अमरावती

खेत में पुलिस को देख मांत्रिक भाग निकला

फांसे पारधी लोगों का गोल-गोल घुमना भी थम गया

अमरावती/दि. 2 – पुलिस के साथ डॉ. हमीद दाभोलकर की सूचना पर महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मुलन समिति के सदस्य नांदगांव खंडेश्वर तहसील के शिवरा इस फांसे पारधियों की 500 जनसंख्या वाले गांव में पहुंचने के बाद उन्होंने गांववासियों का प्रबोधन किया. अंधश्रद्धा को बढावा न दे, भूत पिसाच ऐसा कुछ नहीं रहता, इस बारे में गांववासियों का प्रबोधन किया. उसके बाद गांव के 30 से 35 लोगों का गोल-गोल घुमना भी थम गया, इस कारण 500 गांववासियों में व्याप्त दहशत कम हो गई तथा महिला, लडके, पुरुषों को अमानुष मारपीट करने वाले 4 से 5 मांत्रिक गांव से भाग निकले. गुरुवार को गांव में काफी शांतता थी. पुलिस को गांव में कुछ भी नहीं मिलने से अपराध भी नोंद नहीं किया गया, ऐसा सामाजिक कार्यकर्ता मतीन भोसले ने बताया.
अंधश्रद्धा निर्मुलन समिति के श्रीकृष्ण धोटे व अन्य सदस्य तथा पुलिस गांव में पहुंचने के बाद अचानक परिर्वतन घटीत हुआ. होली के दिन से जोर-जोर से चिल्लाकर स्वयं के ईदगिर्द गोल-गोल घूमने वालों का घुमना भी थम गया. जिससे अन्य गाववासियों की दहशत कम हुई. कुछ बोगस मांत्रिक इन भोले गांववासियों के साथ धोखाधडी कर उन्हें फंसाने का प्रयास कर रहे थे. यह मांत्रिक गांववासियों में भुत, प्रेत संचारित होने का झूठा दिखावा कर रहे थे. किंतु पुलिस, अंधश्रद्धा निर्मुलन समिति समेत सामाजिक कार्यकर्ता मतीन भोसले ने उनकी साजिश विफल की. अशिक्षित पारधी समाज किसी के भी झूठे दावों का शिकार बनते है. उसके बाद इन पारधी समाज बंधुओं का प्रबोधन करने के बाद उनमें व्याप्त दहशत खत्म हुई, ऐसा मतीन भोसले ने बताया. कोरोना संसर्ग कम होने के बाद शिवरा गांव के फासेपारधी समाज का प्रबोधन करने के लिए स्वयं डॉ.हमीद दाभोलकर आयेंगे. फिलहाल उन्होंने उनके अनिस कार्यकर्ताओं को फोन पर ही मार्गदर्शन किया. उसके अनुसार शिवरा गांव के लोगों का प्रबोधन किया गया.

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