अच्छे कार्यकर्ता मिलना और पूरे राज्य में पहचान बनना ही बडी सफलता
प्रहार पार्टी के सम्मेलन में बोले पूर्व विधायक बच्चू कडू
* मुंबई में हुआ प्रहारियों का भव्य सम्मेलन, 1 हजार से अधिक प्रहारी रहे मौजूद
अमरावती/मुंबई/दि.29 – विधानसभा चुनाव में प्रहार पार्टी सहित परिवर्तन महाशक्ति नामक तीसरी आघाडी को मिली करारी हार के कारणों पर विचार विमर्श करने हेतु प्रहार जनशक्ति पार्टी के मुखिया बच्चू कडू ने अपनी पार्टी के सभी प्रमुख पदाधिकारियों व जिला प्रमुखों की आज मुंबई में बैठक बुलाई थी. जिसमें मुंबई के यशवंतराव चव्हाण प्रतिष्ठान में आयोजित इस सम्मेलन में राज्यभर से लगभग एक हजार प्रहार पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया. इस समय अपने संबोधन में प्रहार पार्टी के मुखिया व पूर्व विधायक बच्चू कडू ने कहा कि, विगत 20 वर्षों के दौरान समूचे राज्यभर में एक से बढकर एक बेहतरीन कार्यकर्ताओं का मिलना और पूरे राज्य में पहचान हासिल करना ही उनके राजनीतिक जीवन की सबसे बडी उपलब्धी है. जिसके बारे में उन्होंने कभी नहीं सोचा था. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, मौजूदा राजनीतिक स्थिति में त्याग की भावना को सामने रखते हुए जनसेवा के लिए संघर्ष करने की तैयारी रखनी होगी. क्योंकि आने वाला समय और भी अधिक संघर्षपूर्ण होगा.
इस सम्मेलन में पूर्व विधायक राजकुमार पटेल, सबाने, चंद्रीकापुरे, अनिल चौधरी, बल्लू जवंजाल व गणेश निंबालकर सहित प्रहार जनशक्ति पार्टी के विधानसभा प्रत्याशी एवं विविध जिला प्रमुख तथा प्रमुख पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे. इस समय पूर्व विधायक बच्चू कडू ने अपने पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि, उनके पास सत्ता में बने रहने के अनेकों पर्याय भी उपलब्ध थे तथा अलग-अलग राजनीतिक दलों से उन्हें भी कई तरह के ऑफर मिले थे. लेकिन महाराष्ट्र की बेहतरी और अपने कार्यकर्ताओं के विश्वास की कसौटी पर खरा उतरने के लिए उन्होंने तीसरी आघाडी के गठन का रास्ता चुना था. यद्यपि तीसरी आघाडी को विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पडा है. लेकिन महाराष्ट्र की जनता ने हमें पूरी तरह से खारिज नहीं किया है और हमने कई निर्वाचन क्षेत्रों में अच्छे खासे वोट भी लिये है. ऐसे में इस विधानसभा चुनाव की हार से सबकुछ खत्म नहीं हुआ है, बल्कि यहां से हम सभी को एक नई शुरुआत करनी होगी.
अपने संबोधन में बच्चू कडू ने यह भी कहा कि, बच्चू कडू और प्रहार पार्टी की पहचान जनसेवा के कामों की वजह से है और उन्हीं कामों के जरिए हमें प्रतिष्ठा व राजनीतिक अवसर प्राप्त हुए है. यद्यपि इस बार के चुनाव में अपेक्षित नतीजे नहीं आये, लेकिन हम इससे निराश नहीं होंगे, बल्कि जनता के बीच रहते हुए आगे भी जनसेवा के कामों को और जोरदार तरीके से करेंगे और जनता के विश्वास की कसौटी पर खरा उतरने के लिए सत्ता पक्ष में शामिल होकर कोई पद भी नहीं लेंगे.
* शरद पवार की ओर से मिली थी 3 सीटों की ऑफर
इस सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक बच्चू कडू ने यह भी कहा कि, विधानसभा चुनाव से पहले उन्हें राकांपा नेता शरद पवार की ओर से अचलपुर व मेलघाट सहित अमरावती जिले की एक ऐसी तीन सीटों की ऑफर देते हुए महाविकास आघाडी में शामिल हो जाने का प्रस्ताव दिया गया था. जिसके बारे में विचार करते हुए उन्होंने सोचा कि, यदि महज 3 सीटों के प्रस्ताव को मान लिया गया, तो राज्य की अन्य सीटों पर चुनाव लडने की तैयारी कर रहे अपने कार्यकर्ताओं को क्या जवाब दिया जाएगा. साथ ही ऐसा करना अपने कार्यकर्ताओं के साथ एक तरह से विश्वासघात ही होगा. जिसके चलते समूचे राज्यभर के कार्यकर्ता नाराज भी हो सकते है. इस बात को ध्यान में रखते हुए उन्होंने शरद पवार की ओर से आयी ऑफर को अस्वीकार कर दिया. जबकि उनके स्थान पर यदी कोई दूसरा व्यक्ति रहा होता, तो अपने व्यक्तिगत फायदे के लिए उस ऑफर को स्वीकार कर लेता और कम से कम अपनी खुद की सीट को बचा लेता.
* माजी नहीं, आजी आमदार ही कहो
इस सम्मेलन के दौरान भाषण देने वाले प्रहार पार्टी के कई पदाधिकारियों ने बच्चू कडू का उल्लेख माजी आमदार यानि पूर्व विधायक के तौर पर किया. जिसका अपने भाषण में संदर्भ लेते हुए बच्चू कडू ने कहा कि, उन्हें विगत 20 वर्षों से अपने नाम के साथ आमदार यानि विधायक का विशेषण सुनने की आदत सी हो गई है और उन्होंने कभी सोचा ही नहीं था कि, किसी दिन उन्हें अपने नाम के साथ पूर्व विधायक का संबोधन भी सुनना पडेगा. अत: माजी आमदार बच्चू कडू का संबोधन सुनना थोडा अजीब लग रहा है. ऐसे में उन्हें माजी की बजाय आजी आमदार यानि मौजूदा विधायक ही संबोधित किया जाये. साथ ही बच्चू कडू ने यह भी कहा कि, उन्हें अपने द्वारा किये गये जनसेवा व विकास कामों पर पूरा भरोसा था. साथ ही पूरी उम्मीद थी कि, अचलपुर निर्वाचन क्षेत्र में उनकी जीत पूरी तरह से सुनिश्चित है. यहीं वजह रही कि, उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र को काफी कम समय दिया और प्रहार पार्टी के प्रत्याशियों का प्रचार करने हेतु बाहर निकले. जिसका कही न कही खुद उन्हें खामियाजा भी उठाना पडा. लेकिन उन्हें इसका कोई अफसोस नहीं है. क्योंकि इसी जरिए पूरे राज्यभर में उनकी और प्रहार पार्टी की पहचान बनी.
* न किसी का समर्थन, न किसी का विरोध, हम तटस्थ
मुंबई में हुए प्रहार पार्टी के सम्मेलन के संदर्भ में जानकारी लेने हेतु दैनिक अमरावती मंडल द्वारा फोन के जरिए संपर्क किये जाने पर पूर्व विधायक बच्चू कडू ने कहा कि, इस सम्मेलन के जरिए प्रहार पार्टी के प्रत्याशियों के हार के कारणों की समीक्षा की गई. साथ ही भविष्य के लिए अमल में लायी जाने वाली रणनीति पर भी विचार विमर्श किया गया. इस समय जब बच्चू कडू से यह पूछा गया कि, वे अब नई विधानसभा में महायुति या महाविकास आघाडी में से किसका समर्थन या विरोध करेंगे, तो बच्चू कडू का कहना रहा कि, चूंकि अब हमारे पास विधानसभा में किसी का समर्थन या विरोध करने लायक कुछ बचा ही नहीं है, तो नई सरकार या विपक्ष को हमारे समर्थन या विरोध से कोई फर्क ही नहीं पडेगा. ऐसे में प्रहार पार्टी द्वारा फिलहाल इन तमाम बातों से अलिप्त रहते हुए तटस्थ भूमिका अपनाई जाएगी तथा अपना जनाधार बढाने पर पूरा जोर दिया जाएगा.