अमरावती

मान्सून की और चार दिन प्रतीक्षा

लगातार तीन दिन 100 मीमी बारिश हुए बगैर बुआई न करे

  • कल से मान्सून पूर्व बारिश आने की संभावना

अमरावती/प्रतिनिधि दि.८ – हर वर्ष की तुलना में इस बार मान्सून ने राज्य में जल्द ही दस्तक दी है. फिलहाल मान्सून अलीबाग, पुणे तक पहुंचा है. फिर भी अमरावती में मान्सून आने तक 13 से 14 दिन तक इंतजार करना होगा. जिससे अमरावती वासियों को और 4 से 5 दिन मान्सून की प्रतीक्षा करनी होगी.किंतु कल 9 जून से जिले में मान्सून पूर्व बारिश हाजिरी लगाएगी. गुरुवार 10 व शुक्रवार 11 जून को जिले में अनेकों जगह मुसलाधार बारिश होने की संभावना स्थानीय मौसम अभ्यासकों ने व्यक्त की है. इस बीच बुआई के लिए आवश्यक यानी किमान 80 से 100 मीमी बारिश लगातार 2 से 3 दिन हुए बगेैर किसानों ने बुआई नहीं करनी चाहिए, इस तरह का आह्वान कृषि विभाग की ओर से किया गया है.
खरीफ मौसम को शुरुआत हुई है. बुआई पूर्व मशागत कर बलिराजा बुआई के लिए तैयार हुआ है. पिछले वर्ष सोयाबीन कटाई के समय ऐन समय पर बारिश ने सोयाबीन का नुकसान कर दिया तथा बोंड इल्ली के प्रादुर्भाव से कपास का उत्पादन घट गया था. खरीफ की इन दोनों फसलों ने किसानों के साथ पिछले वर्ष जबर्दस्त दगा फटका किया. जिससे इस बार निश्चित क्या बोना, इस तरह का प्रश्न किसानों के सामने खडा है. किंतु बुआई तो करनी ही पडेगी, इस कारण किसान ने इस वर्ष भी कपास से सोयाबीन का पेरा ज्यादा लेने का निर्णय लिया है. जिले में खरीफ मौसम में सोयाबीन, कपास, तुअर, मूंग, उडीद, ज्वारी व अन्य फसलों की तकरीबन 7 लाख 28 हजार हेक्टेअर पर बुआई की जाएगी. उनमें से सोयाबीन का बुआई क्षेत्र इस बार 2 लाख 70 हजार हेक्टेअर तथा कपास का तकरीबन 2 लाख 60 हजार हेक्टेअर में रहेगा, इस तरह का कृषि विभाग का अनुमान है. इस बीच बुआई के लिए जिले में 1 लाख 30 हजार क्विंटल सोयाबीन बीज की आवश्यकता है. अब तक जिले में 81 हजार क्विंटल बीज आया है. साथ ही कपास के तकरीबन साढे बारा लाख पॉकेट बीज की जरुरत है. अब तक मांग से तकरीबन 1 लाख ज्यादा पॉकिट यानी साढे तेरा लाख पॉकिट जिले में बिक्री के लिए आये हैं.

  • मान्सून पूर्व बारिश की संभावना

जिले में मान्सून शनिवार 12 से मंगलवार 15 जून के बीच दाखल होने की संभावना है.किंतु बुधवार 9 जून से मान्सूनपूर्व बारिश हाजिरी लगाएगी. गुरुवार 10 व शुक्रवार 11 जूून जिले के कुछ हिस्से में मान्सूनपूर्व मुसलाधार बारिश होने की संभावना है.
-प्रा.अनिल बंड,
मौसम विशेषज्ञ

  • 40 हजार मेट्रीक टन खाद उपलब्ध

खरीफ मौसम में रासायनिक खाद की जरुरत है. खरीफ मौसम के लिए (सितंबर 2021 तक) जिले में 1 लाख 8 हजार मेट्रीक टन खाद की जरुरत रहने से इस तरह की मांग नोंद की है. वर्तमान स्थिति में जिले में 40 हजार मेट्रीक टन खाद पहुंचा है. इसमें डीएपी 5 हजार मेट्रीक टन है, इस तरह की जानकारी प्रभारी जिला कृषि विकास अधिकारी उज्वल आगरकर ने दी.

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