड व डाखोरे परिवार विगत लंबे समय से अडोस-पडोस में रहते है. जिनके बीच हमेशा ही किसी ना किसी बात को लेकर झगडा हुआ करता था. इसी बीच कुछ समय पहले से सुधाकर अवझाड का बेटा बीमार रहने लगा. ऐसे में सुधाकर अवझाड को यह संदेह हुआ कि, उसके पडोस में रहने वाले डाखोरे परिवार ने ही उसके बेटे पर कोई टोनाटोटका कर दिया है. यह बात सुधाकर अवझाड ने गांव में रहने वाले कुछ लोगों को भी बतायी थी. जो धीरे-धीरे डाखोरे परिवार के कानों पर भी पहुंची, तो डाखोरेे परिवार के सदस्यों ने सुधाकर अवझाड से बकरी चराते समय आमना-सामना होने पर इस बारे में पूछताछ की. जिससे दोनों पक्षों के बीच जमकर झगडा होने लगा. इस समय अमोल डाखोरे (35) व संतोष गणपत निंघोट (50) ने सुधाकर अवझाड के साथ जमकर मारपीट करते हुए उस पर लोहे की रॉड से प्राणघातक हमला किया. जिसके बाद दोनों आरोपी घटनास्थल से निकलकर गांव में पहुंचे. जहां पर उन्होंने सुधाकर अवझाड की विवाहित बेटी दिपा अवझाड पर भी प्राणघातक हमला करते हुए उससे जमकर मारपीट की.
साथ ही अवझाड परिवार के अन्य लोगों से भी मारपीट की गई. पश्चात दिपा अवझाड को जिला सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उसके सिर पर 17 टाके लगाये गये है. वहीं दूसरी ओर सुधाकर अवझाड की पत्नी सिंधु अवझाड द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर पुलिस ने अमोल डाखोरे व संतोष निंघोट को गिरफ्तार कर लिया है. तिवसा पुलिस मामले की जांच कर रही है.