गौ तस्करी व ढुलाई पर अब प्रशासन की भी नजर
अमरावती/दि.5– हाल-फिलहाल के दौरान शहर सहित जिले में गौ तस्करी तथा गौवंश की अवैध ढुलाई के कई मामले उजागर हुए है. जिन्हें प्रशासन द्वारा बेहद गंभीरता से लिया गया है. ऐसे में अब जानवरों की अवैध ढुलाई व तस्करी पर पुलिस महकमे के साथ-साथ राजस्व प्रशासन की भी कडी नजर रहेगी.
* मध्यप्रदेश से होती है तस्करी
राज्य की सीमा से लगे गांवों सहित पडौसी राज्यों, विशेषकर मध्यप्रदेश से लाये जानेवाले स्वस्त जानवरों व गौवंश की चोरी-छीपे तरीके से तस्करी की जाती है. जिसके खिलाफ पुलिस प्रशासन को कडी कार्रवाई करने के निर्देश जिला प्रशासन द्वारा दिये गये है. हाल ही में जिलाधीश पवनीत कौर ने इस संदर्भ में राजस्व एवं पुलिस महकमे के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किये.
* टैगींग आवश्यक
जानवरों की ढुलाई के मामले में जांच-पडताल के दौरान पुलिस महकमे द्वारा पावती देखकर जानवरों को छोड दिया जाता है. किंतु न्यायालय के निर्देशानुसार इस संदर्भ में ढुलाई की अनुमति रहनेवाले दस्तावेज जरूरी होते है और ऐसे दस्तावेज नहीं रहने पर जानवरों की ढुलाई करनेवाले लोगों पर कार्रवाई की जानी चाहिए. इसके अलावा जानवरों की खरीदी-बिक्री करते समय उन्हेें चिन्हांकित करने हेतु टैगींग करना भी बेहद आवश्यक है. ऐसा निर्देश भी जिलाधीश पवनीत कौर द्वारा दिया गया है.
* इतने मामले हुए है दर्ज
शहर पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र अंतर्गत वर्ष 2020 में जानवरों की अवैध ढुलाई से संबंधित 9 मामले दर्ज किये गये है और 201 जानवरों को छुडाया गया. वहीं वर्ष 2021 में जानवरों की अवैध ढुलाई को लेकर 17 मामले दर्ज किये गये और 360 जानवरों को छुडाया गया. इसके अलावा जिला पुलिस अधिक्षक के कार्यक्षेत्र अंतर्गत वर्ष 2020 में जानवरों की अवैध ढुलाई के 75 मामले दर्ज किये गये तथा 1 हजार 54 जानवरों को छुडाया गया. साथ ही प्रादेशिक परिवहन अधिकारी कार्यालय द्वारा भी जानवरों की अवैध ढुलाई से संबंधित 6 मामले दर्ज किये गये. जिसमें से 3 मामलों में दंडात्मक कार्रवाई की गई.
राज्य तथा जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों से होनेवाली जानवरों की अवैध ढुलाई व तस्करी को नियंत्रित करने हेतु शहर व ग्रामीण पुलिस द्वारा आपस में योग्य समन्वय स्थापित रखते हुए ऐसे मामलों को लेकर कडी कार्रवाई की जानी चाहिए.
– पवनीत कौर
जिलाधीश, अमरावती.