राज्य में 29 प्रतिशत ही जल संग्रहण
जिले के 8 गांवो में 11 टैंकरो से जलापूर्ती शुरू
अमरावती/दि.06– राज्य में चुनाव के दो टप्पे निपट चुके है. बाकि क्षेत्रों में चुनावी माहौल का नगाडा बज रहा है. इस बीच पेयजल समस्या बहुत ही गंभीर रुप ले रही है. गर्मी की तेजी तीव्र हो रही है. वही राज्य के लघु, मध्यम व बडे प्रकल्प में केवल 29 प्रतिशत ही उपयुक्त जल संग्रहण बचा हुआ है. राज्य के 2 हजार 277 गांव व 5 हजार 605 गांवो में टैंकर से जलापूर्ती शुरू है. इस दौरान मराठवाडा के बांधों के जलसंग्रहण की स्थिती गिर गयी है. परिणाम स्वरुप जिले सहित सभी विभाग में कम-अधिक प्रमाण में टैंकर लगा कर जलापूर्ती की जा रही है.
फरवरी के पहले सप्ताह से ही गर्मी तेज हो चुकी थी. जिसके कारण जिले में पानी की मांग बढ गई थी. मगर गर्मी रहते हुए भी बारबार बेमौसम बारिश होने के कारण पूरे अप्रैल महिलने में गर्मीयों के दिनों में तापमान ने गिरावट आई थी. बादलों का वातावरण और बारिश के दिन ज्यादा थे. ऐसा रहते हुए भी राज्य के कई इलाकों के बांध सुखे हुए है. अधिकांश बांधो में जलस्तर आश्चर्य जनक स्थिती में घट गए है. जिसके कारण गर्मीयों में बाकि बचे आगे पौने दो महिने में नागरिकों को जलसंकट का सामना करना पड सकता है ऐसी आशंका जताई जा रही है.
जिले में विगत कई महिनों से सुदूर गांवो में गांववासियों को टैंकर के माध्यम से जलापूर्ती की जा रही है. विगत वर्ष राज्य में लगभग 111 गांव व 259 बस्तियों में 101 टैंकर शुरु थे. मगर चालू वर्ष टैंकर की संख्या बडी वृध्दी हुई है. समय के साथ टैंकर की संख्या भी धक्का दायक साबित हो रही है. राज्य के 2 हजार 994 प्रकल्प में कुल 40 हजार 485 दलघमी. जल संग्रहण क्षमता है. जिसमें 29.03 प्रतिशत से 11 हजार 752 दलघमी जलसंग्रहण बाकी है. 2023 में यह जलसंग्रहण इस समयावधी में 41.35 प्रतिशत था. विदर्भ के बांधों के जलसंग्रहण के लिए स्थिती भी देखते हुए अमरावती विभाग में अब कुल 44.29 प्रतिशत जलसंग्रहण बाकी है. पूरे विभाग में 55 गांव में 59 टैंकर लगे है. जिले में 8 गांवों में 11 टैंकर व्दारा जलापूर्ती की जा रही है. इसी तरह बुलढाना जिला में 46 गांव में 47, यवतमाल जिले में 1 गांव में 1 टैंकर नागपुर विभाग में 40.94 प्रतिशत जलसंग्रहण बांधों में बचा है. नागपुर विभाग के 2 गांव में 2 टैंकर लगे है. इन दोनों ही गांव नागपुर जिले में है. मई महिने में गर्मी का पारा और चढेगा. जिसके कारण पानी की भीषण कमी नागरिकों के सामने आ सकती है. जिसके कारण टैंकर की संख्या में तेजी से वृध्दी होने की संभावना को भी नकारा नहीं जा सकता. राज्य के अनेक बांध जल संग्रहण तेजी से कम हो रहा है. किसानों की ओर से भी पानी की मांग बढ रही है. साथ ही पीने के पानी के लिए भी नागरिकों को वन-वन घुमना पड सकता है. ऐसा समय नजर आता दिखाई दे रहा है.
* बांधों की स्थिती
विभाग प्रति.
अमरावती 44.29
नागपुर 40.94
नाशिक 31.81
पुणे 24.64
कोकण 42.86
मराठवाडा 13.40