हर्षवर्धन देशमुख ने अपने फोटो या नाम का प्रयोग नहीं करने को लेकर हडकाया
दोनों तबले बजा रहे विधायक भुयार को लगा झटका
* देशमुख का पत्र सोशल मीडिया पर हुआ जमकर वायरल
अमरावती/दि.19– राज्य में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में दो अलग-अलग गुट बन गये है. लेकिन मोर्शी-वरुड निर्वाचन क्षेत्र के निर्दलीय विधायक देवेंद्र भुयार मौका देखकर चौका लगा रहे है और अपनी सुविधा के हिसाब से समय-समय पर दोनों गुटों के साथ नजदीकी साधते रहते है. वहीं इन दिनों यह चर्चा भी चल रही है. विधायक देवेंद्र भुयार द्वारा जल्द ही अजीत पवार के नेतृत्ववाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अथवा भारतीय जनता पार्टी में प्रवेश किया जा सकता है. इन तमाम बातों के मद्देनजर शरद पवार के बेहद नजदीकी रहने वाले राकांपा नेता व श्री शिवाजी शिक्षा संस्था के अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख ने विधायक देवेंद्र भुयार के नाम पत्र जारी करते हुए उन्हें साफ तौर पर बताया कि, विधायक देवेंद्र भुयार द्वार उनके यानि हर्षवर्धन देशमुख के नाम अथवा फोटो का किसी भी तरह से कोई उपयोग न किया जाये.
बता दें कि, दो साल पहले शिवसेना में दोफाड हुई थी और राज्य में सत्ता परिवर्तन भी हो गया था. जिसके बाद कुछ माह पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में भी बगावत और दोफाड हुई तथा अजीत पवार के नेतृत्ववाली राकांपा राज्य की सरकार में शामिल हो गई. वहीं शरद पवार के नेतृत्ववाली राकांपा अब भी महाविकास आघाडी के साथ विपक्ष में बनी हुई है. चूंकि मोर्शी-वरुड के विधायक देवेंद्र भुयार शुरुआत से ही एकीकृत राकांपा के साथ थे. ऐसे में उन्हें लेकर यह चर्चा शुरु हो गई कि, राकांपा विभाजन होने के बाद वे राकांपा के किस गुट के साथ है. परंतु किसे लेकर अपनी भूमिका स्पष्ट करने की बजाय विधायक देवेंद्र भुयार ने दोनों गुटों के साथ नजदीकी साधे रखी ओर अपनी सुविधा के हिसाब से राजनीति करनी शुरु की. साथ ही लोकसभा का चुनाव घोषित होने के बाद राकांपा के दोनों तबलें बजाने के साथ-साथ विधायक भुयार द्वारा भाजपा की ढोलकी पर भी थाप मारी जा रही है और वे भाजपा प्रत्याशी व मौजूदा सांसद रामदास तडस को सहकार्य करते हुए भाजपा के साथ नजदीकी साधने का प्रयास कर रहे है. ऐसी चर्चा मोर्शी-वरुड निर्वाचन क्षेत्र में चलनी शुरु हो गई. इसी दौरान गत रोज राज्य के पूर्व कृषि मंत्री तथा श्री शिवाजी शिक्षा संस्था के अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख ने विधायक देवेंद्र भुयार के नाम पत्र जारी करने के साथ ही उन्हें सीधे फोन लगाते हुए कहा कि, विधायक देवेंद्र भुयार द्वारा उनके यानि हर्षवर्धन देशमुख के नाम अथवा फोटो का प्रयोग किसी भी काम के लिए बिल्कुल भी न किया जाये. ऐसे में हर्षवर्धन देशमुख के इस पत्र को लेकर भी अच्छी खासी चर्चा शुरु हो गई है. वहीं अब इस बात को लेकर भी उत्सुकता देखी जा रही है कि, विधायक देवेंद्र भुयार द्वारा आगे चलकर कौनसी राजनीतिक भूमिका अपनाई जाती है.
* हर्षवर्धन ने की पृष्टि
इस पूरे मामले को लेकर जानकारी हेतु संपर्क किये जाने पर हर्षवर्धन देशमुख ने इस बात को लेकर हामी भरी कि, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ पत्र खुद उन्होंने ही विधायक देवेंद्र भुयार के नाम लिखा था तथा उन्होंने विधायक भुयार को बाकायदा फोन करते हुए अपनी बात से अवगत भी करा दिया है.
* विधायक भुयार ‘नॉट रिचेबल’
पूर्व मंत्री हर्षवर्धन देशमुख द्वारा विधायक देवेंद्र भुयार के नाम लिखे गये पत्र के बाद इस संदर्भ में जानकारी हेतु संपर्क करने का प्रयास किये जाने पर विधायक भुयार लगातार ‘नॉट रिचेबल’ ही चलते रहे. जिसके वजह से उनसे कोई संपर्क नहीं हो पाया.